स्वाभिमान सत्तालोभी सँ संभव नहि: निकम्मापन हावी, जातिवादिता सँ सत्ताक सवारीक लक्ष्य

भागलपुर, सितम्बर १, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!

भागलपुर (बिहार) मे प्रधानमंत्रीक रैली संपन्न – विकास लेल वोट करबाक अपील 

narendra modi bhagalpurप्रधानमंत्री मोदी भागलपुरक रैली केँ संबोधित करैत कहला जे वर्तमान सरकार बिहारकेर सत्ता पर २५ वर्ष सँ अपन कब्जा बुझैत सत्तामोह मे आन्हर भेल अछि आ पूर्णरूप सँ निकम्मा अछि जे केन्द्र द्वारा देल सहयोग केँ उपयोग तक नहि कय पबैत अछि आ नहिये कोनो तरहें केन्द्र सरकार संग सहकार्य करबाक लेल समुचित सक्रियता अपनबैत अछि, बजट सँ पूर्वहि माँगल गेल जिलेवार उद्योग केर अवस्था आ संभावना रिपोर्ट महीनों बीत गेला पर नहि पठबैत अछि आ जखन एहि लेल केन्द्रहि द्वारा दोबारा पहल होइत छैक तऽ मई महीनाक जबाब अगस्त महीनाक अन्तिम सप्ताह मे पठबैत अछि।

मोदी बिहारक जनता सँ अपील केलनि जे बिहार मे विकासक मुद्दा पर चुनाव मे वोट करू, जातिवादिता आ सांप्रदायिकताक मुद्दा २५ वर्ष सँ एहि राज्यक अस्मिता केँ धुमिल कय देलक। देशक विकास बिहार केर विकास सँ संभव होयत, ई समस्त देशवासीक इच्छा अछि। बिहारक ऐतिहासिक भूमि आ सुसंस्कृत जनता एहि लेल जातिक आधार पर वोट केनाय बन्द कय विकास लेल वोट करैथ। प्रधानमंत्री मोदी पुन: परिवर्तन लेल अपील करैत भाजपा आ एनडीए शासित प्रदेशक तूलना मे बिहारक पिछड़ापण केँ हँटेबाक वास्ते एनडीए लेल पूर्ण बहुमत सँ उम्मीदवार केँ जितेबाक माँग केलनि।

अपन पूर्व-परिचित शैली मे प्रधानमंत्री आजुक भागलपुर सभा मे बिहार सरकारक सत्तापक्ष आ महागठबंधन कएनिहार राजनैतिक पक्ष पर चुटकी लैत बजला जे संपूर्ण महारैली मे ‘मोदी-मोदी’ टा कैल गेल। विदेशक धरती पर आ देशहु मे अनेको ठाम मोदी-मोदी कैल जाइत अछि ताहि पाछाँ एकटा जनसमर्थन देखैत छी, मुदा बिहारक राजनीतिक दल सब महारैलीक आयोजन कय ओहि मे बिहारक सुन्दर भविष्य निर्माणक कोनो योजना पर नहि बाजि केवल मोदी-मोदी केला ई हमरा बुझय मे नहि आबि सकल। प्रधानमंत्री कहला, “अपन बात किछु नहि, २५ वर्षक शासन केलहाक कोनो हिसाब नहि, आगाँ कि करबाक अछि तेकर कोनो योजना आ दृष्टिकोण नहि, केवल मोदी-मोदी”। स्वाभिमान रैली मे जनताक स्वाभिमान जगेबाक लेल २५ वर्ष धरिक शासन द्वारा कि सब भेल तेकर कोनो चर्चा एहि रैली मे नहि कैल गेल, नहिये राज्य सरकार द्वारा कि सब काज भेल ताहि पर कोनो प्रकाश देल गेल, बस जातिवादी उन्माद पसारबाक कुचेष्टा आ केन्द्र सरकार केर कामकाजक हिसाब सँ बिहार राज्य आ एतुका जनताक स्वाभिमान जगेबाक प्रयास टा भेल एहि महागठबंधन द्वारा।

