दिल्ली। जुलाई २३, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
देखू मैथिल मिथिलानी केर कत बदतर अछि हाल, कि आइ धरि पिछड़ल छथि संसार!! – ई मैथिली मेलोडी गीत तर्ज ‘देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान्, के कितना बदल गया इन्सान’ केर तर्ज पर कतहु-कतहु सुनल जाइत छल। वास्तव मे आइयो सबसँ अधिक पिछड़ापण मैथिल महिला मे भेटैत अछि। गाम मे एखनहु ९०% महिला असाक्षर आ मात्र घरक कामकाज धरि सीमित छथि। किछु महिला मे घर-गृहस्थी प्रति पूर्ण जिम्मेवारी रहैत छन्हि, मुदा नवका पीढी मे पारंपरिक घरेलू पेशा आदि सँ कम आकर्षण आ दोसर दिशि कोनो खास उपलब्धिमूलक शिक्षा अर्जन नहि कय सकबाक कारण चिन्ताजनक अवस्था बनल अछि।
लेकिन आयोजक मैथिली साहित्य महासभाक संस्थापक संजीब सिन्हा आ एहि स्थापना मे संग ठाढ अनेकानेक एक्जिक्युटिव अफिसर रैंक केर स्वाबलंबी मैथिल अभियानी लोकनि दिल्ली मे दृश्य बदलबाक लेल एहि विषय ‘मिथिलाक नारी – नहि छथि बेचारी’ पर एक सुप्रसिद्ध आ शक्तिशाली मिथिलानी पद्मश्री डा. उषा किरण खान केर व्याख्यानमाला राखि लगभग ३०० केर आसपास मैथिल महिला एवं पुरुषक भागीदारी पर जोर दैत आयोजन कय रहल छथि। आब १ सँ १० धरिक काउन्टडाउन काल्हि सँ चालू भऽ जायत आ तैयारीक अधिकांश भार सह-संस्थापक अमरनाथ जी असगरे उठौने छथि, मुदा सब कियो मिलिकय आर्थिक भार संवहन लेल स्वैच्छिक योगदान संकलन कय रहल छी, ई जानकारी संजीव सिन्हा करौलनि। तहिना आमंत्रण पत्रक खूबसुरत डिजाइन सँ लैत कार्यक्रम स्थल केर इन्टेरियर डेकोरेशन्स आदि पर अमरनाथ जी समान दिग्गज इवेन्ट मैनेजमेन्ट किंग कय रहला अछि सेहो जानकारी आयोजन समिति सँ भेटल।
एहेन भव्यताक संग आयोजित होमयवला ई व्याख्यानमाला सँ जरुर करोड़ों मैथिलानी मे नव उर्जाक संचरण होयत आ डा. खान केर देल व्याख्यानक संपूर्ण विडियो द्वारा सेहो प्रेरणाक संचरण हेतु यूट्युब पर डाउनलोड कैल जायत। कार्यक्रम केँ लाइव-स्ट्रीमिंग द्वारा प्रदर्शन करबाक लेल समुचित व्यवस्था कैल जा रहल अछि। आयोजन समिति एहि सब जानकारीक संग एहि कार्यक्रम मे अधिक सँ अधिक सहभागिता लेल अपील केलक अछि।