दरभंगाक आम जन-जीवन पर फिल्मी प्रभाव हावी: प्रेमक खेल मे फिल्मी स्टंट

दरभंगा, जुलाई ३०, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!

car kidnappingवर्तमान मिथिलाक सांस्कृतिक राजधानी दरिभंगा मे फिल्मी जीवनशैलीक असर आम जनमानस पर स्पष्ट देखाय लागल अछि। काल्हिये एकटा समाचार भेटल जे पंजबाक गुरुदासपुर मे आतंकवादी सब जाहि तरहें थाना मे बिस्फोटक आ हथियार सँ लैस थाना मे घूसिकय आक्रमण केलक, किछु ताहि तरहक घटना दरभंगा मे सेहो आम जनजीवन केँ त्रसित कय देने छल। भेल एना जे समस्तीपुरक कोनो गामक किछु युवा अपन सम्बन्धीक घरक कोनो लड़की सँ प्रेम करैत छल, संभवत: प्रेमकथा मे पारिवारिक विलेन हिरो पर किछु कस्ती कसने होयत, हिरोइन सेहो एहि मे हिरोक संग देबाक लेल उताहुल होयत, मुदा माय-बाप-परिजन केर विलेनस भूमिकाक चलते हिरोइन घरहि मे कैदी बनि नहि रहि सकबाक गाथा मोबाइल पर बड मोस्किल सऽ हिरोइन द्वारा कहल गेलाक बाद हिरो अपन किछु साइड हिरो मित्र सब संग मिलिकय बहुत खतरनाक योजना बना बैसल। हिरो एकटा अल्टो मारुति कार मे किछु हाइड्रो बम्ब (पटाखाक एक लोकप्रिय प्रकार जाहि मे खूब आवाज होइत छैक) सहित अन्य प्रकारक बिस्फोटक सामग्री आ एहि क्षेत्र मे चोरा-नुका कय बेचल जायवला ‘थ्रीनट्टा पेस्तोल’ जेकरा हिन्दी अखबार मे ‘देसी कट्टा’ नाम सँ बेसी लोकप्रिय पहिचान बनलैक, ताहि सब संग सीधे लड़कीक घर टाउन थाना क्षेत्रक रत्नोपट्टी मोहल्ला मे पैसिकय लड़की घर सँ उठा फिल्मी स्टाइल मे कार केँ अंधाधुंध भगबैत दरभंगा शहरक तंग-गली सँ भगबय लागल।

एम्हर लोक सबकेँ भेलैक जे आतंकवादी पंजाबक बाद सीधे दरभंगा मे कोना आबि गेल, सब कियो जेम्हर-तेम्हर जान बचाबय लेल भागय लागल। अपन-अपन घरक दरबाजा बन्द करैत परिवारक सुरक्षा ताकय लागल। सड़क पर चलनिहार सब साइड होइत बम सँ घायल नहि होइ से सोचि सड़के पर सूतय लागल आ ओम्हर फिल्मी हिरो सब जेकाँ ५ गुंडा-तत्त्व आ हिरोइन लगभग १९ सालक एक लड़की केँ लेने अत्यधिक गति सँ भागि रहल छल। किछु लोक दरिभंगाक एसएसपी केँ जानकारी करेलकैक जे एना-एना किछु गुंडा बम-बारुद सँ लैस पेस्तोल देखबैत सड़क खाली करबैत कोनो लड़कीक अपहरण कय भागि रहल अछि। एसएसपी तुरन्त मोबाइल पर कंट्रोल केँ जानकारी करबैत चारूकात सूतल पूलिस केँ उठि जाय लेल कहलकैक। स्थिति एना जेना मानू सब दिन बैसिये-सुतिये कय खाइवला पूलिस प्रशासन लेल अचानक आतंकवादी शहर मे पैस गेलाक बाद केहन चुनौतीक सामना करय पड़तैक… बस… ताहि तरहें सब पूलिस अपन-अपन सूट-बूट सरियाबैत जहतर-पहतर पोजीशन लेलक। फिल्म सब मे जेना सूपर इन्सपेक्टर केँ देखायल जाइत छैक, किछु ताहि अन्दाज मे मब्बी ओपी प्रभारी महादेव कामत अत्यन्त सूझ-बूझ सँ शिवधारा बाजार समिति स्थित दुर्गा मंदिर लग ओहि कार केँ घेरय मे सफल भेला।

कार रुकिते ओहि मे सँ तीन गोटा तऽ जान बचाकय भागल। २ गोट छौंड़ा केँ पब्लिक धय लेलक आ दे चुटान पर चुटान, हिरोइन बेचारी ओत्तहु अपन अदा सँ ओहि दुनू केँ बचेबाक प्रयास केलक, मुदा ताबत धरि तऽ मुह, नाक, कान सबसँ खूनहि-खून – पूलिसो केर बात भीड़ थोड़े न ओहि समय मानैत छैक। खबैड़ पहिने आबि गेल छलैक जे कतेको मोटरसाइकिल आ साइकिलवला एहि बेतहाशा भागैत कार सँ जान बचेबाक लेल हाथ-पैर तोड़-मचोड़ करा लेने छल। प्रतिक्रियास्वरूप जाबत पूलिसक नियंत्रण होइतैक, ओहि २ हिरो-गूंडा केँ भीड़ पूर्णरूप सँ खून चुआ देलकैक।

पुलिस कहलक जे ओहि दुइ मे सँ एक आवारा ओहि लड़कीक ‘रिश्तेदार’ यानी सम्बन्धी छल। खूब हिन्दी मे डायलाग छाँटल गेल। हिरोइन सेहो बयान देलक जे ओ सब तऽ बस अपना मोने घूमय लेल निकलल छल… आदि! मुदा पूलिस केँ बुझेलैक जे भगलहबा तीन मे ओकर आशिक सेहो छल, जे ओकरा उठाकय भागबाक पूरा तैयारीक संग आयल छल। ओकरा लागल हैत जे भीड़भाड़ वला नगर थाना इलाका सँ कोनो घर सँ कोनो लड़की केँ उठाकय भागनाय आसान काज नहि छैक, तैँ ओ एहि तरहक तैयारीक संग आयल होयत।

हिरो जे दुइटा पकड़ायल अछि ओकर इलाज एखन डीएमसीएच मे चलि रहल छैक, ओकर पहिचान मोनू कुमार पिता शत्रुघ्न साह व ओही गाम केर कृष्णमोहन साह केर पुत्र 30 वर्षीय पुत्र राज साह केर रूप मे भेलैक अछि। मोनू केँ लड़कीक रिश्तेदार कहल जा रहल छैक, मुदा सवाल उठैत छैक जे रिश्तेदारी मे लड़की केँ लऽ कय भागबाक पाछाँ असल वजह कि भऽ सकैत छैक? हिरोइन केँ महिला थाना मे भरती करायल जेबाक समाचार छैक।