व्यापम पर मैथिलीक उद्गार

व्यापमक व्याप्ति

– अमरनाथ झा, महरैल, झंझारपुर

vyapamअगराही छै पसरि रहल आ झुलसि रहन तन सगरो
के जनिपिट्टा आगि लगौलक,झाँपल परदा जे छल पड़लो ।
भेल हजारो जन आरोपित छल प्रपंच केर ब्याजें
हृदिप्रदेश अछि दग्ध भेल, कौशल कल-छल राजे ।
काल-गाल मे कते समाएल जे केओ छल संदर्भित
शासन-सत्ता अकबक सन भ’किछुओ नहिं अछि करइत ।
यमराजो छथि थाकि हारि के नमन करथि शिवराज
व्यापम केर जे मरकी उठलइ, यमराजक कोन काज ।
व्यापक छइ ई व्याधि,खाधि छइ बेस गहिंरगर
तखने नाश समूल चिकित्सक होइ जौं भरिगर ।