काल्हिक मिथिला यात्रा
– प्रवीण नारायण चौधरी
(सन्दर्भ ८ जुलाई २०२३ केँ कयल गेल एक दिवसीय मिथिला यात्रा वृत्तान्त)
बहुत दिनक बाद काल्हि ८ जुलाई १ दिवसीय मिथिला यात्रा पर गेल रही। मैडम क्यूरी के ओ पंक्ति हमरा बहुत प्रभावित कएने छल जाहि मे ओ अपन पिता केँ चिठ्ठी मार्फत कहने रहथि कि जीवन बड नीक बिति रहल अछि पिताजी आ अफसोस जे दिन भरि मे मात्र २४ (चौबीसे) घन्टा के समय उपलब्ध अछि… किछु घन्टा आर रहैत त जीवनक आनन्द दोसरे रहितय। अहो! काल्हि यैह कहिनी हावी रहल मन-मस्तिष्क मे। यात्रा वृत्तान्त लिखि रहल छी –
बहुत भोरे तैयार भ’ बाबाक भस्म चन्दन सहित त्रिपुण्ड रूप मे मस्तक पर धारण कय अपन जननी ‘प्रत्यक्ष जगदम्बा’ माय संग निकलि पड़लहुँ। जोगबनी स्टेशन सँ टैक्सी लय आगू बढ़लहुँ। मुदा ई की? टैक्सीक टायर मात्र ५० किलोमीटर के यात्रा पर आवाज कय गेल। ड्राइवर परवेज भाइ बड़ा बुधियारी सँ स्टेपनी लगा यात्रा सम्हारैत-सम्हारैत दरभंगा धरि पहुँचेलक, लेकिन ताबत लगभग २ घन्टा विलम्ब भ’ गेल छल। तथापि, हमरा सदिखन अपन सिनेह आ शक्ति देनिहार अग्रज डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू, सन्तोष मिश्र भाइ (अहमदाबाद, मूल तरौनी), शीतलाम्बर बाबू (रहिका), बूढ़ाभाइ, आशीषजी, सहित करीब १५ गोटे ‘विद्यापति सेवा संस्थान’ मे २ घन्टा सँ प्रतीक्षा करैत रहलाह। पहुँचैत देरी विषय प्रवेश आ वार्ता आरम्भ भेल। डा. बैजू संग साक्षात्कार छल। वार्ताकार हम सब रही – मिथिला राज्य निर्माण सेनाक सम्माननीय अध्यक्ष डा. रंगनाथ ठाकुर, महासचिव राजेश झा, मिथिला स्टूडेन्ट यूनियन के संस्थापक अध्यक्ष अनूप मैथिल, सक्रिय चिन्तक उदय नारायण, दरभंगा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार, मिसू सँ निर्वाचित जिला पार्षद अमित ठाकुर, युवा चिन्तक अभिषेक कुमार, कुशेश्वरस्थान सँ आयल वरिष्ठ समाजसेव सह राजनीतिक चिन्तक संजय सिंह भाइजी, विभिन्न संस्था व समूहक प्रतिनिधि लोकनि मे संजीत झा, चौधरी फूल कुमार राय, शम्भू नाथ, मैथिल समाज रहिकाक अध्यक्ष सह वरिष्ठ कांग्रेस नेता (मधुबनी) श्री शीतलाम्बर बाबू, सुभाष मैथिल, आदि उपस्थित रही।
सर्वप्रथम एकटा वृहत् आ सर्वपक्षीय चिन्तन शिविर केर आयोजन लेल स्थान आ तिथि आदि पर राय लेल गेल। एहि लेल डा. बैजू समान ५ दशक सँ अधिक समय सँ मिथिलाक विभिन्न मुद्दा सहित मिथिला राज्यक मुद्दा लेल जीवन समर्पित करबाक आधार आ मिथिला आन्दोलनक वर्तमान सर्वमान्य चेहराक रूप मे सब कियो सहमति दैत एकटा संयुक्त मोर्चाक गठन करबाक विन्दु पर सहमति जतौलनि। सब दिन एकटा बात बड़ा भारी सिद्ध होइत आबि रहल विन्दु जे हम त एनडीए, हम त यूपीए, हम त संघी, हम त बामपन्थी विचार केर समर्थक… सर्वप्रथम एहि भिन्न-भिन्न पन्थवाद केँ दरकिनार करैत ओ पन्थ व विचारधारा मिथिला लेल कि सब कयलक ताहि विन्दु पर विमर्श केन्द्रित भेल। डा. रंगनाथ ठाकुर द्वारा अति विलक्षण आधारपत्र राखल गेल जे आर हम सब जे किछु छी ओ इतर बात थिक, परञ्च जनक-जानकीक मिथिला हमर मातृभूमि आ एकर बदहाल अर्थव्यवस्था सँ लैत वर्तमान राजनीतिक शक्ति द्वारा जातिवाद आधारित राजनीति सँ विखण्डित समाज केँ पुनः एकजुट करैत क्षेत्रक राजनीतिक निकास लेल ‘मिथिलावाद’ केँ प्रथम मान्यता देबाक आवश्यकता समय के मांग बुझि सब कियो संकल्पित होइ, एहि पर सब कियो जोरदार समर्थन जतेलनि।
