कतेक जिबैया मैथिली – अहमदाबाद सँ उदित मिथिला-मैथिलीक नव सूर्य

कतेक जिबैया मैथिली

शाश्वत मिथिला फाउन्डेशन आ माँ जानकी सेवा समिति अहमदाबाद केर विभिन्न आयोजन मिथिला लेल पश्चिम सँ नव सूर्योदयक विशेष अलंकार दैत पूर्व मे कतिपय सूचना प्रवाह कएने छी। हमर पाठक लोकनि केँ नीक सँ पता छन्हि जे मैथिली के काज करय लेल कथमपि कोनो व्यक्ति केकरो प्रेरित नहि कय पबैत छैक। बल्कि स्वयं पराम्बा जानकी के परमात्मतत्त्व द्वारा मात्र एहि तरहक प्रेरणा अनेकन स्थान पर मैथिली-मिथिला लेल कार्य कयनिहार केँ भेटल करैत छन्हि। बिल्कुल एहने चमत्कारिक प्रेरणा आ अद्भुत ऊर्जा सँ भरल काज कयल जाइत छैक अहमदाबाद – पश्चिम भारतक मिथिला केन्द्र सँ। हम २०१९ मे आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय मिथिला महोत्सव मे सहभागी भ’ ओहिठामक आयोजनक वृहत् स्वरूप आ अनुकरणीय कतेको रास बात देखने रही। सब सँ पैघ बात, कार्यकर्ता लोकनिक बीच के एकता, समन्वय आ परस्पर सहयोग-विश्वास के बात नहि केवल प्रेरणा देलक बल्कि घोर विस्मय मे सेहो पाड़ि देलक जे कहू मिथिलाक लोक मे एतेक पैघ एकजुटता एनाहू सम्भव छैक की!

( अहमदाबादक विभिन्न आयोजन पर केन्द्रित मैथिली जिन्दाबाद पर अपने सब पढ़ि सकैत छीः https://maithilijindabaad.com/?s=%E0%A4%85%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A6 )

हम एक बेर फेर केन्द्रित छी एहिठामक नव सूर्य ‘कतेक जिबैया मैथिली’ नाम्ना आयोजन पर –

क्वीज कम्पीटिशन के तर्ज पर राखल जाइत छैक प्रश्नोत्तरी – दर्शक दीर्घा केँ खुल्ला सहभागिताक अवसर रहैत छन्हि – आमंत्रित दर्शक मे नियम लागल छैक जे सपरिवार आ विशेष रूप सँ बाल-बच्चा, युवा, महिला आ सर-कुटुम्ब समस्त सम्बन्धी लोकनिक संग आयब अनिवार्य अछि – प्रश्नक सही जवाब देनिहार आ विजेता केँ एलईडी टीवी व अन्यान्य आकर्षक पुरस्कार हाथोंहाथ देल जाइत छन्हि। ई आयोजन लगभग ३ वर्ष सँ प्रत्येक वर्ष भ’ रहल छैक।

हमरा स्मरण मे अबैत अछि परिकल्पक राजकिशोर बाबू संग एकर पृष्ठभूमिक चर्चा। ओ कहने रहथि जे धियापुता आ युवा मे सब सँ बेसी भटकाव पलायनक परिस्थिति सँ भ’ रहल छैक। ई वर्ग बाध्य अछि बाहर परदेश मे परदेशी समाजक संग जीवन व्यतीत करय लेल। ओकरा सब केँ घर मे वापस भेला पर माय-बाप सेहो आब बेसीतर परदेशिये भाषा-भेष-भूषण सँ अलंकृत करैत रहैत छथिन। एना ओकरा सभक नुक्सान त होइते छैक, मिथिलाक सेहो जबरदस्त नुक्सान भ’ रहलैक अछि। एहेन दुरावस्था सँ उबरबाक लेल ‘कतेक जिबैया मैथिली’ सँ हर घर-परिवार आ हरेक सहभागी दर्शक इन्क्लुडिंग धियापुता, जवान आ गृहस्थी सम्हारनिहार दम्पत्ति आदि मे मैथिली-मिथिला सँ जुड़ल सामान्य ज्ञान के प्रश्न सब पुछि ओकर सही उत्तर लेल प्रोत्साहन देनाय बड पैघ भूमिका निभाओत।

से सच मे! एहि चमत्कारिक आयोजन मे एकर चमत्कार बड़ा दूरगामी परिणाम दय रहल अछि। अन्यत्र खाली कलाकार सब द्वारा जबर्दस्ती थोपड़ी पिटबायब, सेहो दुनू हाथ उठा-उठाकय थोपड़ी पिटैत-पिटैत दर्शक दीर्घा मे रहल लोक घर मे मैथिली कार्यक्रमक बाद कम सँ कम एक दिन हरारत दूर करय लेल आराम जरूरी बुझैत छथि, मुदा अहमदाबाद मे कार्यक्रम मे आखिरी समय तक भीड़ के सजगता आ जिज्ञासा सँ भरपूर रहब, सभक संगे भोजन करब आ तदनोपरान्त एहेन ऊर्जा लय कय घर जायब जे फेर एक वर्ष तक कोरोना सेहो नहि छुबि सकैत अछि। एहेन इम्युनिटी के आवश्यकता छैक। कोरोना के ऐगला लहरि सँ पहिने ई नव इम्युनिटी सँ अहमदाबाद संग-संग हमहुँ सब टाइट रही से हमर शुभकामना अछि। सब कियो एकर अनुकरण करी। महिला व युवा संग बाल-बच्चा केँ अपन भाषा-संस्कृति सँ जोड़ब बहुत आवश्यक अछि। एहिना आइ-काल्हि ‘जय-विजय’ नामक अवधूत कुपुत्र सब बड जन्म लय रहल अछि भगवानक कान के गुज्जी सँ – ओ सब मैथिली पर आक्रमण कय रहल अछि। सावधान रहब जरूरी अछि।

जय मिथिला – जय जानकी!!

हरिः हरः!!