महिषीधाम केर दया बाबुक असामयिक निधन सँ सहरसा मे शोक

अमित आनन्द, महिषीधाम। अगस्त ३१, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!

dayanand jha mahishiमहिषीधामक एकटा विद्वान्, सक्रिय अभियानी, रामचरितमानसमर्मज्ञ व्यक्तित्व दया नन्द झा केर मृत्यु

दया नन्द झा केर अचानक चिर निंद्रा मे चलि गेनाय महिषीक लेल एकटा अपूरणीय क्षति भेल अछि। हुनकर स्थानक भरपाई करब असंभव अछि। महिषीक लेल हुनक योगदान समस्त गामवासी कतेको सदी धरि स्मरण रखता।

७० वर्षीय प्रखर गांधीवादी श्री झा कतेको देशक यात्रा कय चुकल छलाह। 80क दशक मे होलैंड सरकार हुनका एकटा विशेष व्याख्यान वास्ते आमंत्रित केने छल। भागलपुर विश्वविद्यालय सँ अर्थशास्त्र मे स्नातक श्री झा केर विशेष पकड़ इतिहास, पुरातत्व, मिथिलासंस्कृत और रामचरितमानस मे छलन्हि। जखन ओ सस्वर रामायण केर वाचन करैथ तऽ ओकरा सुनने बिना केकरो कतहु जेबाक इत्छा तक नहि होइत छलैक। 

महिषी केर सांस्कृतिक विकास वास्ते अनेको पत्र देश केर अनेकों राजनेता और नौकरशाह केँ लिखल करैत रहैथ और सब पत्र केँ सहेजि कय रखैथ. पांडेचेरी, कांचीपुरम और नव महत्वपूर्ण स्थल केर यात्रा हुनकर वर्ष मे कतेको बेर होइती रहैत छल। बादक दिन मे बिहार सरकार तऽ हुनका एक तरहेँ मानद शिक्षक केर पद भेटैत नहि छैक, लेकिन ई हुनक व्यक्तित्व पर कहियो हावी नहि भेल.

बीतल १८ अप्रैल केँ मंडन धाम पर विश्व धरोहर दिवस पर श्री दया नन्द झा जी केर विशेष सम्मान करैत हुनक विचार केँ लैत हुनका आमंत्रित कैल गेल छल #महिषी_डॉट_ऑर्ग के द्वारा. महिषी_डॉट_ऑर्ग केर विनम्र श्रधांजलिक संग-संग आरो ग्रामीण चाहे ओ गाम रहैत होइथ वा कतहु अन्यत्र, सबहक तरफ सँ हुनका अश्रुपूर्ण श्रद्धाञ्जलि सुमन सेहो अर्पण!!