समूह एक गतिविधि अनेकः दहेज मुक्त मिथिला समूहक साप्ताहिक समीक्षा

सामाजिक संजालः दहेज मुक्त मिथिला समूह के साप्ताहिक समीक्षा

– कीर्तिनारायण झा

३१ दिसम्बर २०२२ ।

“हमर पिया, हरलैथि जिया, बांचत कोना प्राण? सदिखन हुनके याद करै छी, आर किछु नै ध्यान” कलम सँ निकलल काव्यक धार कार्यक्रम में हमर सभक गुणी भाई श्री अखिलेश कुमार मिश्र जी के एहि पांती सँ आजुक साप्ताहिक समीक्षा के शुभारम्भ कऽ रहल छी।
समूह पर अनेकानेक कार्यक्रम अपन नीक स्थान बनओने जा रहल अछि जाहि मे मंजूषा झा के कलम सँ निकलल काव्यक धार, दीपिका झा के लेखनी के धार, दीपा झा के अन्ताक्षरी, मंजूषा झा के लूरिगर प्रतियोगिता इत्यादि । एहि सप्ताह कलम सँ निकलल काव्यक धार में विषय छल सिनेहिया आ विजयी कवि क्रमशः उग्रनाथ झा, कीर्ति नारायण झा, पूजा कुमारी, रिंकू झा, पिताम्वरी देवी, अर्चना मिश्र अर्शी, ज्योत्स्ना कुमारी, अदिति सिंह आ नूतन झा। एहि सप्ताह केर विषय अछि नववर्ष। लेखनी के धार प्रतियोगिता के विषय छल “जातिवादक विकट स्थिति के बादो मिथिलाक भूमिक अनुकरणीय धर्म समभाव ” आ विजेता के नाम क्रमशः उग्रनाथ झा, कीर्ति नारायण झा, अरुण कुमार मिश्रा, शिखा झा, क्षमा कुमारी, पिताम्वरी देवी आ नूतन झा। सभके एक बेर पुनः बधाई।
मेहदी डिजाइन विशेषांक प्रतियोगिता में सफल भेलीह गुड्डी चन्द्रकान्त झा, प्रिया मिश्रा, सीमा कुमारी झा, नमिता श्रुति, साधना बबली, अर्पणा मिश्रा, माला झा, गुडिया कुमारी, माधवी झा, विद्या चौधरी, रिंकू झा, रिचा झा, अर्चना झा, नेहा झा आ निशा झा। सभके बहुत बहुत बधाई।
समूहक संचालिका श्रीमती वन्दना चौधरी समूह सँ पूछलखिन जे ई समूह अहाँ सभके केहेन लगैत अछि तऽ ओकर जबाब में समूहक विशेषता के रंग विरंग के फूल बरसय लागल समूह पर जे समूहक लेल एकटा सकारात्मक उपलब्धि अछि। समूह पर एक सँ एक विद्वान आ विदुषी लोकनि भरल छैथि संगहि अद्भुत सक्रिय सदस्य आ सदस्या लोकनि जे समूहक सभ सँ पैघ आनंदक अनुभूति करवैत रहैत अछि। लेखनी सभ प्रकारक एहि ठाम देखल जा सकैत अछि पारिवारिक आ सामाजिक सँ लऽ कऽ हास्य धरि। हास्य के तऽ एक सँ एक पुरोधा लोकनि समूह पर विराजमान् छैथि –
ठंढी बढि गेलाक कारणे मेरी झा सभके धिपले धिपले प्रणाम कऽ रहल छलाह। संगहि कनियाँ सँ लगातार बात करैत रहू तऽ गरमाएल रहब सेहो हुनक सुझाव छलैन्ह। यू के झा के कनियाँ अहाँ निगेटिव छी नीक हास्य छैन्ह। अखिलेश जी केर कनिया के प्रतिभावान होयवाक अनुभव आब भऽ रहल छैन्ह त नूतन झा के बियाहल आदमी के फोन आ मैसेज बला नीक हास्य छैन्ह। रत्नेश कुमार झा के सार के बिवाहक बरियाती त श्यामा देवी के