प्रधानमंत्री मोदी पूर्वक बिहार यात्रा आरा आ सहरसा मे कैल गेल घोषणा आ विशेषरूप सँ आर्थिक पैकेज केर चर्चा विरोधी राजनीतिक दल मजाकिया अन्दाज मे करबाक बात पर सेहो चुटकी लेलनि। ओ कहला जे पहिल तीन-चारि दिन मे तऽ ओहि पैकेज पर केवल मजाक उड़ायल गेल, तेकर बाद बड़का-बड़का सरकारी विज्ञापन आ विज्ञप्ति सँ ओकरा नकारबाक कुचेष्टा आ अन्त मे हारिकय जनताक माथ मे ‘एक लाख पैसठ हजार करोड़’ केर केन्द्रक सहयोग केर स्थान पर राज्य द्वारा ‘दुइ लाख सत्तरि हजार करोड़’ राशि केर आर्थिक पैकेज केर घोषणा कैल गेल। निश्चित रूप सँ एहि घोषणाक स्वागत करैत छी। अन्त मे हिनको सब केँ विकास केर मुद्दा पर राजनीति आ चुनाव मे लड़ाई होयत से ज्ञान भेलनि। २५ वर्ष धरि जातिवादिताक जहर पसारनिहार अन्त मे विकासक मुद्दा पर हमर नीति अनुरूप घोषणा केलनि, हमरा ताहि लेल खूब प्रसन्नता अछि।

हलांकि मोदी घोषित २७०,००० करोड़ केर घोषित पैकेज मे कुल बजट ५० हजार करोड़ केर राशिकेँ आर्थिक पैकेज केर रुप देबाक भर्त्सना करैत कहला जे पाँच वर्ष मे एहि तरहें २५०,००० करोड़ केर राशि होइत अछि, ताहि मे २०,००० करोड़ केर राशि जोड़ि देब आ जनताकेँ मूर्ख बनेबाक प्रयत्न करब, ई स्वयं मे एकटा प्रश्न ठाढ करैत अछि।

मुदा आगाँ पुन: मोदी द्वारा कहल गेल जे केन्द्र आ राज्य केर बीच फंड वितरण लेल बनल फाइनेन्स कमीशन (कोष आयोग) केर भूमिका आ ताहि आयोग द्वारा घोषित बिहार लेल केन्द्रिय स्वीकृत राशि जे पाँच वर्षक आंकड़ा अछि तेकर अनुसारे ३७६,००० करोड़ केर रकम होइत अछि। तखन तऽ ई मानि लेल जाय जे केन्द्र द्वारा देल राशिये सँ खड़खांही लूटबाक लेल बिहार सत्ताधारी पक्ष आ तथाकथित महागठबंधन द्वारा आर्थिक पैकेज केर ललीपप घोषणा भेल अछि। प्रधानमंत्री एहि गणित केँ स्पष्ट करैत जनता सँ पूछि बैसला जे आब हिनका सबसँ पूछल जाय जे तीन-लाख-छिहत्तर हजार करोड़ मे दुइ-लाख-सत्तरि हजार करोड़ मात्र घोषणा केलाह आ बाकीक एक-लाख-छ-हजार करोड़क राशिक हिसाब कतय गायब भेल? कतय जायत ई पाइ? कि अपना लेल चाराक इन्तजाम तऽ नहि होयत? आर ई सबटा केन्द्रहि सरकार द्वारा देल पाइ सँ होयत, राज्यक जनताक देल टैक्स केर पैसा सँ कोनो योजना नहि। बिहार केर निर्दोष जनताकेँ मूर्ख बनायल जा रहल अछि।

मोदी बिहार मे स्वास्थ्य क्षेत्रक बदहाली पर सेहो बजलाह। ओ पीएचपी केर वर्तमान अवस्था पर राज्य सरकार केर कामकाज पर सवाल ठाढ करैत जनताक बदहाली सँ स्वयं दु:खी होयबाक बात कहलनि। भारत मे एहेन दोसर कोनो राज्य नहि जतय जनताक वास्ते स्वास्थ्य परीक्षण सनक बुनियादी सुविधाक एना बेरा गर्क हो। ओ भाजपा शासित राज्यक आँकड़ा रखैत स्पष्ट केला आ पहिने आ आब मे कतेक अन्तर आयल अछि ताहि बात पर प्रकाश देलनि। बिहारक बदहालीक चर्चा करैत ओ कहला जे एहेन कोनो पीएचपी नहि भेटत जतय डाक्टर आ औषधि समय सँ भेट जायत।

