समाचार: साभार मधेपुरा टाइम्स
सोम दिन, 31 अगस्त 2015.
सत्य नारायण झा: उत्कृष्ट शिक्षक केँ सर्वोच्च सम्मान
कैल जेता राष्ट्रपति पुरस्कार सँ सम्मानित
शिक्षक दिवस यानि ५ सितम्बर केँ देल जेतनि सम्मान
मधेपुरा जिला सहित संपूर्ण राज्य लेल गर्वक विषय
– पुष्पा राज, मधेपुरा टाइम्स
“गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूँ पाँय ।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय॥गुरु आर भगवान् दुनू भेट भऽ जाइथ तऽ पहिने किनकर चरण स्पर्श कैल जाय, एकर सहज उत्तर होइछ जे गुरुकेँ पहिने प्रणाम करू कारण वैह छथि जे गोविन्द के थिकाह से बतबैत छथि।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय॥गुरु आर भगवान् दुनू भेट भऽ जाइथ तऽ पहिने किनकर चरण स्पर्श कैल जाय, एकर सहज उत्तर होइछ जे गुरुकेँ पहिने प्रणाम करू कारण वैह छथि जे गोविन्द के थिकाह से बतबैत छथि।
पहिलुका समय किछु आरो होइ, मुदा आधुनिक जमानाक शिक्षक केँ देखिकय ई प्रश्न यक्ष प्रश्न समान लागि सकैत अछि। आय हम जाहि गुरु केर चर्चा करय जा रहलहुँ अछि, हुनका देखिकय सेहो गुरु केर चरण-स्पर्श करब श्रेष्ठतर होयबाक सत्य स्थापित होइत अछि, कियैक तऽ एहेन गुरु केँ भगवान् केर रूप मानल जाइत अछि आइयो।
मधेपुरा जिला मे हालसालक इतिहास मे एहेन गुरु नहि देखल गेल छल। एक तरफ जतय जिलाल शिक्षा व्यवस्था केँ चौपट करय मे भिड़ल कतेको प्राइमरी स्कूल सँ लैत कॉलेज शिक्षक सेहो शिक्षण केर नाम पर तमाशा केला अछि ओतहि अही जिलाक गम्हरिया प्रखंडक पारसमणि उच्च विद्यालय सँ गत 31 मार्च केँ हेडमास्टर केर पद सँ रिटायर भेला शिक्षक सत्यनारायण झा केर संपूर्ण जीवन प्रेरणादायक अछि। यैह कारण छैक जे हिनकर काज आ समर्पण केँ आब भारत सरकार सेहो सराहना करैत भारतक राष्ट्रपति महामहिम डा. प्रणव मुखर्जीक हाथ सँ आगामी 05 सितम्बर शिक्षक दिवस केर सुअवसर पर भारत मे कोनो शिक्षक केँ देल जायवाला सर्वोच्च सम्मान ‘राष्ट्रपति पुरस्कार’ सँ श्री सत्यनारायण झा केँ सम्मानित कैल जायत।
विदित हो जे ई सम्मान मात्र मधेपुरा टा लेल नहि बल्कि पूर्वी मिथिला सहित संपूर्ण बिहार राज्य लेल गौरवक करबाक अवसर थीक। आब जखन सत्यनारायण झा केँ राष्ट्रपति पुरस्कार ग्रहण करबाक लेल जेबाक छन्हि तऽ ओ अपना संग अपन गुरुदेव सम्माननीय रामशरण भगत केँ सेहो लऽ जा रहला अछि जाहि सँ सही समय पर पहिने अपन गुरुक आशीर्वाद प्राप्त करैत ओहि सर्वोच्च सम्मान पर अपन हक स्थापित करैथ। दिल्ली जेबा सँ पूर्व आय पारसमणि उच्च विद्यालय, बभनी मे हिनकर सम्मान करबाक लेल सैकड़ों ग्रामीण, शिक्षक लोकनि और छात्र-छात्रा सबहक भीड़ जमा भेल छल। एहि अवसर पर गाम मे बैंड बाजा बजबैत लोक खूब प्रसन्नता सँ नाचिकय अपन गर्वान्वित होयबाक भावना प्रकट केलनि। जतय एहेन शिक्षक पर प्रखंड गर्व कय रहल छल, ओतहि कतेको आँखि उदासो छल। फेर एहेन शिक्षक कहिया पायब, एहि आशा मे रहल कतेको लोक केर आँखि नम छलैन।
कि अछि सत्यनारायण झा जी मे ख़ास गुण!
