अमित आनन्द तथा राकेश झा ‘जीएस गुरु’, पटना। सितम्बर ६, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
श्याम दरिहरे रचित मैथिली उपन्यास ‘घुरि आउ मान्या’ केर विमोचन आइ ए. एन. सिन्हा इन्स्टीच्युट, पटनाक निदेशक डॉ डी. एम. दिवाकर केर कर-कमल सँ कैल गेल। विमोचन समारोह केर आयोजन सेहो ए. एन. सिन्हा इन्स्टीच्युट केर सभागार मे भेल। एहि पोथी पर चर्चा-परिचर्चाक क्रम मे विभिन्न वक्ता लोकनि अपन विचार प्रस्तुत केलनि। ई पोथी शेखर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित भेल अछि।
मैथिली साहित्य जगत् केँ आइ एकटा आरो नव रत्न “घुरि आउ मान्या” रूप मे प्राप्त भेल ई विचार मुख्य रूप सँ वक्ता लोकनि द्वारा राखल गेल। विज्ञान आ अध्यात्म केँ एक संग – एक ताग मे गुथल रूप थीक ई उपन्यास। धन्यवाद केर पात्र रचनाकार श्याम दरिहरे विज्ञानक व्यंजन मे अध्यात्म केर छौंक नीक सँ लगेलनि अछि। शारदिन्दु चौधरी सेहो धन्यवादक पात्र छथि जे अपन पारखी दृष्टि सँ परैख एहि सुन्दर कृति उपन्यास मे व्यवसायिक प्राण फुंकलनि।