विजेता कर्ण, काठमांडू। ८ जून २०२४, मैथिली जिन्दाबाद!!
समाचार स्रोतः राष्ट्रीय समाचार समिति (रासस) काठमांडू – जेठ २४ ।
मैथिली साहित्यक किशोर अनुवादक विमर्श झाक कृतिपर अन्र्तक्रिया
मैथिली साहित्यक सबसँ कम उमेरक अनुवादक विमर्श झाद्वारा अंग्रेजीमे अनुदित ‘क्राइ नो मोर सीता’ कविता संग्रहपर अन्तर्क्रिया कयल गेल । काठमांडूमे आयोजित एक कार्यक्रममध्य मूल मैथिलीमे रहल कवयित्री विभा झाक कविता संग्रह ‘नहि सीता नहि’केर अंग्रेजी अनुवाद ‘क्राइ नो मोर सीता’क लोकार्पण तथा अन्तर्क्रिया कयल गेल । उक्त कृतिकेर कवितासब सीतापर आधारित रहल अछि । कार्यक्रममे १७ वर्षीय अनुवादक विमर्श झासंग युवाकवि विकास वत्सनाभद्वारा संवादसमेत कयल गेल छल । छोट उमेरमे अनुवाद जेहेन गम्भीर विषयक चयन कियैक कयलहुँ – एहि प्रश्नक उत्तरमे अनुवादक झा बजलाह, ‘मैथिली हमर मातृभाषा छी मुदा एहि भाषाक समृद्ध साहित्यकेँ राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीयस्तरधरि पहुँचाबयलेल अंग्रेजीमे अनुवाद आवश्यक अछि । ताहिसँ हम अनुवाद करबाक विचार कयलहुँ ।’
अनुवादक झाद्वारा अपन लेखिका माय विभा झाक साहित्यिक कृति अनुवाद करैत स्वयंकेँ मैथिली शब्दभण्डारक विराटता आ महिलासभक मोन भीतरक भावसबकेँ बुझबाक अवसर प्राप्त हेबाक बात सेहो उक्त अन्तर्क्रिया कार्यक्रममे कहल गेल । कविता संग्रह ‘क्राइ नो मोर सीता’क प्रकाशन विमर्श फउण्डेशनद्वारा कयल गेल अछि । फाउण्डेशनक अध्यक्षा विभा झा एहि अवसर पर बजलीह जे मैथिली साहित्यमे युवापुस्ताक आगमनसँ उत्साह आर बढ़ि गेल अछि । अध्यक्ष झा कृति केर मूल लेखिका सेहो छथि ।
कार्यक्रमक प्रमुख अतिथि भाषावैज्ञानिक डा. रामावतार यादवद्वारा किशोर अनुवादक विमर्श झाक अनुवाद कलाक प्रशंसा करैत कहल गेल, ‘मैथिली साहित्यकेँ विमर्शजेहेन जोशीला युवा सर्जक आ अनुवादक जरूरत अछि ।’ क्राइ नो मोर सीता एक सफल अनुवाद कृति होयबाक बात कहैत अनुवाद साहित्यमे झाक निरन्तरताक कामना सेहो प्रमुख अतिथि यादव कयलनि । कार्यक्रमक अध्यक्षता कय रहला शम्भु झाद्वारा किशोर अनुवादक विमर्शमे साहित्यचेत आ आरो बहुते रास सम्भावना रहबाक बात कहल गेल । ओ आगामी दिनमे सेहो आरो नीक-नीक मैथिली कृतिकेर अनुवाद विमर्शद्वारा कयल जेबाक सम्बन्धमे स्वयं बहुत आशावादी होयबाक आशा सेहो जतेलनि ।