अमित आनन्द, किसलय कृष्ण, सुभाषचंद्र झा, रजनीश शेखर आ प्रवीण नारायण चौधरी – सहरसा सँ मैथिली जिन्दाबाद लेल रिपोर्ट संकलन!! अगस्त १६, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
विगत एक मास सँ तैयारी करैत फेसबुक पर सक्रिय सहरसा नाम्ना ग्रुप केर सामर्थ्यवान् युवा अगुआ द्वारा क्रान्तिभूमि सहरसाक यथार्थ धरातल पर ‘सोशियल मिडिया मिट’ केर फरमेट पर ‘सहरसा ग्रुप मिलन समारोह’ केर आयोजन आइ सफलतापूर्वक संपन्न भेल। आजुक कार्यक्रम मे पटना, मुंगेर, मधेपुरा सहित सहरसाक विभिन्न कोण सँ मैथिली तथा हिन्दी कवि-साहित्यकार लोकनि एहि महत्वपूर्ण कार्यक्रम मे स्वस्फूर्त भाग लय युवा अगुआ आयोजकवर्ग केँ प्रोत्साहित कएलनि।
प्रथम सत्र मे ‘सोशियल मिडियाक महत्व’ विषय पर परिचर्चा कार्यक्रम कैल गेल जाहि मे दर्जनों महत्वपूर्ण वक्ता लोकनि अपन विचार रखलनि। सहरसा फेसबुक ग्रुप केर पहिल औपचारिक मिलन समारोह सहरसा मुख्यालयक रेड क्रॉस सभागार मे संपन्न भेल। आभासी दुनियाक सजग और सक्रिय सोशल मीडिया केर दिग्गज एहि गंभीर सत्र मे पुरा जोश आर आशाक संग सहभागी बनला।
एहि मिलन समारोह केर मुख्य आकर्षण छलाह सहरसा स्थित ईस्ट वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज केर चेयरमैन श्री रजनीश रंजन जिनका द्वारा घोषणा कैल गेल जे सहरसा परिक्षेत्र मे मीमांषक मंडन मिश्र केर नाम विश्वविद्यालय खोलल जायत। विदित हो जे बिहार राज्य सरकार केर द्वारा १९८० केर दशक केर उत्तरार्द्ध मे मंडन मिश्र केर नाम सँ विश्वविद्यालय खोलबाक मंशा व्यक्त कैल गेल छल। मुदा ओ आइ धरि साकार नहि भऽ सकल अछि।
श्री रजनीश द्वारा कैल गेल एहि घोषणा केँ आजुक कार्यक्रमक अभूतपूर्व उपलब्धि मानल जा सकैत अछि। यैह द्वारे कहल जाइत छैक जे एक बेर सोझांसोझी तऽ होउ, तखन देखियौक जे हमर-अहाँक ताकत कतेक अछि। सहरसा फेसबुक ग्रुप केर ४ घंटा सँ बेसी चलल एहि इवेंट मे परिचय सत्र, सोशल मीडिया केर वर्त्तमान स्वरुप पर व्याख्यान और मैथिली व हिंदी कविता पाठ केर बेजोड़ संगम देखबाक लेल भेटल। कुमार रविशंकर एवं सोमु आनन्द द्वारा एहि आयोजनक परिकल्पना आ साकार करबा मे रवि आ सोम सहित समस्त सहरसा ग्रुपक सदस्य मंगल-बुद्ध-वृहस्पति-शुक्र-शनि बनि पूर्ण दल निर्माण कय इतिहास रचि देलनि।
सहरसामे निजी स्तर पर होयत भारती मण्डण विश्वविद्यालयक स्थापना :
रेडक्रॅास सोसायटीक सभागारमे आयोजित सोशल मीडियाः मीटमे इस्ट एण्ड वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॅालेजक निदेशक रजनीश रंजन मातृभाषा मैथिलीमे अपन उद्बोधन करैत जखन कहलनि जे सहरसामे भारती मण्डन विश्वविद्यालय केर निजी स्तर पर स्थापित करबा लेल प्रक्रिया आरम्भ क देने छी त सहजहि सभागार करतल ध्वनि सँ गूँजि गेल । रजनीश जी प्रसिद्ध मैथिली आन्दोलनी आ साहित्यकार स्व प्रबोध नारायण सिंहक भातिज छथि जे ओ अपन मैथिली प्रेमकेँ उद्घाटित करैत कहलाह ।
पहिल सत्रकेँ सोमु कुमार, विद्यापति स्मृति संस्थनाक संरक्षक विमलकान्त झा, संस्कृतिकर्मी आ मैथिली जिन्दाबादक समाचार सम्पादक किसलय कृष्ण, मैथिली अभियानी अमित आनन्द, जनशब्द ब्लॅागक सम्पादक कवि अरविन्द श्रीवास्तव, मधेपुरा टाइम्सक सम्पादक आदि सम्बोधित कयलनि । सहरसा फेसबुक ग्रुपक संस्थापक रविशंकरक संचालनमे बढ़ैत कड़ीमे युवा अभियानी अमित आनन्द जतय कैक महत्वपूर्ण पक्ष रखलनि, ओतहि युवा समाजसेवी विमल जी सोशल साइटक सार्थकता पर चर्च करैत मैथिली मिथिला लेल सभ तरहक काजमे सजग रहबाक वचन देलनि ।
