किसलय कृष्ण, सहरसा। अगस्त १८, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
आइ सहरसा मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीक आगमन सँ माहौल पूर्णरूपेण मिथिलामय बनि गेल छल। एक दिस प्रधानमंत्रीक स्वागत सत्कार लेल मिथिला प्रसिद्ध अतिथि-सत्कार तऽ दोसर दिस प्रधानमंत्री द्वारा हुनका देखलय लेल उमड़ल अपार जनसमुदाय केँ अभिवादनशीलता प्रदर्शन मे प्रयुक्त मैथिलीक किछु पाँति – सौंसे माहौल केँ मिथिला-मैथिलीक ओज सँ भरि देलक।
आइ फेसबुक पर सेहो चौतरफा प्रधानमंत्रीक पाग आ मालाक संग मिथिलाक प्रसिद्ध चित्रकला सहित लगायल दोपटाक संग तस्वीर आ ताहि पर मैथिल भाइ-बहिना द्वारा आत्मगौरव सँ भरल टिप्पणी देखय योग्य अछि। एतय एहने किछु चुनित प्रतिक्रिया केँ समेटल जा रहल अछि।
बोकारो सँ, सुनील मोहन ठाकुर लिखैत छथि:
पाग माँथ पर सम्हारब सभक वशक बात नै ~~~~ अबु धाबी में इतिहास रचलाक उपरांत मिथिला में नरेन् भाई मोदी ~~~~ नमो नमो कि~~~~~ जय हो ।
दिल्ली सँ संजय नागदह लिखैत छथि:
मेरे प्यारे मित्रो सारे दुनिया को बताओ की आदरणीय प्रधान मंत्री मोदी जी के सर पर क्या है ? मिथिला की……………………
कोलकाता सँ रूपेश त्योंथ लिखैत छथि:
मध्य प्रदेश मे एहिना एक चुनावी सभा मे अटल बिहारी अपेक्षित रिजल्ट भेने पृथक राज्यक भेंट छत्तीसगढ़ी सभ कें देबाक बात केलनि. लोक भोट देलकनि मुदा अपेक्षा सं कम. राज्य चुनाव मे जीतलाक बाद अटलजी अपन बात पूरा केलनि. ककरो आस नै छलै जे छत्तीसगढ़ प्रान्त बनतैक. आंगुर पर गिनल किछु आंदोलनी आ सुतल चेतनावला क्षेत्रक लोक कें अपन पहिचान आ मान भेटि गेलै. अटल डटल रहैत छलाह. मोदी त’ एहि कन्फ्यूजन मे छथि जे दड़िभंगो मे मिथिला, सहरसो मे मिथिला आ मुजफ्फरोपुर मे मिथिला? ई मिथिला कतए छै हउ…?
मैथिलीक वरेण्य रचनाकार मणिपद्म कहने छथि जे…..
सय सय गंगाजल सँ धोने नहि छुटय इतिहासक दाग……
एक बेर भू लुण्ठित भेने फेर चढ़य नहि माथा पाग………..
आस अछि जे मोदी जी एहि पागक मर्यादाकेँ मोन रखताह!!