काठमांडु, सितम्बर १६, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
आइ भारतीय राजदूतावास – लैनचौर (काठमांडु) मे किछु प्रमुख पत्रिकाक संपादक संग विशेष भेंटघांट कार्यक्रम करैत नेपाल मे भारतक राजदूत श्री रंजीत रे द्वारा भारतीय पक्ष पर स्पष्टीकरण देल गेल अछि। संगहि मिडिया सँ अनुरोध कैल गेल अछि जे भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा देल गेल स्वागत मन्तव्यक पूर्ण मर्म पर ध्यान दैत समाचार संप्रेषण कैल जाय।
ओ स्पष्ट केलनि जे नेपाल मे संविधानक प्रक्रिया पूरा भेला सँ पूर्वहि यदि सब पक्ष, मधेशी तथा थारू आदि केँ समेटल जाएत अछि तऽ मुलुक मे दीर्घकालीन शान्ति आओत, अन्यथा संविधान घोषणा भेलो पर असन्तुष्ट पक्षक असंतोष सँ माहौल शान्तिपूर्ण नहि भऽ सकत। एकटा प्रश्नक जबाब मे संविधान घोषणाक बादो वार्ता भेला मे कोन हर्ज ताहि पर ओ कहलनि जे हर्ज तऽ किछु नहि मुदा नीक रहत जे घोषणा सँ पहिनहि वार्ता कैल जाय।
नेपाली मिडियाक प्रमुख संपादक लोकनि सँ भारतक पक्ष केँ पूर्णरूप मे रखबाक अनुरोध करैत श्री रे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा १४ सितम्बर देल गेल वक्तव्यक संपूर्ण मर्म पर विस्तार सँ व्याख्या सेहो केलनि। ओ अधिकतम परामर्श आ लचकता अपनेबाक विन्दु पर जोर दैत कहलनि जे एकर सार यैह छैक जे असन्तुष्ट पक्ष केँ सेहो प्रक्रिया मे शामिल करू। भले जनादेश मुताबिक असन्तुष्ट पक्षक बहुमत नहि छैक, मुदा पक्ष मजबूत छैक आ एकर प्रभाव भविष्य मे जोरदार ढंग सँ राष्ट्रीय शान्ति आ सुरक्षा पर पड़त।