मिथिलाक धरोहर: पाण्डव कृष्णधाम, पाँड – समस्तीपुर
विदित हो जे मिथिलाक हर डेग पर एकटा न एकटा ऐतिहासिक धरोहर आइयो कोनो न कोनो अवस्थामे विद्यमान अछि। चूँकि मिथिलाक लोककेँ वर्तमान बिहार राज्य केर व्यवस्थापन मे पलायन मजबूरी छैक, तखन धरोहरक रक्षा केनाय एक चुनौतीक विषय छैक। एखन मित्र राकेश सिंह (आसनसोल) सँ कहलैथ जे हुनकर गाम – पाँड, समस्तीपुरमे सेहो एक एहने विशिष्ट धरोहर अछि जतय महाभारतकालीन किछु ऐतिहासिक प्रमाण भेटल अछि। लाक्ष्यगृह मे पाण्डवकेँ दहन करबाक कौरवी षड्यन्त्रक स्थलरूपमे यैह स्थान होयबाक किंवदन्ति अछि। एहि ठाम कहियो नेपाली राणा शासक द्वारा सेहो नगर बसेबाक बात आजुक महंथ द्वारा कहल जाइछ। एतहि एक सुरंग सेहो बनायल गेल छल जे गंगा किनार तक बनल अछि। कहैत छथि राकेश जी जे एहि ठामक भग्नावशेष पटना संग्रहालयमे राखल गेल छैक, लेकिन एतय नहि जानि गछलाक बादो कहिया काज हेतैक। आउ, धरोहर बचाबी।
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