भेक्सीन लेलाक मतलव ढोंढी में अमृत कुंड जकाँ अनुभव नीक हास्य छैन्ह। किशोर कुमार झा के मोटरसाइकिल आ ट्रक बला नीक हास्य छैन्ह तऽ देवेन्द्र झा के कनियाँ बेचय बला हास्य बहुत सुंदर तऽ प्रभाकर मिश्रा के बियाह में देरी नीक हास्य छैन्ह। माला मिश्र के मधुबनी रोडक कात मे नाली के पाइन में डुबकी बला नीक हास्य छैन्ह। पिताम्वरी देवी के कोढी बला हास्य नीक छैन्ह आभा झा के जहां गम भी ना हो बला नीक हास्य छैन्ह। शिखा झा के बुधनी माय नीक हास्य प्रस्तुति छैन्ह। सोहन कुमार झा के सेहो नीक हास्य छैन्ह।
एहि सप्ताह दीपा ठाकुर के पूजा लाइव समूह पर आस्था के संचार करवा में सफल भेल अछि। संगहि समूहक चिर परिचित कथाकार, कवियित्री आ अत्यन्त विदुषी किरण झा के जन्मदिन समूह पर धूमधाम सँ मनाओल गेल। रागिनी मिश्रा के कथा निर्वाह बहुत सुंदर छैन्ह। मैथिली पुनर्जागरण प्रकाश अपन दोसर साल मे सफलता पूर्वक प्रवेश कऽ रहल अछि जकर विस्तृत सूचना बलराम मिश्र मैथिल द्वारा देल गेल। इला झा के बनाओल रसगुल्ला समूह पर लोकक जीभ सँ पानि खसेबा में सफल भेल। आभा झा के कथा अपन-अपन भाग्य नीक लेखनी छैन्ह। उदय शंकर झा के कविता बैसल बैसल बात गढै छी नीक प्रस्तुति अछि।
आभा झा के चरणामृत आ पंचामृत में अन्तर नीक प्रस्तुति छैन्ह। हमर लिखल आस्था के दू शब्द अहाँ सभ के नीक लागल संगहि वन्दना चौधरी के सासु संग बातचीत सेहो बहुत सुंदर प्रस्तुति छैन्ह। पिताम्वरी देवी के भगवान जे करैत छथिन्ह से नीके करैत छथिन्ह नीक आलेख अछि। प्रवीण नारायण चौधरी जी के एहि सप्ताह सक्रियता प्रशंसनीय अछि आ समूहक लेल शुभ संकेत अछि। किरण झा के नया साल नीक काव्य छैन्ह, मीना मिश्रा के छुतहर समूह पर नीक यश अर्जित कयलक। मंजूषा झा के काव्य लाइव एहि सप्ताह पुनः प्रारम्भ भेल आ समूह पर बहुत सुंदर प्रस्तुति में सफल भेल। मंजूषा झा के सभ कार्यक्रम नीक प्रस्तुति के कारण समूह पर खूब सफल रहैत अछि।
एहि सप्ताह लेखनी के धार प्रतियोगिता मे उत्सव मनैवाक जोश में असभ्यता के सीमा पार करैत आधुनिक समाज विषय देल गेल अछि आ नीक नीक लेखनी सभ आयल अछि। समूह के गतिविधि एहि सप्ताह खूब अधिक सक्रियता के संग अत्यन्त मनोरंजक रहल। जाड़ दिनानुदिन बढल जा रहल अछि संगहि आन बीमारी सभक फेर सँ सुगबुगाहट सुनि रहल छी तें सभसँ आग्रह जे साकांक्ष रहू, स्वस्थ रहू आ मस्त रहू। समूह सदैव अपन लक्ष्य के प्राप्त करय एहि मंगलकामना केर संग आजुक साप्ताहिक समीक्षा सँ विदा लैत छी, नूतन अंग्रेजी वर्ष २०२३ सभके मंगलमय होअय। जय मिथिला आ जय जनकनन्दनी जानकी 🙏 🙏 🙏
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