समूह एक गतिविधि अनेकः दहेज मुक्त मिथिला समूहक साप्ताहिक समीक्षा

सामाजिक संजाल आ गतिविधि

– कीर्तिनारायण झा

दहेज मुक्त मिथिला फेसबुक समूह जाहि पर अनेकानेक सामाजिक अभियन्ता संग साहित्यसेवी विद्वान्-विदुषी सामान्यजन अपन कलम स्वतंत्रता सँ चलबैत छथि, ताहि समूह केर सारगर्भित समीक्षा लेखन जारी अछि। ई समीक्षा काल्हि १७ दिसम्बर २०२२ केँ पोस्ट कयल गेल अछि।

दिसम्बर १७, २०२२ । दहेज मुक्त मिथिला

“हम अजब देखल, हम गजब देखल, जे नहि देखवाक से सभ देखल। मंच पर पुतोहु के नचाबैत देखल, सासु ससूर के थोपरी पाड़ैत देखल…. आजुक जमाना पर कटाक्ष करैत समूहक महान विदूषी श्रीमती आशा चौधरी के एहि पांतिक संग आजुक साप्ताहिक समीक्षा के शुभारम्भ कऽ रहल छी।
गीताक प्रत्येक अध्याय केर तात्पर्य विषय सँ समूहक संरक्षक आ मार्गदर्शक श्री प्रवीण नारायण चौधरी जी जे लेखन कार्यक शुभारंभ कयलनि अछि ओ अतुलनीय अछि। मनुष्यक कर्म पर आधारित गीताक अध्याय केर अपन सरल भाषामे एतेक सुन्दर रचना पढला सँ हमर अहाँक जिनगी धन्य भऽ जायत से हमरा पूर्ण विश्वास अछि।
हमर ई साप्ताहिक समीक्षा के अपने लोकनि एतेक स्नेह प्रदान कयल जे आब ई मैथिली जिंदाबाद में स्थान प्राप्त कऽ लेलक ताहि हेतु अहाँ सभक हम ब्यक्तिगत रूप सँ आभारी छी।
लेखनी के धार में एहि बेर जे अपन धार देखाओलनि हुनकर नाम क्रमशः सोनी संजीत झा, कीर्ति नारायण झा, आदिति सिंह, नूतन झा, आभा झा आ रिंकू झा। सभके बहुत बहुत बधाई। एहि सप्ताहक लेखनी के धार के विषय में थोड़ेक परिवर्तन कयल गेल अछि आ ई दीपिका झा केर विद्वता के परिदर्शित करैत अछि “प्रवासी मैथिल अपन सांस्कृतिक संरक्षण आ सम्वर्द्धन कोना करैथि”? एहि विषय पर नीक नीक लेखनी सभ आयल अछि।
आइ काल्हि के जिनगी मे हास्य केर बहुत बेसी महत्व होइत छैक कारण अपने हँसनाइ आ दोसर के हँसेनाइ आसान काज नहि छैक आ सौभाग्य सँ एहि समूह पर एक सँ एक हास्य कवि उपलब्ध रहैत छैथि जाहि मे अखिलेश कुमार मिश्र जी आ मेरी झा अद्वितीय छैथि मुदा आरम्भ श्री प्रवीण नारायण चौधरी जी के फुच्चू बाबू – मैथिलीक हितचिंतक बहुत सुंदर हास्य अछि। हास्य संचालक शिव कुमार जी के हास्य माय के पुतोहु आ बहिन के भाउज मजेदार हास्य अछि। हमरा द्वारा लिखल सासु पुतोहुक मधुर सम्वाद अहाँ सभ के नीक लागल ताहि लेल आभार। नूतन झा के बेटा बियाहक उम्र सँ सम्बन्धित हास्य नीक छैन्ह। दयानाथ मिश्र के फन शो बला हास्य बहुत सुंदर छैन्ह। आदिति सिंह के खेनाइ सँ बेसी जलखई आ अरुण कुमार मिश्र केर संस्मरण बहुत सुंदर छैन्ह। माला मिश्रा के पुरूष सभ के जातिये परेशानी छै, मेरी झा के कनियाँ सँ प्रश्न यै प्यार की होइत छैक नीक हास्य छैन्ह आ सभ दिन सँ सभ सँ कमाल हास्य अखिलेश जी के पुरान मोबाइल आ पुरान समान के विषय में हास्य अत्यन्त मजेदार अछि। मेरी झा के पोस्ट पर लाइक कमेंट सँ लड़का लड़की के फायदा नीक हास्य छैन्ह। हास्य रस के आगू बढबैत इला झा के एकटा महिला द्वारा दोकान सँ बिस्कुट चोरयवाक हास्य आ रेडियो आ अखवार में अन्तर नीक प्रस्तुति छैन्ह। बेनी झा के बिनु पाइ के टानिक आ आशा चौधरी के एहि गाममे कै महीना में बच्चा होइत छैक नीक गुदगुदी केर अनुभव करयवा में सफल भेल अछि।  पिताम्वरी देवी के ओझा तमसेला पर भागय लगैत छलाह आ आभा झा के माउल में पति के रखवाक लगेज के ब्यवस्था सफल हास्य के श्रेणी में अबैत अछि। रंजना मिश्र के लड़की के लड़का के प्रति इंटरेस्ट बला हास्य बहुत सुंदर छैन्ह। मेरी झा के अपना घर में वैष्णव नओत में…. नीक हास्य प्रस्तुति अछि। श्यामा देवी के पतिदेव फौजी बड्ड मनमौजी नीक हास्य छैन्ह।
त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग के विषय आस्था कैर प्रसार में सफल भेल अछि तऽ समूहक विदुषी माडरेटर अंजू झा के रूचि सभक छै अलग मीत, ककरो रूचै मीठ ककरो तीत नीक ब्याख्या छैन्ह। गौरी कान्त झा के श्यामा माय के नाम “सुनै छी अबला के लै छी कोरा। निर्धन भिखारी के भरि जाइ झोरा। मणिकांत चरण सेवि भेल मालामाल गे, दर्शन दऽ माय तू कऽ दे नेहाल गे” नीक भक्तिमय प्रस्तुति छैन्ह।
विभा झा के बगिया जीह सँ पानि खसेबा में सफल भेल अछि। इला झा के मिथिलाक विशिष्ट ब्यंजन बहुत सुंदर छैन्ह।मटकूर बला दही सेहो खूब पसिन कयल गेल। प्रवीण नारायण चौधरी जी के “बेटा हो या बेटी। शिक्षा में नहिं हो त्रुटि” नीक पहल छैन्ह। रूबी झा के एहन धनवानक नगरी मे बाबा बना देलहुं भीखारी नीक पांती छैन्ह। कुमार प्रवीण के रक्तदान महादान नीक पहल छैन्ह। उदय शंकर झा के पांती “नव कुबेर उगि गेल गाम में, ढेकिरै देखि अनेरे। मूस मारि कऽ जेना बिलाइ, घुमयेए दर्पे चूरे” नीक कटाक्ष छैन्ह। प्रवीण चौधरी जी केर लाइव जरूरी बात नीक प्रस्तुति छैन्ह।
मधु मिश्रा के बिवाहक सालगिरह समूह पर खूब धुमधाम सँ मनाओल गेल। कलम सँ निकलल काव्यक धार प्रतियोगिता के एहि सप्ताह के शीर्षक छल मिथिला राज्य आ एहि बेर सभ लेखनी के प्रथम स्थान देल गेल। जिनक रचना छल हुनकर नाम क्रमशः इला झा, अखिलेश कुमार मिश्र, उग्रनाथ झा, कीर्ति नारायण झा, पिताम्वरी देवी, अर्चना मिश्रा अर्शी, रिंकू झा, नूतन झा आ क्षमा कुमारी। सभ के बधाई!

