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समूह एक गतिविधि अनेकः दहेज मुक्त मिथिला – एहि सप्ताह

सोशल मीडिया आ मैथिली-मिथिला

– कीर्ति नारायण झा

[फेसबुक समूह दहेज मुक्त मिथिला आ ओकर गतिविधि पर साहित्यकार कीर्ति नारायण झा केर साप्ताहिक समीक्षा काफी गम्भीर व महत्वपूर्ण होइत आबि रहल अछि। मैथिली जिन्दाबाद केर पाठक लेल श्री झा द्वारा कयल जा रहल समीक्षा एतय प्रत्येक शनि केँ राखल जायत। ‍- सम्पादक]

१० दिसम्बर २०२२ – साप्ताहिक समीक्षा

“सीताराम चरण रति मोरे। अनुदिन बढहुँ अनुग्रह तोरे” रामायण केर एहि दू पाँति सँ आजुक साप्ताहिक समीक्षा के शुभारम्भ ओना सुन्दरकांड के पाँति समूहक एडमिन सर्वगुणसंपन्न श्रीमती वन्दना चौधरी के बहुत लोकप्रिय छलैन्ह ।वन्दना चौधरी जी आइ काल्हि प्रायः बाबा विश्वनाथ केर नगरी मे उपस्थित छैथि आ बाबा सँ समूहक सभ सदस्य के लेल माँगि रहल छैथि। जय हो बाबा काशी विश्वनाथ।

एहि सप्ताह फीडबैक के संख्या बढल अछि जे बहुत नीक संकेत अछि। मंजूषा झा, किरण झा, नूतन झा, प्रभाकर मिश्रा, अंशू शंकर झा सभ बहुत नीक फीडबैक देलन्हि आ एकरा आगुओ जारी राखैथि से आग्रह।

पेंटिंग प्रतियोगिता के विजयी रहलीह विद्या चौधरी, नम्रता कुमारी, सोनी संगम आ रिंकू झा। सभके बहुत बहुत बधाई!

एहि सप्ताह हँसगुल्ला के कार्यक्रम में शिव कुमार जी उपस्थित छलाह। मिथिला राज्य केर मांग सँ सम्बंधित गाँधी मैदान पटना मे जुलूस भेल छल जकर एडमिन द्वारा आह्वान आ शामिल होयवाक छबि समूह पर एकर आंदोलन केर गति के तीव्र कऽ रहल छल।

रामचरितमानस मोती में दशरथ कैकेइ संवाद पर चर्चा कयल गेल। प्रवीण चौधरी जी के झरकल मुँह झांपने पाबी नीक परिचर्चा छैन्ह।

हमरा चाही मिथिला राज, तखने बनि सकैत अछि काज, हमरा द्वारा लिखल अहाँ सभ खूब पसिन्न कयलहुँ। यू के झा के “गीत गेला सँ नहिं कियो बनि जाइत अछि कियो बहादुर वीर” नीक पाँति छैन्ह।

अरुण कुमार मिश्र केर हंसगुल्ला शत्रुघ्न के बियाह के घटकैतीक चुट्टी लागल चाह नीक हास्य छैन्ह। प्रभाकर जी के सुलभ शौचालय आनलाइन बला हास्य बहुत सुंदर। हंसगुल्ला किंग मेरी झा के सरसो तेल दू दिन रखलाक बाद ओकरा परसो के तेल बला नीक हास्य छैन्ह। नूतन झा के पार्क में बैसल बर बुधियाइर बला नीक हास्य छैन्ह। दीपा ठाकुर के हास्य मोबाइल में सँ झोल मकड़ा अर्थात हेडफोन बला नीक हास्य छैन्ह। हमर पेट्रोमेक्स बला हास्य अहाँ सभ के नीक लागल। उग्रनाथ झा के हगडे विश नीक हास्य छैन्ह। रत्नेश कुमार झा के खेबाक काल रुकि रुकि कऽ छींक भेनाइ नीक हास्य छैन्ह। सोहन कुमार झा के सोचि समझि क काज नीक हास्य छैन्ह। मेरी झा के दीपिका पीवैथि गाजा आ हम बीमार नहिं पड़ैत छी नीक हास्य छैन्ह। दयानाथ मिश्र के मिथिला के बरियाती के भोजन नीक हास्य छैन्ह। सरिता झा के हास्य परजावा, मिटजावा, लुटजावा, पिटजावा बला नीक हास्य छैन्ह। आशा चौधरीक सझिया पाहुन नीक हास्य कथा अछि।

