मिथिलावाद मे महिला सहभागिता कतेक?
विगत १० वर्ष सँ मिथिला-मैथिली केँ खूब नीक सँ मनन करैत यथासम्भव विभिन्न विषयक कार्यक्रम सभक आयोजन करैत हमरा मिथिलावाद मे महिला शक्तिक सहभागिता मे क्रमिक सुधार त नजरि पड़ल अछि, मुदा ई आन समुदायक तुलना मे बहुत कम आ नगण्य अछि सेहो कहि सकैत छी। तेकर कतिपय कारण सेहो छैक, ताहू पर हम सब खूब नीक सँ मनन करैत छी। तथापि, आब स्थिति बदलि रहल छैक आ बदलबाको चाही। आउ, किछु विन्दु पर ध्यान दीः
१. २०१२-१३ मे मिथिलावाद नव स्वरूप मे प्रवेश करैछ आ महिला सहभागिता १-२% देखाइत अछि।
२. समर्थन जतेबाक लेल महिलाक उपस्थिति मे पहिने मैथिली गीत-संगीत, फिल्म व अन्य कलाकार वर्ग के महिला मात्र मंचीय प्रस्तुति लेल आगू अबैत छथि।
३. गोटेक महिला शक्ति जे हर तरहें सक्षम आ नेतृत्व क्षमता सँ लैत विषय पर सम्बोधन तक दय मे पूर्ण सक्षम रहैत छथि सेहो पुरुष समाज केँ अफ-अफ करैत आन्दोलन-आन्दोलन करैत देखि अबैत छथि शुरुए मे।
४. हमरा जँ पुछब त २०११ सँ हम आदरणीया करुणा झा केँ देखलियनि जे हर मंच पर जोरदार उपस्थिति देलीह आ महिला शक्ति सब सँ आह्वान सेहो कयलीह।
५. पुनः २०१३ मे मिथिला राज्य निर्माण सेनाक बिठौली जनसभा मे आरती झा (संस्थापिका, सखी बहिनपा) के प्रवेश होइछ।
६. ताहि समय दिल्ली मे भ्वाइस अफ मिथिला आ यूथ अफ मिथिला सँ आबद्ध गोटेक नाम जरूर छल, लेकिन कतहु पब्लिक कार्यक्रम सब मे ओ लोकनि कम देखेलीह। निश्चित एक सुधा झा जे फिल्म सँ सेहो आबद्ध रहथि से आगू अयलीह। आइ तक अंजू झा जे गायिका हेबाक संग-संग बहुत चर्चित फिल्म व टीवी सीरियल धारावाहिक सँ लोकप्रिय कलाकार के छवि बनौने छथि, ओ शुरू सँ आइ तक आगू देखाइत छथि। हाल २-३ वर्ष मे सेहो कतेको नव चेहरा सब जुड़लथि दिल्ली मे।
७. एतय विराटनगर सँ २०१० मे आरम्भ कयल गेल वृहत् स्तरीय विद्यापति स्मृति पर्व समारोह आ ताहि मे महिला केन्द्रीत कार्यक्रम सभक सहभागिता सँ बहुत उच्चस्तरीय महिला नेतृत्वक विकास सम्भव भेल। वसुन्धरा झा, प्रीति झा, आशा झा, राधा मंडल, मंजू मंडल, पूनम सिंह, पिंकी मेहता, रंजू पोद्दार, आदि अनेकों महिला स्थानीय स्तर पर मैथिली-मिथिला लेल बढियाँ काज करय लगलीह।
८. राजविराज, लहान, जनकपुर, इनरुवा, रंगेली, भद्रपुर आदि मे सेहो बहुत रास महिला सब एहि कालक्रम मे बहुत नीक योगदान देबय लागल छथि। बहुत रास नाम अछि जाहि मे हमरा मोन पड़ि रहली अछि पूनम झा मैथिली, विजयेता झा, ललिता झा, वन्दना मिश्रा, साधना झा, अन्नू झा, अंजू यादव, प्रतिमा देव, विमला देव, संगीता देव, रिंकू गायत्री मिश्र, एकर अतिरिक्त आरो कियो हेती, हमरा नजरि मे एखन नहि आबि सकल।
