पटना, अक्टुबर १२, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
बिहार विधानसभा चुनाव केर परिणाम ८ तारीख केँ महागठबंधन केर पक्ष मे आबि गेलाक बाद अनायास अपराधिक गतिविधिक दुखद समाचार सब आबय लागल अछि।
पटनाक कलेक्ट्रेट यानि जिलाधीश कार्यालय परिसर मे एकटा १२ वर्षक नावालिग दलित बेटीक इज्जत सँ किछु अपराधी खेलबाड़ करबाक समाचार प्रकाश मे आयल अछि। संध्याकाल घरक बगले सँ दूध अनबाक लेल निकलल बचियाकेँ किछु अपराधी प्रवृत्तिक लोक अपना कब्जा मे लैत सुरक्षा दृष्टिकोण सँ चाक-चौबंद क्षेत्र कलेक्ट्रेट सन जगह पर जाकय अपन हवस केँ पूरा केलक। ओहि नावालिग बचियाकेँ मुंह मे कपड़ा ठूसिकय ओकरा सामूहिक बलात्कार कैल गेल। ओकरा संग जबरदस्ती करैत बेरहमी-निर्दयताक पराकाष्ठा नाँघल जेबाक सबूत ओकर खून सँ राँगल ओढनीक बरामदगी सँ भेटल। स्थानीय लोक काफी आक्रोशित अछि। अपराधीक मोन कतेक बढल छल जे बचियाक बाप कनेकाल मे अपन बेटीकेँ तकैत जखन ओहि आसपास पहुँचि गेल छल आर ओ अपराधी सब केँ कूकर्म करैत देखि प्रतिकार केला पर ओकरो बेरहमी सँ मारि-पीट केलक। घटना तऽ घटबे कैल, पूलिस मे शिकायत केला पर राति भरि पूलिस द्वारा मामला केँ दबेबाक खेल टा कैल गेल।
अपराधी केँ तकबाक बदले एहि तरहें बचेबाक कूकर्म – निश्चित रूप सँ ई वैह पुरान दिनक याद दियबैत अछि जेकरा लेल वर्तमान सत्ताक नेता नीतीश कुमार कहियो ‘जंगलराज’ केर संज्ञा दैत दंडहीनताक युग केँ अन्त करबाक लेल सुशासन केर बात केने छलाह। लेकिन राजनीतिक चक्र आइ कतय पहुँचि गेल अछि जे नीतीश कुमार केर दल आर जंगलराजकेर जिम्मेवार लालू यादव केर दल सहित समाजवादकेर प्रखर दुश्मन काँग्रेस सहितक अधर्मक गठबंधन केर सरकार बिहार मे चुनाव मे दुइ-तिहाई बहुमत प्राप्त केलक अछि। जनादेश सँ स्पष्ट अछि जे बिहार मे जंगलराजहि केर समर्थक बेसी अछि।
एकटा दोसर समाचार मे ईटीवी बिहार केर ट्वीटर पर कहल गेल अछि जे गोपालगंज मे एकटा १६ वर्षक छात्र केर अपहरण विद्यालय सँ आपसी करैत काल कय लेल गेल आर अपहरणकर्ता द्वारा अपहृतक परिजन सँ फिरौतीक रकम केर सेहो माँग कैल गेल अछि।
एकटा तेसर समाचार मे कहल गेल अछि जे रातिये मधुबनी मे ८ गो चोरायल बाइक सहित ६ गोट चोर केर गिरफ्तारी कैल गेल अछि। एहेन कोनो जिला नहि जाहिठाम अपराधक संख्या मे इजाफा नहि भेल हो।
नया सरकार शपथ ग्रहण पर्यन्त नहि केलक अछि लेकिन अपराधिक घटनाक्रम एहि तरहें बढय लागल अछि ई निश्चित रूप सँ राजनीति आ प्रशासन बीच अपवित्र संबंध सँ विकसित दंडहीनताक असर थीक। कम सँ कम नीतीश कुमार केँ नैतिकताक रक्षाक खातिर जंगलराज सँ बिहार केर जनताकेँ जोगायब जरुरी अछि।