शिक्षक सत्यनारायण झा मे कतेको बात एहेन छल जे हिनका जिलाक सब शिक्षक सँ अलग होयबाक सत्य केँ स्थापित करैत अछि। ई नहि मात्र एकटा बेहतर शिक्षक छथि बल्कि एकटा उम्दा समाजसेवी सेहो छथि। गम्हरिया प्रखंड केर पारसमणि उच्च विद्यालय, बभनीक प्रधानाध्यापक केर रूप मे सत्यनारायण झा वर्ष 2009 मे भार ग्रहण केलनि, तहिया सँ अपन संपूर्ण कार्यकाल धरि श्री झा केँ कतेको बेर सम्मानित कैल जा चुकल अछि। वर्ष 2011 मे हिनका स्कूल केर बेहतर व्यवस्था आदि केर वास्ते मधेपुराक तत्कालीन जिला पदाधिकारी द्वारा सम्मानित कैल गेल छलन्हि। और वर्ष 2012 मे ‘हिन्दुस्तान’ समाचारपत्र द्वारा हिनका पूरे बिहार केर एक ‘अव्वल शिक्षक’ केर रूप मे चुनल गेल छलन्हि। वर्ष 2013 मे शिक्षक दिवस पर पुन: जिला प्रशासन द्वारा हिनका सम्मानित कैल गेलनि तऽ ओही वर्ष गम्हरिया एवं सिंहेश्वर प्रखंड केर दलित एवं महादलित प्रकोष्ठ केर द्वारा सेहो हिनकहि सम्मानित कैल गेल। वर्ष 2014 मे श्री झा केँ बिहार सरकार सँ राजकीय सम्मान भेटल तऽ अही वर्ष हिनकर नाम राष्ट्रीय पुरस्कार केर लेल प्रस्तावित कैल गेलनि और हिनकर कार्य सँ प्रभावित होइत राष्ट्रपति भवन सँ हिनका एहि वर्षक राष्ट्रपति पुरस्कार ग्रहण करबाक लेल आमंत्रण एलनि अछि।
शिक्षाक क्षेत्र मे पैघ उपलब्धि सब हासिल केनिहार शिक्षक सत्य नारायण झा केर नाम एकटा समाजसेवीक रूप मे गम्हरिया प्रखंड मे लोकप्रिय अछि। कहल जाइत अछि जे हिनकर धर्मपत्नीक स्वर्गवास भऽ गेलाक बाद श्री झा हुनकहि नाम सँ बभनी गाम मे सेहो ‘रेणु बाल सुधार केन्द्र’ केर स्थापना केलनि और एहि ठाम गरीब और दलित बच्चा सबकेँ मुफ्त सेवा देनाय शुरू केलनि। एतबा नहि, इलाकाक लोक सबहक लेल सेहो ई अपना तरफ सँ चारि-पहिया वाहन एम्बुलेंस दान केलनि जे एहि क्षेत्रक लेल वरदान साबित भेल अछि आ कतेको केँ महत्वपूर्ण सेवा पहुँचाबैत श्री झा केर योगदानक सराहना आपरूपी निर्माण केने अछि।
बुझले बात छैक जे जाहि जिला मे शिक्षक छात्र केर पढ़ाइ सँ अधिक वेतन और ट्यूशन पढ़ाकय लाभार्जन केर होड़ मे व्यस्त अछि, ताहिठाम सत्यनारायण झा समान छात्र-छात्रा आ समाजक हित मे समर्पित रहनिहार केँ आम जनमानस जिबैत देवता जेकाँ मानबे करत, एहि मे कतहु सँ नहिये दुविधा आ नहिये कोनो हर्ज छैक।