औनलाइन योग शिविर – दहेज मुक्त मिथिला समूह तरफ सँ योगगुरु काजल चौधरीक योगदान

करू योग – रहू निरोग

(सन्ध्या ६ः३० बजे सँ ७ः३० बजेक बैच मे ज्वाइन करू, कमेन्ट मे अपन नाम लिखाउ)

दहेज मुक्त मिथिला समूह पर अपने समस्त सदस्य लोकनि लेल एक बेर फेर योगगुरु काजल चौधरीजी अपन अमूल्य योगदान लेल तैयार छथि। अपने सब २५ आदमी प्लस जँ भ’ जायब त आदरणीया काजलजी सन्ध्याकालीन ६ः३० बजे सँ ७ः३० बजे जूम प्रविधि केर माध्यम सँ योग केर प्रशिक्षण देती।

काजलजी केर लाइव एहि लिंक पर देखू – https://fb.watch/kPTkpFjI0U/

बुझले अछि जे आइ-काल्हि अन्न सेहो शुद्ध नहि अछि, मसल्ला के त बाते जुनि पुछू। तेल कहय य सरिसो के आ रहय य दोसरे। चाउर सेहो कोन पौलिश वला आ कि-कि निकालि देलाक बाद हमरा सब केँ मनलोभावन पैकिंग मे बेचि रहल अछि वर्तमान गलाकट व्यवसायिक संसार। जखन कि कहल गेल अछि – जेहेन खायब अन्न – तेहने होयत मन! आ, जँ ४० वर्ष धरि खेपि लेलहुँ एहि नकली संसार केँ तखन शुरू होयत नव-नव रोग सभक संक्रमण शरीर मे। ब्लड प्रेशर आ सूगर त नौर्मल बीमारी भ’ गेल अछि। गैस्ट्रिक, अल्सर, लीवर रिलेटेड समस्या, किडनी, फेफड़ा आ हृदय सम्बन्धी अनेकों रोग – एकर सभक राज चलि रहल अछि मानव समाज पर। एतबा कहाँ! कनिकबे अन्ठेलहुँ त कोनो छोट बीमारी अन्तिम मे सिद्ध भ’ जाइत अछि ‘कैन्सर’। आ कैन्सर बीमारी वला केँ कष्ट देखनहिये हेबय… लोक प्रार्थना करब शुरू कय दैत अछि जे एहि दर्द सँ नीक प्राण छुटय हे भगवान्!

बन्धुगण, हम अहाँ सब केँ अथवा स्वयं केँ आतंकित करय लेल ई पोस्ट नहि लिखि रहल छी। हमर दृष्टि अहाँ सभक दृष्टि थिक। सब बुझि रहल छियैक वर्तमान संसार केँ। जतबे दिन जियब, प्रसन्न मोन सँ जिबय जाउ। एहि कारण आजुक स्थिति मे योग आ व्यायाम बहुत गम्भीर आ जरूरी कर्म थिकैक। एहि लेल दृढ़ ईच्छाशक्ति भेनाय सर्वप्रथम जरूरी बुझैत छी हमरा उमेर के लोक लेल। हमर व्यक्तिगत मानब अछि जे जतेक सकू ततेक जरूर करू। किछु बात काजलजी अपने कहली काल्हि लाइव वीडियो मे, प्रत्येक रवि दिन ओ समूह पर लाइव सेहो अओती आ कहबे करती। एखन सब कियो अपन-अपन नाम लिखाउ। जे सब तैयार होइ से सब कहय जाउ। करीब १० आदमी के सूची बनि चुकल अछि। हरी अप!!

हरिः हरः!!