कवि अरविन्द श्रीवास्तव अपन अनुभवकेँ सभक सोझाँ रखलनि, त मधेपुरा टाइम्सक सम्पादक सेहो एक एक पक्षकेँ बेकछा क रखलनि । एहि अवसर पर युवा नेता शशि शेखर सम्राट, कुश मोदी, लुकमान अली कविगण रामचैतन्य धीरज, अरविन्द मिश्र नीरज, शहंशाह आलम (मुंगेर), राजकिशोर राजन(पटना), सहरसा टाइम्सक चन्दन सिंह, कृष्ण मोहन सोनी, इ समादक सुनिल कुमार झा, बनगाँव सँ झा रुपेश, राहुल झा, सुरज यादव, पत्रकार सुभाष चंद्र झा आदि उपस्थित छलाह ।
कार्यक्रम केर मुख्य आकर्षण रहल मैथिली-हिन्दी कवि सम्मेलन:
आजुक कार्यक्रमक खास आकर्षण मैथिली-हिन्दी कवि सम्मेलन रहल। मैथिली आ हिन्दीक समकालीन स्वर फूटैत कवि सम्मेलन सहरसा सोशल मीडिया मीटक दोसर सत्रमे आयोजित कवि सम्मेलनमे स्थानीय आ आमंत्रित कवि द्वारा अपन रचना पाठ कएल गेल । हिन्दी कवि अरविन्द श्रीवास्तव संचालित गोष्ठीमे सर्वप्रथम सहरसा जिला कार्यालयमे पदस्थापित मुक्तेश्वर मुकेश मैथिली टोनमे आकण्ठ भीजल विभिन्न शैलीक हिन्दी कविताक पाठ केलनि ।
राजनीति पर व्यंग करैत की भाय नै भाय कविता हुनक विशिश्ट प्रस्तुति छल,त’ समकालीन मैथिली कविताक प्रतिनिधि स्वर रामचैतन्य धीरजक गीत मर्मस्पर्शी आ क्रान्तिक सनेश । मुंगेरवासी शहंशाह आलम अपन हिन्दी कविताक बानगी प्रस्तुत कर सभकेँ अभिभूत क देलनि। स्वाति शाकम्भरी अपन टटका कविता मुखौटा आ स्वाधीनताक पाठ करैत मैथिली काव्यक नूतन धरातलकेँ सोझाँ रखबामे सफल रहलीह ।
किसलय कृष्ण अपन मैथिली गजल आ कृष्णमोहन सोनी हिन्दी शब्दचित्रक माध्यममे सामाजिक संवेदनाकेँ रेखांकित कयलनि,त’ पटनासँ पहुँचल राजकिशोर राजनक प्रस्तुति सहजहि नीक छल । अरविन्द श्रीवास्तवक रचना स्त्री विमर्शक संकेत । अन्तिम क्षणमे कविजी नामकेँ सार्थक केलनि अरविन्द मिश्र नीरज अपन सस्वर ग्राम्य गीतक संग ।निश्चित रुपसँ संवादशून्यताक एहि अकलबेरामे ई काव्यमय आयोजन स्वाति नक्षत्रक बुन्न जकाँ छल ।
सहभागी युवा कार्यकर्ता लोकनि मे आजुक आयोजन सँ एकटा विशेष उर्जाक संचरण भेल कहैत छथि राहुल बनगाँव। हुनकर मानब छन्हि जे एहि तरहें आभासी दुनिया सँ यथार्थ दुनिया मे एक सँ बढि कय एक दिग्गज केर दर्शन भेनाइ अपना आप मे एकटा नव उर्जाक भंडार भेटब समान होइत अछि। आजुक कार्यक्रम सोशियल मिडियाक सदुपयोगिता पर प्रकाश देलक आ संगहि ईहो प्रमाणित केलक जे इच्छाशक्ति मजबूत होयत तऽ कोनो कार्य करब असंभव नहि होयत।
ओतहि एकटा प्रखर आलोचक मैथिली जिन्दाबाद सँ वार्ता करैत कहलनि जे एहि कार्यक्रम केँ आरो बेसी सशक्त बनायल जा सकैत छल, लेकिन पहिल बेर जतेक भेल से कम नहि। निश्चित तौर पर ऐगला बेर एहि सँ बेसी सशक्त ढंग सँ उपस्थिति आ विषय केर चुनावक संग आरो बेसी सहभागिता पर जोर देल जायत ई भावना आयोजनकर्ता द्वारा प्रकट कैल गेल।
कार्यक्रमक सफलता लेल मैथिली जिन्दाबादक शुभकामना एवं शुभकार्य:
मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ आयोजनकर्ता केँ हार्दिक बधाई!! एहि कार्यक्रमक सफलता लेल प्रथमहि दिन सँ मैथिली जिन्दाबाद भरपूर प्रयास करैत रहल आ किसलयजी, अमितजी, रजनीशजी, रौशनजी, राहुलजी, सुभाषचंद्र भाइ आदिक माध्यम सँ निरज सर, धीरज सर, श्वातिजी आदि मैथिली स्रष्टा सहित सबहक उपस्थिति लेल समुचित प्रयास करैत रहल। सफलता पर गर्व करैत मैथिली जिन्दाबाद सब गोटा केँ बेर-बेर धन्यवाद करैत अछि।