नवीन झा के “बौआ जुनि खाउ गुटका, एक दिन मारत पटका नीक आह्वान छैन्ह। डाक्टर नेहा के लेल डाक्टर बर के परिचय प्रस्ताव समूह के गौरवान्वित कराओलक। समूहक माडरेटर सुमन झा द्वारा कलकत्ता सदस्य मिलन समारोह के शुभ सूचना देल गेल। आयोजन के सफलता के लेल मंगलकामना। अरुण कुमार मिश्र केर मिथिला आ मैथिली के परिचय अत्यन्त सुन्दर प्रस्तुति छैन्ह। आशा चौधरी के दीपिका झा के काव्य पोथी हाथ में लेने अभिव्यक्ति अत्यन्त आकर्षक अछि।

अंजू झा के संगी के बेटी बियाहक आयल निमंत्रण नीक कविता छैन्ह। मैथिली रामायण केर रचैता कविश्वर चंदा झा के पुण्यतिथि समूह पर मनाऒल गेल। इला झा के विवाहक वर्षगांठ समूह पर भव्यरूप सँ मनाओल गेल। नूतन झा के समाजक दोहरा स्वरूप नीक सत्यकथा छैन्ह। समूहक कर्मठ सदस्य सोहन झा के जन्मदिन समूह पर खूब धुमधाम सँ मनाओल गेल। मंजूषा झा के लूरिगर प्रतियोगिता कोबर में बनवय बला चित्र प्रतियोगिता राखल गेल अछि।
एकर अतिरिक्त ज्योतिषाचार्य मणिशंकर शास्त्री के जन्मदिन समूह पर श्रद्धापूर्वक मनाओल गेल। एहि सप्ताह कलम सँ निकलल काव्यक धार के विषय मिथिलाक शान पान माछ मखान अछि जाहि पर बहुत नीक नीक काव्य अयवाक संभावना अछि कारण मिथिलाक बहुचर्चित विषय पर लेखनी लिखवाक लेल देल गेल अछि। समूहक विद्वान् आ विदुषी लोकनि सँ आग्रह जे बेसी सँ बेसी संख्या मे एहि प्रतियोगिता मे शामिल होइ से आग्रह आ एहि प्रतियोगिता मे शामिल होइ से आग्रह आ एहि आकांक्षाक संग आजुक एहि साप्ताहिक समीक्षा सँ विदा लेवाक समय आबि गेल अछि फेर अगिला समीक्षा में भेंट घांट हेतैक एहि सकारात्मक अभिव्यक्ति केर संग जय मिथिला आ जय दहेज सँ मुक्त अप्पन मिथिला! 🙏 🙏 🙏