अमित आनन्द, बोधगया। जुलाई १२, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
पटना मे आइ रवि दिन १२ जुलाई, २०१५ केँ यूथ क्लब (फ्रेजर रोड, पटना) मे ‘धूमकेतुक लेखन दृष्टि’ विषय पर विचार-गोष्ठीक आयोजन कैल जा रहल अछि। मैथिली लेखक संघ द्वारा एहि आयोजन मे सार्वजनिक आमंत्रण करैत जानकारी कराओल गेल अछि जे धूमकेतु पर श्याम दरिहरे, अशोक, वासुकिनाथ झा, पंचानन मिश्र आ सुभाष चन्द्र यादव अपन विशेषज्ञ-चर्चा करैत वक्तव्य देता। ओतहि दोसर सत्र मे कवि गोष्ठीक सेहो आयोजन कैल जायत जाहि मे दर्जन भरि सँ बेसी कवि-कवियित्रीक सहभागिता अपेक्षित अछि। मैथिली लेखक महासंघक महासचिव (मोबाइल 09334108281) पटना मे संघ द्वारा सदिखन गंभीर विषय पर विचार-विमर्श करबाक परंपरा रहबाक बात कहैत ई कार्यक्रम सेहो ओहि कड़ी मे सँ एक होयबाक भावना रखलनि। विदित अछि जे मैथिली लिट्रेचर फेस्टिवल सनक उच्च मूल्यांकन योग्य कार्यक्रम सेहो मैथिली लेखक संघ पटना द्वारा करायल गेल छल।
हलांकि पटना सँ बाहर संघक योगदान पर कोनो महत्त्वपूर्ण उपलब्धिक उल्लेख कतहु नहि भेटैत अछि, जखन कि मैथिली भाषा, साहित्य एवं भाषिक पहिचानक संग बिहार राज्य मे राजभाषा रूप मे स्थापित होयबाक लेल मैथिली केँ कठोर संघर्षक आवश्यकता अछि, ओहि दिशा मे मैथिली लेखक आ हिनका लोकनिक एतेक महत्त्वपूर्ण संघ केर चुप्पी रहस्यमयी अछि। अरसा बाद चेतना समिति केर जेना नीन्द टूटल अछि, किछु यैह आशा करी जे मैथिलीक महान लेखक ओ संघ केर ध्यान अपन राजनैतिक अधिकार केर दिशा मे सेहो उन्मुख हो आ राज्य केर संरक्षण मे मैथिली फूलय-फलय। मैथिली जिन्दाबादक तरफ सँ कार्यक्रमक सफलताक संग उज्ज्वल भविष्य लेल शुभकामना। (संपादक)