गणतंत्र दिवस भारतीय परंपरा आ संस्कृति के मजगूत करैत अछि

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लेख

प्रेषित : आभा झा

लेखनीकेँ धार –

गणतंत्र दिवसक महत्व – जखन गणतंत्र दिवस अबैत अछि, तखन हमरा स्कूलक ओहि दिनक याद ताजा भऽ जाइत अछि, जखन हम स्कूलक मैदानमे होमय वाला गणतंत्र दिवसक ध्वजारोहण समारोहकेँ देखयकेँ लेल स्कूल दिस उत्साहक संग दौड़ी आ गर्वक संग राष्ट्रगान गबैत रही।नाटक आ नृत्य हमरा राष्ट्रक लेल गर्वकेँ व्यक्त करयकेँ माध्यम बनि गेल कियैकि हम ओहि संघर्ष आ बलिदानकेँ याद कयलहुँ जाहि कारण दुनियामे सभसँ पैघ लोकतंत्रक जन्म भेल।
भारतमे गणतंत्र दिवसक महत्व एहि दिन विशेषता वाला भव्य परेड आ देशभक्तिक उत्साहसँ कतौ बेसी अछि।प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी कऽ मनाओल जाइ वाला गणतंत्र दिवस नागरिकक दिलमे एक विशेष स्थान रखैत अछि कियैकि ई ओहि क्षणकेँ चिन्हित करैत अछि जखन भारतक संविधान लागू भेल छल। एहि दिन, भारत समानता, धर्मनिरपेक्षता आ स्वशासनक लेल प्रतिबद्ध एक गणतंत्रकेँ रूपमे अपन पहचान बनेलक।
गणतंत्र दिवसक महत्व ओकर वादामे निहित अछि – एक एहेन राष्ट्र जे न्यायक लेल प्रयास कऽ रहल अछि, जतय हर आवाज मायने रखैत अछि, अवसर प्रचुर अछि आ अपनापनक भावना एकता आ प्रगतिकेँ बढ़ावा दैत अछि। गणतंत्र दिवस केवल एक स्मरणोत्सव नहिं अछि, ई ओहि मूलभूत आदर्शक पुनः पुष्टि अछि जे राष्ट्रक पथकेँ मार्गदर्शन करैत अछि। ई दिन लोकतांत्रिक मूल्य पर सेहो प्रकाश डालैत अछि, जे हमर समाजक आधारशिला अछि। एतय हर एककेँ अपन बात राखयकेँ अधिकार होइत अछि। भारतक कतेक संस्कृति आ परंपरा हमरा अद्वितीय आ मजगूत बनबैत अछि आ गणतंत्र दिवस समारोह हमर विविध विरासतकेँ प्रदर्शित करय, नागरिकक बीच गर्व आ एकजुटताक भावनाकेँ बढ़ावा देबय, हमरा एक पैघ परिवारक रूपमे एकजुट करयकेँ एक मंच बनि जाइत अछि। एकर अलावा गणतंत्र दिवस हर भारतीयकेँ दिलकेँ देशभक्ति आ गर्वसँ भरि दैत अछि। उत्सवक दौरान राष्ट्रीय ध्वज फहरेनाइ, राष्ट्रगान गेनाइ आ समग्र देशभक्तिकेँ भावना लोक आ हुनक देशक बीच एक मजगूत बंधन बनबैत अछि।
समारोहसँ परे, गणतंत्र दिवस शैक्षिक महत्व रखैत अछि।स्कूल आ काॅलेज एहि अवसरक उपयोग छात्रकेँ हमर संविधान, स्वतंत्रताक संघर्ष आ लोकतांत्रिक शासन न केवल भारतक लेल बल्कि दुनियाक लेल कियैक महत्वपूर्ण अछि, के बारेमे सिखबैत अछि। स्कूल हमरा सिखबैत अछि कि युवा पीढ़ीक लेल हमर देशक पहचानक आकार देबय वाला इतिहास आ मूल्यकेँ बुझनाइ आ ओकर सराहना करयकेँ समय आबि गेल अछि। गणतंत्र दिवस अतीत, वर्तमान आ भविष्यकेँ जोड़य वाला पुलक रूपमे कार्य करैत अछि, जे एक उज्जवल आ अधिक समावेशी भविष्यक दिशामे राष्ट्रकेँ चलि रहल यात्राक प्रतीक अछि। ई ने केवल एक ऐतिहासिक घटनाक प्रतीक अछि, बल्कि भारतीय गणराज्यकेँ परिभाषित करय वाला लोकतांत्रिक सिद्धांतक प्रति निरंतर प्रतिबद्धताक सेहो प्रतीक अछि।
गणतंत्र दिवसक एक अन्य पहलू राष्ट्रकेँ नाम राष्ट्रपतिक संबोधन अछि। भारतक राष्ट्रपति राष्ट्रक नाम एक संबोधन दैत छथि, जाहिमे सरकारक उपलब्धि, नीति आ भविष्यक योजना पर प्रकाश प्रदान कैल जाइत अछि। गणतंत्र दिवसक परेड भारतक सैन्य शक्ति आ सांस्कृतिक विविधताक एक भव्य प्रदर्शन अछि। गणतंत्र दिवस भारतक इतिहास आ संस्कृतिमे एक महत्वपूर्ण दिन अछि, आ एकरा पूरा देशमे देशभक्तिपूर्ण उत्साहक संग मनाओल जाइत अछि। जय हिंद ।