— कीर्ति नारायण झा।
साधनहीन धिया पूता द्वारा गर्मी छुट्टी के सदुपयोग – अपन देश के सभटा पर्यटन स्थल एखन पर्यटक सँ पूर्णरूपेण भरल छैक जेना कुल्लू, मनाली, सिमला, गंगटोक, नैनीताल इत्यादि स्थान पर पेएर रखवाक जगह नहि छैक। सभटा होटल सभ पहिले सँ बुकिंग भऽ गेल छैक, मुदा इ सभ सभटा साधन सम्पन्न व्यक्ति आ ओकर धिया पूता के लेल छियैइ जे छ महीना पहिले सँ समर भेकेशन बीतेबाक लाल सभ ठाम पाइ छिटने छैक मुदा एकटा सामान्य नागरिक जे अपन पारिवारिक गाड़ी के बड्ड हुज्जत कयलाक उपरान्त कोनहुना कऽ खींचि रहल छैथि, नून रोटी खा कऽ धिया पूता के पढा लिखा रहल छैथि हुनकर धिया पूता के लेल गर्मी छुट्टी मनेवाक लेल इ पिकनिक स्पाट नहिं थिकै, एहेन साधनहीन धिया पूता के लेल पिकनिक स्पाट छियैइ अपन सभक सभ सँ सुंदर गाम। एहेन धिया पूता जिनका साधन नहिं छैन्ह जे शहर में घर में एयरकंडीशन रहतैन तें ओ शहरक गुमसुरायल गर्मी में अपन शरीर के गर्मी सँ संघर्ष करवाक योग्य बनाओने रहैत छैथि जिनका उपर गामक जेठ महीना के रोद कोनो प्रभाव नहि डालि सकैत अछि कारण शहर के गर्मी आ देहातक गर्मी में जमीन आसमान के फर्क होइत छैक। गाम में जगह ऐल फैल रहवाक कारणे गर्मी ओतेक भयंकर नहिं लगैत छैक जतेक कम जगह बला शहर में लोक गर्मी सँ घुटि घुटि कऽ मरैत अछि। गाम पहुंचलाक उपरान्त धिया पूता के हठ्ठा के बरद जकाँ अनुभव होइत छैक जे खेत सँ सीधे गाम पर भागैत छैक अथवा स्कूलक घंटी बजबा सँ पहिले झोरा लऽ कऽ तैयार धिया पूता के गाम पर जेबाक लेल होइत छैक। ओ सभ बन्धन सँ मुक्त अपना के पबैत अछि। ओ गाम गेलाक उपरान्त बनगदहा जकाँ सौंसे गाम बारी झारी रेंगैत रहैत अछि। गाम में पहुंच धिया पूता आजाद भऽ जाइत अछि आ आमक गाछी, जामुनक गाछी, गामक पोखरि झाखरि, खेत खरिहान में ओ एहि तरह रमि जाइत अछि जे ऒकरा पते नहिं चलैत छैक जे गर्मी के छुट्टी कोना बीति गेलैक आ शहर वापस अयवाक काल मोने मोने खूब कनैत अछि। धिया पूता पढाई लिखाइ के झंझट सँ एक डेढ महीना निश्चिंत भऽ जाइत अछि। ओकर मोन फ्रेश भऽ जाइत छैक आ ओ पुनः छुट्टी के बाद पढाई लिखाई में लागि जाइत अछि। गामक परिवेश के धिया पूता शहरक धिया पूता सँ बेसी कुशाग्र बुद्धि के होइत अछि। ओकर शरीर सेहो शहरक परिवेश मे पालल धिया पूता सँ मजबूत होइत छैक कारण ओकरा में रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहैत छैक।आइ काल्हि के धिया पूता के पहिले के धिया पूता के अपेक्षा प्रतियोगिता बढवाक कारणे पढाई पर बेसी ध्यान देवय पड़ैत छैक आ ओहि मस्तिष्क पर बेसी जोर देवय पड़ैत छैक तें ओकरा अवकाश के आवश्यकता बेसी पड़ैत छैक तें गर्मी के छुट्टी में ओकरा अवकाश के लेल एहेन स्थान चाही जाहिठाम एकरा बेसी टोकनिहार नहिं भेटैक जाहि सँ ओकर मस्तिष्क के पूर्णरूपेण आराम भेटैत छैक। गामक आमक गाछी ओकरा लेल सभ सँ नीक स्पाट मानल जाइत छैक जाहि ठाम ओ अपन दुनियादारी बिसरि कऽ आम तोड़वा में, बिछवा में अथवा गाछी मे विभिन्न प्रकारक खेल कूद में बीतबैत अछि। एहि प्रकारे ओकर छुट्टी के समुचित उपयोग होइत छैक आ फेर सँ फ्रेश भऽ कऽ अपन पढाई के लेल तैयार भऽ जाइत अछि