समाचार स्रोत: अनलाइन खबड़
७ सावन, काठमांडु । नेकपा (माओवादी)क संयोजक मातृका यादव राष्ट्रियताक नाम मे मधेश तथा मधेशी जनता केँ देखबाक दृष्टिकोणे गलत हेबाक टिप्पणी केलनि अछि । गोर्खाली राष्ट्रियताक वर्चस्व हेबाक चलते नेपाली कम्युनिष्ट आन्दोलन पाछाँ पड़ि जेबाक बात सेहो ओ कहलनि ।
ऋषी कट्टेल नेतृत्वक नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी द्वारा वृहस्पति दिन ३३मा पुष्पलाल स्मृति दिवसक अवसर मे आयोजना कैल गेल विचार गोष्ठी मे यादव द्वारा खुद केँ नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी केर नेता कहनिहार एको प्रतिशत लोक कम्युनिष्ट चरित्रक नहि होयबाक बात बतेलनि ।
‘हम सब जिन्दाबाद कहलाक बाद जिन्दाबाद आर मूर्दावाद कहलाक बाद मूर्दाबाद कहैत छी । अपन चिन्तन मनन तऽ अछिये नहि’ यादव जी कहलनि – ‘हम सब मधेशी कहैक संगे ईण्डियन छियैक तेना सोचैत छी । मधेश नेपाल केर हो, मधेशी मुदा ईण्डियन हो?’
यादव जी गोर्खाली सबकेँ मात्र सच्चा राष्ट्रवादी मानबाक पुरान सोंच मे परिवर्तन आनय पड़त से धारणा रखलनि ।
एमाले, एमाओवादी लगायत सब पार्टी सब भ्रष्ट कर्मचारी आर तस्कर-व्यापारी केर चन्दाक भर मे चलबाक बात कहैत ओ ताहि पार्टी सब केँ कम्युनिष्ट मानले नहि जा सकबाक बात कहलनि । ओ कहला – ‘कम्युनिष्ट सब सत्ता केर उपयोग करैत नव जनवादी क्रान्ति सफल बनेबाक दिशि लागि जेबाक छल । मुदा, हम सब अपनहि जेबी भरय दिशि लागि गेलौं । केना कमाय होयत ताहि दिशि लागि गेलौं । केना भेटत सत्ता ताहि खेल मे लागल लोक केँ केना कम्युनिष्ट कही ?’
ओ नेपाली कम्युनिष्ट आन्दोलनक मुख्य समस्या मे नेता सबहक रुपान्तरण हेबाक बात बतौलनि । मार्क्स, एङगेल्स आ लेनिन सर्वहारा परिवारक नहि भेलाक बादो ओ सब अपना केँ सर्वहारा मे रुपान्तरण करैत आगाँ बढला कहैत यादवजी नेपालक कम्युनिष्ट नेता सबकेँ सेहो अपना केँ रुपान्तरण करैत आगाँ बढि नेतृत्व करबाक दिशा मे जोर देलनि ।
माओवादी संयोजक मातृका यादव नेपालक कम्युनिष्ट आन्दोलन बिघटन केर दिशा तरफ जा रहल बतौलनि । नेपालक सब कम्युनिष्ट पार्टी बीच न्युनतम कार्यगत एकता करैत कम्युनिष्ट आन्दोलन केँ सही ट्रैक मे आनबाक आवश्यकता रहल सेहो कहलनि।