दरभंगाक लदारी गाम आ दुर्गा पूजाक इतिहास

माँ भगवती स्थान लदारी (दरभंगा)

दरभंगा जिला मुख्यालय सँ केवटी – विस्फी होइत जनकपुर आ सीतामढ़ी केँ जोड़यवला मार्ग पर स्थित अछि लदारी गाम। एहि गाम मे आइ कतेको दशक सँ जगज्जननी दुर्गा माताक पूजा-पाठ बड़ा भव्यता सँ ग्रामीण आ आसपासक लाखों श्रद्धालु लोकनि द्वारा मनायल जाइत अछि। माँ दुर्गाक महिमा अपरंपार मानल जाइत छन्हि आ तेँ एतय शारदीय नवरात्र मे अलगे रौनक आ चहल-पहल भेल करैत अछि। मान्यता छैक जे पूर्ण श्रद्धा आ समर्पणक भाव सँ एहिठाम कयल गेल पूजा-अर्चना सँ माता भवानी बहुत प्रसन्न भेल करैत छथि आ अपन कृपा सँ पूजा कयनिहार भक्त-श्रद्धालु ओ साधक लोकनिक सम्पूर्ण मनोकामना पूर्ण करैत छथि। लदारी सहित आसपास के गाम आ सीतामढ़ी, मधुबनी तथा दरभंगा जिलाक विभिन्न प्रखंड सब सँ एतय बड़ा भारी संख्या मे श्रद्धालु लोकनिक पहुँचब एहि बातक ठोस प्रमाण थिक।
इतिहास:
मंदिरक निर्माण ४७ वर्ष पूर्व कराओल गेल छल। ताहि समय सँ माँ दुर्गाक पूजा-अर्चना निरन्तर चलि रहल छन्हि। पहिने साधारण फूस के घर मे भवानी दुर्गाक मूर्ति स्थापित कय केँ ग्रामीण लोकनि पूजा-अर्चना करैत रहथि। बाद मे २०११ के आसपास ग्रामीण सभक आपसी सहयोग सँ भव्य आकर्षक मंदिर केर निर्माण कराओल गेल अछि। प्रति वर्ष माँ दुर्गाक नव प्रतिमा निर्माण कराकय विधिवत् पूजा कयल जाइत छन्हि।
विशेषता:
एहि ठाम नव प्रतिमा मे दुर्गा भवानीक पूजा पूर्ण वैदिक पद्धति सँ कयल जाइछ। संध्या आरती आ दिवारी लेसय लेल एहि ठाम हजारों ग्रामीण धी-बेटी, माता-बहिन सभक अद्भुत भीड़ जुटैत अछि। एहि मंदिर मे सप्तमी आ अष्टमी केँ महाप्रसाद केर आयोजन होइत अछि। अष्टमी आ नवमी केँ बलिप्रदान केर प्रथा सेहो बहुत प्रसिद्ध अछि। ओना त एतय भरि साल माँ दुर्गाक पूजा-अर्चना आ संध्या-आरती होइते अछि, लेकिन शारदीय नवरात्रक अनुपम बेला एना बुझाइत अछि मानू भगवती स्वयं आबिकय विराजमान भ’ जाइत छथि आ लोक सब हुनकर पुनीत दर्शन लेल कसगर जुटान करैत अछि। तहिना गामक दाय-माय के अलावा आस‍‍-पड़ोसक गामक दाय-माय सब सेहो खोइंछ भरबाक लेल एतय अबैत छथि। एक सँ बढ़िकय एक विश्वास प्रचलित हेबाक कारण एहिठामक भगवती केँ विशेष रूप सँ अपन श्रद्धा-भक्ति समर्पित करबाक लेल स्वाभाविके भीड़ जुटि गेल करैत अछि। सभक मनोकामना पूरा हेबाक कारण कबुला कय केँ भक्ति-आराधना केर अनुपम वातावरण बनल करैत अछि।
एहि ठाम पंडित शंकर झा, पुजारी के अलावे सम्पूर्ण व्यवस्थापन लेल गामक गणमान्य अभिभावक एवं युवा सभक संगठन “दुर्गा पूजा समिति लदारी” द्वारा सब तरहक व्यवस्थापन आ भीड़ नियंत्रण संग पूजा-अनुष्ठान, सन्ध्या-आरती आदि समय पर सम्पन्न कयल जाइत अछि।
एहि वर्ष सँ एकटा नव परम्परा आरम्भ करबाक निर्णय लेबाक बात समितिक सदस्य राजीव कुमार ठाकुर मैथिली जिन्दाबाद केँ बतौलनि। ओ कहलनि जे विगत किछु समय मे सांस्कृतिक स्खलन आ मैथिली जेहेन मीठ भाषाक उपर बाहरी भाषा मे गायल जायवला फूहड़ गीत-संगीत आ ध्वनि प्रदूषण सँ अकच्छ जनता (ग्रामीण) लोकनि निर्णय कयलनि अछि जे सांस्कृतिक सन्ध्या मे मैथिली केँ सर्वोपरि राखि केवल भक्तिभाव सँ परिपूर्ण भजन सन्ध्या, झाँकी, नृत्य आदिक प्रस्तुति होयत। तहिना मैथिली भाषा आ साहित्यक संवर्धन-प्रवर्धन लेल संकल्पित भ’ एहि वर्ष सँ मैथिली कवि सम्मेलनक आयोजन करबाक सेहो निर्णय लेल गेल अछि। एहि मे भारत ओ नेपाल के विभिन्न गणमान्य मैथिली कवि लोकनि केँ आमंत्रित कयल गेल छन्हि।
श्री ठाकुर मैथिली जिन्दाबाद के माध्यम सँ आमजन मे एकटा आह्वान करैत सब केँ लदारीक शारदीय नवरात्र मे घुमय आ भगवतीक पूजा-अर्चना मे सहभागी होमय वास्ते आमंत्रण सेहो कयलनि अछि। मैथिली जिन्दाबाद के तरफ सँ सम्पूर्ण ग्रामीण सहित माता भवानी के पूजा-पाठ भव्यता सँ सफल हो ताहि लेल शुभकामना!!

हरिः हरः!!