९. महिला शक्ति केँ कोना आगू आनल जाय एहि पर बहुत लोक काज आरम्भ कयलनि आ धीरे-धीरे उल्लेख्य संख्या मे महिला शक्ति सब विभिन्न विषय लयकय काज कय रहल छथि।
१०. साहित्य, संस्कृति आ समाज लेल उपयोगी विभिन्न कार्य मे महिला सहभागिता उल्लेख्य रहितो, मिथिला राज्य आन्दोलन मे सहभागिता एखनहुँ नगण्ये देखल जा रहल अछि। एहि मे पुरुषक कोनो गलती नहि कहब, स्वयं महिला शक्ति एहि लेल आत्मनिरीक्षण करथि जे हुनका मे एतेक हिम्मत आ सोच कियैक नहि छन्हि जे आगू आबि नेतृत्व अपना हाथ मे लेती।
११. तय बात ई अछि जे ‘मिथिला राज्य’ के सफलता महिला नेतृत्व सँ शीघ्र हेतनि। ई हमर कल्पना अछि जे क्रान्तिक अन्तिम बिगुल यैह सब बजेती।
एक बात याद ई रहय जे स्वयं कोनो कारणे आगू नहि एबय आ खाली पुरुष समाज पर आंगूर उठेबय त ई खोखला आचरण हेतय।
हे मातृशक्ति!
अपने सब शक्ति स्वरूपा छी। बिना अपने लोकनिक सहभागिता ‘मिथिला राज्य’ केना सम्भव हेतय?
लेकिन एहि लेल अपने सब स्वयं आगू बढ़िकय बागडोर सम्हारबय तखनहि किछु होयत।
एतय पुरुष सब एखनहुँ अपन शक्ति केँ घरक चौखटिये अन्दर राखय मे अपन मान-मर्यादाक हित आ रक्षा बुझबाक मानसिकता रखैत छथि। आरहु के स्त्री जे निर्भीकता संग एहि सब आन्दोलन मे अबैत छथिन तिनका प्रति अपन समाज आ कतेको लोक मे विचारधारा मे पवित्रता नहि आयल अछि। ई दाकियानूसी-झाड़फानूसी सँ निकालबाक लेल अपने लोकनि केँ हिम्मत करय पड़त हे देवि लोकनि!!
९ अगस्त महाबैसार सभक लेल खुल्ला आह्वान छल। किनको लेल बाधा नहि छल। लेकिन महिला संगठन व विभिन्न समूह आदि एहि लेल ओतेक गम्भीर नहि देखेलथि। हमहुँ सब बड मिथिला राज्य के अभियान मे अत्यल्प लोक केँ आगू देखि रहल छी। किछु गोटे सँ हम स्वयं अनुरोध कयलहुँ त विभिन्न कारण सँ ओ सब पहिल बेर आबय मे असमर्थता देखेलनि। लेकिन ऐगला बेर अयबाक प्रतिबद्धता सेहो जतेलीह अछि। दिल्ली के अभियान मे ‘दहेज मुक्त मिथिला’ बैनर सहित अनेकों महिला आ पुरुष विगत १० वर्ष सँ संग दैत आबि रहल छथि। नेतृत्व करबाक सामर्थ्य आ सोच जिनका मे रहैत छन्हि ओ पाछू नहि रहैत छथिन।
९ अगस्त महाबैसार सँ ई तय भेल अछि जे एहि आन्दोलन मे संग देबाक लेल अपन लिखित प्रतिबद्धता जतबैत अपने सब जुड़ि सकैत छी। सब किछु जल्द जानकारी देब, एखन मोर्चा निर्माण प्रक्रिया मे अछि। कनी समय इन्तजार करू।
हरिः हरः!!