श्रीमती अंजू झा द्वारा गामक ब्यंजन सँ सम्बंधित रूचि साझा करबाक लेल देल गेल ताहि पर आभा झा के मिथिलांचल केर तिलकोरक पातक तरुआ आ अन्य बीडिया इत्यादि के देखि रूचि साझा करबाक क्रम में गामक याद अबैत अछि। हमर मटर के छिम्मी बला पोस्ट खूब नीक पसिन कयल गेल। बेनी झा के गूड़ के टिकरी आ सीम आलूक अंचार नीक छैन्ह।

इला बहिन हास्पिटल सँ निकललीह बहुत शुभ सूचना। ओ सदैव स्वस्थ रहैथि से मंगलकामना करैत छी। रत्नेश कुमार जी के कनियाँ के तबियत खराब भेला पर साड़ी के दोकान पर लऽ गेनाइ एकटा नवका नुस्खा बताओलनि। बेनी बहिन के कोबर के गीत अत्यंत मधुर आ पारम्परिक छल। सोनी झा अपन बचपन के अभिरूचि में फूलक गाछ लगओनाइ के खूब सुन्दर चर्चा कयलनि। कलम सँ निकलल काव्यक धार के विजेता – पिताम्वरी देवी, कीर्ति नारायण झा, क्षमा कुमारी, उग्रनाथ झा आ सुशीला ठाकुर, सभ के समूहक दिस सँ बहुत बहुत बधाई।

उदय शंकर झा के एकटा कृष्ण भजन – “तरके सँ फरकै छै नयन हमर आइ गे। अबैये कन्हैया के अंगना में आइ गे” नीक रचना छैन्ह। माला मिश्रा के दहेज नहिं चाही नीक रचना छैन्ह। आशा चौधरीक छोटका बेटा के जन्म दिन समूह पर खूब धुमधाम सँ मनाओल गेल। संगहि वन्दना चौधरी के माता पिता क पचासम वैवाहिक वर्षगांठ समूह पर हर्षोल्लास के संग मनाओल गेल। समूहक दिस सँ बहुत बहुत बधाई। रंजना मिश्र के नातिन प्रांश के जन्मदिन खूब नीक जकाँ मनाओल गेल। बहुत रास बधाई।

वंशी झा के पुत्र के विवाह दहेज मुक्त भेलैन्ह से समूह पर अत्यन्त सुन्दर छवि लागि रहल छल। प्रवीण चौधरी जी केर पिता पर समर्पित लेख बहुत सुंदर छैन्ह। हमर बाबूजी के दलान अहाँ सभ के नीक लागल। हमर लूरिगर बहिन मंजूषा बहिन एहि सप्ताह के टास्क देने छलीह ऊन कांटा सँ बनल स्वेटरक डिजाइन। विजेता के नाम क्रमशः आशा चौधरी विद्या चौधरी, रिंकू झा…. प्रवीण चौधरी जी केर हालचाल लाइव बहुत सुंदर छलैन्ह।

अरुण कुमार मिश्र दिल्ली एम सी डी चुनाव केर चर्चा बहुत सुंदर कयलनि। लेखनी के धार एहि बेर आयोजित कऽ रहल छथि वन्दना चौधरी कारण दीपिका जी किछु अस्वस्थ छैथि आ स्वस्थ होयवाक कामना करैत अछि एहि समूहक समस्त सदस्य जे भगवान जल्दी सँ हुनका स्वस्थ करथिन। एहि बेर विषय थिक “बदलैत समाज मे महिला के भूमिका” आ जाहि मे नीक-नीक लेखनी आयल अछि। कलम सँ निकलल काव्यक धार के विषय अछि मिथिला राज्य आ अहाँ सभ बेसी सँ बेसी अपन रचना पठाबी एहि आग्रह केर संग आजुक कार्यक्रम मे एतबे फेर अगिला सप्ताह मुदा जाइत जाइत ज्ञानदा बहिन, श्यामा बहिन, विद्या बहिन, नूतन बहिन, माला बहिन, मितू बहिन इत्यादि केर सक्रियता के कोना बिसरब जिनकर सुंदर सुंदर कमेंट सँ हमरा सभके लिखवाक प्रेरणा भेटैत अछि। बहुत बहुत बधाई सभ के। सभ स्वस्थ रहू प्रसन्न रहू । जय मिथिला। जय दहेज मुक्त मिथिला! 🙏 🙏 🙏

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