मधेशक जनचेतना मे ‘मधेश राष्ट्रवाद’ केर तेजी सँ विकास भऽ रहल अछि!!

मधेशक जनचेतना मे ‘मधेश राष्ट्रवाद’ केर विकास

state model 6 nepalविगत डेढ महीना सँ ऊपर मधेश मे जारी आन्दोलनक खराब असैर तऽ जन-गण-मन पर पड़बे कैल अछि, लेकिन राष्ट्रवादक खोखला प्रदर्शन करैत मधेशी हित केर नकारब नेपालक राष्ट्रवाद केँ स्पष्टत: विभाजित करैत देखाइत अछि।

आइ मंगलबारे हाट (बखरी) मे एकटा अजीब दृश्य देखय लेल भेटल….. बात केला पर पता चलल जे ई प्रतिक्रिया थीक नेपाल सरकार आर सत्तापक्षक स्वामी-संचालक द्वारा प्रसार कैल जा रहल राष्ट्रवाद मे भारत विरोधी बातक निरंतर पीटल जायवला ढोलहा केर। आइ सँ नेपाल केबुल वितरक द्वारा हिन्दी चैनेल्स बन्द करायल गेल अछि तेकर प्रतिकार मे मानू जेना मधेशक जन-गण-मन मे आरो एकटा नव उर्जा प्रदान करबाक काज कैल गेल हो। मधेशी जनमानस मे एकटा अजीब तरंग केर प्रवेश तखन देखलहुँ जखन नेपाली भाषाक चैनेल्स, पत्र-पत्रिका, रेडियो आदिक बहिष्कार करबाक बात कैल गेल।

आइ हटिया पर दर्जनों युवा शक्ति द्वारा मधेश प्रति सिनेह प्रदर्शन करैत खूब जोर सँ ‘मधेश राष्ट्रवाद’ केर प्रचार कैल जा रहल छल। लाउडस्पीकर आ साउन्ड बक्स लगाकय ‘जागू मधेशी, माँगू मधेश – अपन मिथिला, अपन देश’ गीत बजायल जा रहल छल। तहिना बीच-बीच मे ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आँख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी’ – एहि हिन्दी गीत केँ बजबैत शहीद सबहक प्रति श्रद्धाञ्जलि देल जा रहल छल।

हमरा बुझने ई वर्तमान सरकार केर जिद्द आ मधेशी सबहक माँग प्रति उदासीनता सँ उपजल एहेन खतरनाक परिणाम थीक जे सचमुच नेपालक राष्ट्रीयता केँ कतहु न कतहु अत्यन्त कमजोर बनबैत अछि। एहि दिशा मे वर्तमान सरकार आर ओकर मातहत संपूर्ण प्रशासकीय इकाइ केँ सोचबाक चाही जे एहि तरहें जखन अपनहि जनता सँ अपनापन नहि राखि सकब तऽ वैचारिक विभाजनक संग-संग राष्ट्रीयताक विभाजनक खतरा उच्चस्तर पर बढत। मधेश तथा मधेशीक माँग केँ नकारैत अहाँ मधेशी जनमानस मे आरो गंभीर मनभेद पैदा कय रहल छी, ताहि हेतु ई जरुरी अछि जे संपूर्ण माँग पर राष्ट्रीय बहस करैत एकरा तुरन्त समाधान करू आ ‘नेपाली राष्ट्रीयता’ केँ नव संविधानक आलोक मे मजगूती प्रदान करू।

हरि: हर:!!