प्रधानमंत्री मोदी वर्तमान बिहार सरकारक मुखिया नीतीश कुमार केर निकम्मापन आ निठल्लापन केर एकटा आरो उदाहरण दैत जनताकेँ स्पष्ट केलनि जे जखन नेपाल मे महाभूकंप आयल तेकर बाद ओ पहिल व्यक्ति छलाह जे बिहार मे सेहो एकर खराब प्रभाव पड़ल हैत से सोचिकय मुख्यमंत्री केँ फोन केलनि, मुदा मुख्यमंत्री हुनका फोन पर जबाब देलखिन जे फिलहाल ओ दिल्ली मे छथि, राज्य सँ खबड़ि भेटलाक बाद कोनो जानकारी उपलब्ध करा सकता। तेकर बाद प्रधानमंत्री मोदी स्वयं सब जिला मे स्वयं बात करबाक चर्चा केलनि। ओ कहलनि जे हम स्वयं सब जिलाक एनडीए नेता सँ फोन पर बातकय स्थितिक जायजा लेलहुँ।

एकटा दोसरो उदाहरण दैत बिहार लेल अपन चिन्तन आ चिन्ता सतति निरंतरता मे रखबाक बात मोदी द्वारा जनसभा केँ संबोधित करैत कहल गेल। बिहारक पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माझीक कार्यकाल मे मोदीक पटनाक जनसभा मे भेल भगदड़ सँ मारल गेल लोकक हालचाल लेबाक लेल मोदी हुनका फोन सँ हालचाल पूछने छलाह। प्रधानमंत्री कहला जे “हमरा बिहारक क्षण-क्षण मे याद रहैत अछि। मुदा ई सब छथि जे सत्ताक सुख मे सब किछु बिसैर जाइत छथि।” प्रधानमंत्री अपन संबोधन मे ईहो स्पष्ट केलनि जे तहिया जीतनराम माझी हुनका संग नहि छलाह।

रोजगारक अवसर बिहारक युवा लेल सबसँ बेसी जरुरत मे पड़ैत अछि। एहि लेल औद्योगिक विकास केर आवश्यकता अछि। बिहार मे पहिने सँ सेहो जे उद्योग छल ओ समयक क्रम मे बीमार पड़ि गेल, मील बन्द भऽ गेल आ मजदूर पलायनक चपेट मे बिहार त्रस्त भऽ गेल। केन्द्र सरकार द्वारा बिहार सँ हरेक जिलाक सिलसिलेवार चर्चा करैत विस्तृत रिपोर्ट माँगल गेल, बिहार सरकार केँ केन्द्रक योजना जे आयकर कानून मे संशोधन कय बिहार लेल विशेष व्यवस्था सँ औद्योगिक विकास करबाक नीति स्पष्ट केलो पर एहि ठामक निकम्मी सरकार कोनो रिपोर्ट समय सँ नहि उपलब्ध करा सकल। एतबा नहि, जखन मई महीना मे पुन: केन्द्र द्वारा पत्राचार करैत ओहि रिपोर्टक अनिवार्यता पर जोर दैत शीघ्र रिपोर्ट उपलब्ध करेबाक बात कैल गेल तखन जा कय अगस्त महीनाक आखिरी सप्ताह मे बिहार सरकार द्वारा रिपोर्ट उपलब्ध करायल गेल अछि। बिहार सरकार चलेनिहार ई राजनीति शक्ति सबहक कर्मठता आ उदासीनता एहि तरहक प्रकरण सँ स्पष्ट अछि। मोदी प्रखर शब्द मे हमला करैत कहलनि जे, “केन्द्र जतेक दैत अछि तेकर उपभोगो सही सँ नहि कय पबैत छी, तखन बिहारक विकास कोना होयत?”।

अन्त मे प्रधानमंत्री मोदी अपन चुनावी सभाक संबोधन केँ समेटैत कहला जे “बिहार यदि आगू निकलत तऽ बुझू जे देश सेहो आगू निकैल गेल। देशक सब जनता बिहारक विकास हो ताहि लेल चिन्तित अछि। परिवर्तन लाउ। विकासक वास्ते वोट करू। भारत माता की जय!!”