काल्हिक विचार-विमर्श सत्रक अध्यक्षता कय रहल डा. बैजू अपन विचार हरेक विन्दु पर रखलाह, सहमति जतेलनि आ स्वयं एकर नेतृत्व लेल सभक संग पूर्ण तत्पर रहबाक प्रतिबद्धता जतेलनि। २० जुलाई २०२३ जन्तर-मन्तर पर रूटीन धरना केँ मजबूत बनेबाक लेल विशाल संख्या मे उपस्थितिक आह्वान कयलनि। एकर समर्थन मे सब कियो वचनबद्ध भेलाह।
मिथिलावाद विचारक सह मिथिला स्टूडेन्ट यूनियनक खम्भा रूप मे रहल व्यक्तित्व सन्तोष मिश्र अर्जुनदृष्टि मे आगामी चुनाव २०२४ केर संकेत करैत मिथिलावादी समूह सब इकट्ठा भ’ कय संयुक्त रूप सँ उम्मीदवार राखि चुनाव लड़बाक आ राजनीतिक तौर पर मुद्दा केँ स्थापित करबाक विन्दु पर प्रकाश देलनि आ ताहि लेल सब पक्ष बीच वार्ता, सिद्धान्त आ नियमन लेल प्रयास तेज करबाक कार्य लेल आह्वान कयलनि।
अति युवाकाल सँ मिथिलावाद लेल पूर्ण समर्पित युवा नेता अनूप मैथिल आगामी लोकसभा चुनाव २०२४ के सन्दर्भक विमर्श मे जमीनी स्थिति कतेक कमजोर अछि, चुनाव मे मतदानक आधार केहेन होइत अछि आ ताहि मे मिथिलावाद कतय टिकत ताहि सब विन्दु पर विलक्षण ढंग सँ प्रकाश देलनि। परञ्च ओ आशावादी बनिकय संयुक्त प्रयास सँ आगामी समय मे आर २-३ राउन्ड के आपसी विमर्श करैत पब्लिक मे ‘मिथिलावाद’ के इमेज मजबूत करबाक आवश्यकता आ से कोना कयल जाय तेकर विन्दुवार एक्शन प्लान प्रस्तुत कयलनि। हुनकर बात केँ समर्थन करैत सम्पूर्ण विमर्श एकमुष्ट निर्णय तदनुसार करबाक प्रतिबद्धता व्यक्त कयलक।
शीतलाम्बर बाबू द्वारा डा. बैजू सँ नेतृत्व कयल जेबाक आ मिथिलाक्षेत्र मे परम्परावादी (यथास्थितिवादी) राजनीतिक दल के नीति आ नीयत पर प्रकाश दैत एकसूत्रीय संकल्प ‘मिथिलावाद लेल समर्पित चुनावी अभियान’ प्रति समर्थन देल गेल। ओ इहो स्पष्ट कयलनि जे मात्र ४ मास धरि एकजुटताक अभियान संचालन उपरान्त देशक राष्ट्रीय राजनीतिक दल सेहो एकर संज्ञान लेत आ शीघ्र अपन चुनावी एजेन्डा मे एहि विषय केँ समेटबाक घोषणा करत से बतेलनि। हुनकर सम्बोधन आ विचार सँ विमर्श आर दृढ़ता प्राप्त कयलक।
मिथिला स्टूडेन्ट यूनियन केर जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार मिथिलावाद अभियानक जमीन पर केहेन प्रभाव विगत के आयोजन मार्फत भेल आ कि भ’ रहल अछि ताहि सब पर सोदाहरण प्रकाश देलनि आ कहलनि जे शीर्ष नेतृत्व एवं अनुभवी संरक्षक लोकनिक एकजुटता सँ मिथिलाक उत्पीड़ित जनता निश्चित मिथिलावाद केर पक्ष मे अपन समर्थन देता, एहि सँ एतुका यथास्थितिवादी राजनीतिक धारा मे यू-टर्न होयत आ मिथिला राज्य के सपना निश्चित सफल होयत।
