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‘मिथिला मिथक’ हर घर लेल उपयोगी आ जरूरी पोथीः पुस्तक चर्चा कार्यक्रम विराटनगर मे सम्पन्न

विराटनगर, २० दिसम्बर २०२४ । मैथिली जिन्दाबाद!!

मिथिला मिथक पुस्तक पर चर्चा कार्यक्रम – मैथिली एसोसिएशन नेपाल द्वारा विराटनगर मे आयोजित भेल 
श्री धर्मेन्द्र विह्वल केर लिखल पुस्तक मिथिला मिथक केर विमोचन कोशी प्रदेश मुख्यमंत्री हिकमत कुमार कार्की द्वारा मंगल दिन पूस 2 गते भेल छल, एहि पुस्तक पर केन्द्रित चर्चा पूस 4 गते वृहस्पति दिन विराटनगर के सेवा मार्ग स्थित संकटमोचन हनुमान मंदिर सभागार मे मैथिली एसोसिएशन नेपाल द्वारा आयोजित कयल गेल ।
प्रो. भविष्य मिश्र व वरिष्ठ संचारकर्मी अजय कुमार झा एहि पोथी बारे वृहत विचार रखैत मिथिला मे प्रचलित मिथक केर संग्रह अत्यन्त महत्वपूर्ण काजक आरम्भ भेल कहलनि । चर्चा मे लेखक धर्मेन्द्र विह्वल द्वारा एहि पुस्तकक लेखन मे स्वयं केर 7 वर्षक अथक प्रयास सँ आ मिथिला क्षेत्रक विभिन्न भूगोल सब सँ तथ्यांक संकलन करैत कुल 111 गोट मिथक प्रकरण एहि संग्रह मे समेटल जेबाक तथ्य रखलनि । मिथिला मे प्रचलित अनेकों महत्वपूर्ण मिथक केर संग्रह प्रकाशन सम्भव हेबाक पाछाँ नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान द्वारा नेपाल प्रज्ञा मिथक कोष जाहि मे स्वयं धर्मेन्द्र झा द्वारा मिथिला क्षेत्रक लगभग 78 गोट मिथक संग्रह कयल गेल छल मुदा से नेपाली भाषाक पुस्तक रहय, आर बेसी संग्रह करैत निज मातृभाषा मैथिली केर साहित्य मे सेहो मिथक प्रकाशन करबाक प्रेरणा भेटबाक बात सेहो कहलनि ।
प्रमुख अतिथि परमेश्वर कापड़ि मिथिला केर इतिहास पर चर्चा करैत मिथकक प्रचुरता, ओकर उपादेयता आ महत्ता पर प्रकाश देलनि । त्रिभुवन विश्वविद्यालय के पूर्व मैथिली विभागाध्यक्ष रहल प्रो. कापड़ि कहलनि जे एहि किताबक प्रकाशन कय धर्मेन्द्र विह्वल इतिहास बचेबाक महत्वपूर्ण काज कयलनि अछि । एहि सँ भविष्य सुरक्षित हेबाक अनुभूति भेटि रहल अछि, सन्तति केँ अपन पूर्वजक व्यवहारिक ज्ञान सँ परिचय कराओत सेहो दावी कयलनि ।
अध्यक्ष प्रवीण नारायण चौधरी मिथिला मिथक केर लेखन-प्रकाशन कय श्री विह्वल मैथिली भाषा साहित्य लेल करैत आबि रहला विशिष्ट योगदान सँ एक नव आ ऐतिहासिक महत्व केर काज कयलनि कहलनि । पोथी मे समाहित कुल छः शीर्षक अन्तर्गत वर्णन कयल गेल कतेको श्रुति साहित्य केँ लिपिबद्ध कयलनि अछि ओ सोदाहरण तेकर विवरण प्रस्तुत कयलनि । आगू एहि पुस्तक के परिमार्जन पर जोर दैत बेसी सँ बेसी लोक सँ, जे अलग अलग मिथिला भूभाग केर छथि हुनका सब केँ जिम्मेदारी दैत आर अधिक मिथक सब संग्रह करैत, मिथिला मिथक केर श्रृंखलाबद्ध प्रकाशन जरूरी रहबाक, एहि लेल एसोसिएशन सेहो लेखक संग सहकार्य हेतु तैयार रहबाक बात बतेलनि ।
पुस्तक चर्चा कार्यक्रम केर संचालन महासचिव राकेश देव कयलनि तथा स्वागत सम्बोधन उपाध्यक्ष आभा अनुपमा द्वारा कयल गेल । मैथिली एसोसिएशन नेपाल केर लक्ष्य आ प्रस्तुति निरन्तर काज करयवला अछि, विगत मे कयल गेल विभिन्न कार्यक्रम पर संछिप्त प्रकाश सेहो देलनि । मैथिली लेल भाषा आयोग केर सिफारिश कोशी प्रदेश आ मधेश प्रदेश मे शीघ्र लागू करबाक तथा एहि वास्ते राष्ट्रीय समाचार समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहल धर्मेन्द्र झा सँ सिंह दरबार धरि आवाज पहुँचेबाक मांग सेहो महासचिव देव द्वारा कयल गेल ।
पुस्तक चर्चा सँ उजागर तथ्य पर टिप्पणी दर्शक दीर्घा सँ लेल गेल । पुस्तक केर महत्व आत्मसात करैत हरेक घर मे ई पुस्तक पहुँचब आवश्यक कहलनि । टिप्पणी निभा देव, सिन्धु देव, विमला देव, वन्दना चौधरी, प्रकाश प्रेमी, विवेक देव, राजीव मिश्र, गौरी गुप्ता व अन्य श्रोता द्वारा कयल गेल छल । एहि तरहक आयोजन लेल सब गोटे आयोजक मैथिली एसोसिएशन नेपाल केर प्रशंसा सेहो कयलनि ।

हाथोंहाथ 15 गोट पुस्तक केर सशुल्क क्रेता सेहो अभरलाह ।

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