लेख
प्रेषित : संजू शोभना
श्रोत: दहेज मुक्त मिथिला
लेखनी _क_ धार प्रतियोगिता, वृहस्पतिवार
विषय :स्वास्थय के देख _रेख कोना कएल जाय
किछु योग आ प्राणायाम त सब केँ करय के ही चाही । स्वस्थ रहय के लेल बहुत जरूरी छय। टहलव सेहो बहुत फायदेमंद छै। मेंटल हेल्थ आ शारीरिक स्वास्थ्य दूनू लेल। हमरा त कखनो क कोनो बात मोन मे घर क जाय ये, आधा घंटा फूल स्पीड में वाक करय छी त बहुत फायदा होय ये, एकदम फ्रेश भ जाय छी । असगर वाक करू आ ककरो संग करू दुनू के अपन फायदा आ हानि छय। जेना असगर करब त अपन सांस स मैच क क अपन स्पीड मे वॉक करु फेर से रहत आ यदि कियो संग में भेट गेल त ओकर फायदा छै जे गप्प करयत करयत चलु त खूब बेशी काल मोन लगा क वाक क सकय छी बार बार देख नय पड़त कि कत्ते राउन्ड भ गेल ।
स्वस्थ शरीर सं मन प्रफुल्लित रहैत अछि। तेँ ल क सबस पहिने स्वस्थ रह के उपाय में भोरे पाँच बजे उठिकय पूरा घर बहारि लेला के बाद नित्यक्रिया स निवृत्त भय दस बेर खाली पैर चलय छी ।अनुलोम विलोम आ कपालभाति करैत छी। एहि में कहियो उन्नीस बीस होइत अइ। हम लगभग पाँच सँ छः किलोमीटर रोज पैदल चलैत छी। कहियो काल एहि सँ ज्यादा सेहो चलि लैत छी, और सेयरोजेन में सेहो जाय छी थेरेपी सेहो करय छी, सर्बाइकल के समस्या अछि। जौं फ्री रहै छी तऽ दूनू सांझ पार्क जाय छी। घरक बनल हम सभ किछ भोजन करैत छी, बाहरो के कखनो काल खाय छी। नारियल पानी सप्ताह मे चारि-पाँच दिन पीबि लै छी। मौसमी कें जूस सेहो कहियो – काल पीबि लै छी। 40/45के उम्र बाला के वेसी ध्यान देबय परय छय दिनचर्या ठीक रहत त स्वास्थ में अपने आप सुधार रहत सबसँ जरूरी जें प्रशन्न चित्त रहै कें कोशिश करै छी। हमरा बहुत मोनके शांति अहि सऽ भेटैये। हम घरक सभटा काज अपने हाथे करै छी, सब्जी,फल वगैरह सेहो अपने सऽ आनै छी। लगभगमे हम पूर्ण रूप सऽ स्वस्थ रहैत छी, कने – मने कें हम मोजर नहि दै छियै। मानव शरीरो तऽ मशीने छय। हम ऐतबे कहब हर उम्र के अपन स्वास्थ्य पर बेसी से बेसी ध्यान देय के चाही फल, सब्जी, जूस, साग पतियार के सेवन करी विटामिन डी, विटामिन सी, केलशियम उपयोग करी ।