तहिना मिसू के विभिन्न अभियान आ खासकय विगत के पंचायती राज के विभिन्न स्तर केर चुनाव मे खर्च व्यवस्थापन, लोकक समर्थन आ स्थानीय मुद्दा पर जनसंघर्ष सँ ‘मिथिलावाद’ केना जमीन पकड़ैत अछि ताहि विन्दु पर युवा नेताद्वय अभिषेक कुमार एवं निर्वाचित जिला पार्षद् अमित ठाकुर द्वारा विमर्श सभा केँ सम्बोधित कयल गेल। वास्तव मे हिनका सभक प्रस्तुति सँ काल्हि विमर्श मे एकजुटताक आवश्यकता केँ स्थापित कयल जेबाक माहौल आर बनि गेल।
मिथिला राज्य निर्माण सेनाक महासचिव राजेश कुमार झा द्वारा काल्हि विमर्श सभाक मक्सद पर प्रकाश दैत विन्दुवार निर्णय लैत रणनीति निर्माणक सूत्र साझा कयल गेल। ओ तीन चरण के बात आ सक्षमता अनुसार केवल तीन संसदीय क्षेत्र सँ कार्यारम्भ करैत अन्यान्य क्षेत्र धरि एहि अभियान केँ लय चलबाक विन्दु सुझौलनि। सच छैक जे एक्के बेर बड़का ख्वाब पोसि लेनाय आ संसाधनक कमी मे कतहु भ’ कय नहि रहनाय मिथिला आन्दोलनक पैघ कमजोरी रहल अछि, तेँ जमीनी स्तर पर जतेक दूर धरि जा सकी ततबे पैर पसारी, हुनकर एहि भाव केँ जबरदस्त समर्थन भेटलनि। स्वयं डा. बैजू तीन बेर एहि बात केँ पकड़ि अपन समर्थन जतेलनि आ हर तरहें नेतृत्व प्रदान करबाक लेल स्वयं तत्पर रहबाक बात कहलनि। राजेश कुमार ३ गोट लक्ष्य रखलनि जे गुप्त ढंग सँ लागू करबाक रणनीति पास हेबाक कारण एहि पर बेसी लिखब जरूरी नहि अछि। परञ्च एहि ३ लक्ष्य केँ लागू करबाक सब विन्दु पर विशद् चर्चा भेल आ सब सहमति सेहो जतेलनि।
डा. रंगनाथ ठाकुर द्वारा समय के मांग पर आ मिथिला आन्दोलनक सर्वमान्य चेहरा डा. बैजूक दृढ़ नेतृत्व पर भरोसा जतबैत आगामी सप्ताह के भीतर अन्य रणनीति निर्माण केर विन्दु पर सुझाव राखल गेल, जेकरा डा. बैजू सहर्ष स्वीकार करैत २० जुलाई के धरना पछाति शीघ्र एकटा तारीख चयन कय दरभंगा मे वृहत् बैसार लेल घोषणा कयल गेल। एहि तरहें मिथिला राज्य आन्दोलन केँ राजनीतिक रूप मे स्थापित करबाक आ समस्त मिथिलावासी जनताक अपेक्षा अनुसार ई यथास्थितिवादी राजनीतिक दल व ओकर गुलामी सँ मुक्त होयबाक विषय मे काल्हिक बैसार नव इतिहास बनायत से तय भेल।
वरिष्ठ समाजसेवी सह राजनीतिक चिन्तक संजय सिंह द्वारा मिथिलावाद प्रति पसरल मिथ्या भ्रम केँ तोड़बाक लेल नेतृत्वकर्ता वर्ग मे ईमानदारी संग जमीनी गतिविधि तेज करबाक विषय पर जोर देल गेल छल। तहिना अन्यान्य वक्ता-विमर्शी लोकनि सेहो अपन अनुभव आ विचार सँ विमर्श केँ गति प्रदान कएने रहथि। एहि समस्त विमर्श सभाक संचालन हम प्रवीण नारायण चौधरी मैथिली जिन्दाबाद के सम्पादक रूप मे कयलहुँ। आगामी समय मे सेहो समन्वयकारी भूमिका मे हम अपन योगदान दैत रहब। २० जुलाई २०२३ के धरना-प्रदर्शन सँ २३ जुलाई दिल्ली चिन्तन लेल श्री अनूप मैथिल केर संयोजन मे सेहो अपन संग-सहयोग बरकरार रखबाक कोशिश करब से प्रतिबद्धता जनायल।
शेष सब किछु शुभम् – शुभम्!!
हरिः हरः!!