१७ दिसम्बर केँ पटना मे देल जायत वैदेही सम्मान: अनुपम मुहिम के अनुपम डेग

९ दिसम्बर २०२२, मैथिली जिन्दाबाद!!

मेन्सट्रुअल हाईजिन टार्गेट (अनुपम मुहिम) सँ प्रसिद्ध अभियानक संचालिका सह सामाजिक-राजनीतिक नेतृ अनुपम झा जनतब दैत कहली जे आगामी १७ दिसम्बर २०२२ केँ पटनाक विद्यापति भवन मे “वैदेही सम्मान” वितरण करबाक संग मैथिली भाषा ओ मिथिला संस्कृतिक संवर्धनक निमित्त बिहारक राजधानी मे सांस्कृतिक आयोजन कयल जायत।

एहि कार्यक्रमक भूमिका एकर आह्वान पत्र सँ स्वतः स्पष्ट अछिः

“मिथिला जगतजननी सीताक भूमि थिक। विदेहपुत्री वैदेहीक सम्मान समस्त संसारक स्त्री शक्तिक सम्मान थिक।  मिथिलामे प्राचीन समय सँ स्त्री शक्तिक सम्मान रहलनि अछि जकर उदाहरण गार्गी, भारती, मैत्रेयी सन स्वयंसिद्धा विदुषी सब छथि। मुदा अनेकानेक कारण सँ मध्यकाल मे मिथिलाक स्त्री लोकनि शिक्षाक क्षेत्र मे पछुअयली, घोघ त’र झाँपल रहली, टारल रहली, बारल रहली आ सहानुभूतिक पात्र बनल रहली। से आधुनिक युगमे शिक्षा प्राप्तक’ अपन संघर्षक बदौलति स्त्री ठाम-ठाम नव वैदेहीक रूप मे विभिन्न क्षेत्र मे अगिला पाँतिमे ठाढ़ भेलीह अछि, तें आइ हमसब स्वयंकें सम्मानित अनुभव कय रहल छी। अपन मंच, अपन नेतृत्व आओर अपन पौरुखक बदौलति हम मैथिल महिला समुदाय स्वयं कें सम्मानित करैत बहुत अह्लादित छी। तँ आउ सभगोटा मिलि क’ स्वयं कें सम्मानित करी। अपन मातृभूमि ओ मातृभाषाकें गौरवान्वित करी। आधुनिक वैदेही हमही सब छी। एकटा विश्वासक संग हम आशान्वित छी जे पटनामे आयोजित एहि वैदेही सम्मान समस्त नारी जगतकें ऊर्जान्वित करत। स्त्री शक्ति आर आगाँ बढ़ि क’ विविध क्षेत्रमे समाजकें नेतृत्व प्रदान करतीह। जय मैथिली।”

एहि आयोजन मे सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक व अन्य क्षेत्र मे उल्लेखनीय भूमिका निभेनिहाइर सशक्त महिला शक्ति सब केँ सम्मानित कयल जायत। संगहि एहि अवसर पर मिथिलाक समृद्ध लोकसंस्कृतिक परिचायक झिझिया, जट-जटिन लोकनृत्य आदिक प्रस्तुति सेहो कयल जायत। अपराह्न २ बजे सँ आरम्भ होयबाक सूचना सहितक आमंत्रण पत्र बाँटल गेल अछि। पटना बिहारक राजधानी थिक। एतय आयोजित कार्यक्रम सँ समस्त देश व विदेश केर मैथिल महिला समुदाय केँ सन्देश देबाक लक्ष्य लेल गेल अछि। विदित हो जे जाहि मिथिलाक महिला केँ आंगनक सीमा मे बान्हल गेल छल, दलान पर अयबाक अधिकार पर्यन्त नहि देल गेल छल, से सब आइ क्रान्तिकारी ढंग सँ शिथिला भेल मिथिला केँ आगू करय लेल उचित डेग उठा रहल छथि। सामाजिक स्तर पर तरह-तरह के चर्चा आ कुचर्चाक सामना करितो आजुक महिला लोकनि सिद्ध कय देलीह जे पुरुष सँ ओ सब कतहु कम नहि छथि, उल्टा पुरुष केर निष्क्रियता आ शिथिलता महिलाक सक्रियताक आगू देखार भ’ गेल अछि।

“अनुपम मुहिम” द्वारा महिला स्वास्थ्य आ जागरुकता पर केन्द्रित अभियान चलायल जाइत अछि। १५ सँ २५ वर्षक उमेर केर ६२% महिला केँ मासिक धर्म भेल समय सैनिटरी नैपकिन के प्रयोग करबाक बदला अनहाईजिनिक ढंग सँ कपड़ा आदिक प्रयोग कयला सँ कतेको तरहक रोग हेबाक खतरा होइत अछि, महिलाक मातृत्व पर सेहो प्रतिकूल असर पड़ैत अछि आ एहि तरहें रोगक संक्रमण मे पड़ला सँ ओकरा सभक मानसिक सबलता सेहो कमजोर पड़ि गेल करैत अछि – तेँ “मिथिलाक बेटी अनुपम झा” एवं हुनका संग देनिहाइर कतिपय मित्र यथा सोनाली, सपना, साधना, प्रिया, अपर्णा, नीतू, ज्योति व अन्य युवती सब द्वारा संचालित “अनुपम मुहिम” मार्फत मासिक धर्म भेल अवस्था मे केना स्वच्छ आ निरोग रहि सकैत छी तेकर जागरुकता प्रसार करबाक संग-संग सैनिटरी नैपकिन सेहो वितरण कयल जाइत अछि। एहि लेल विभिन्न दानदाता व सहयोगी सब सँ सैनिटरी नैपकिन संस्था केँ उपलब्ध करेबाक आह्वान करैत मुहिम आगू बढि रहल अछि।

विदित हो जे वार्षिक आयोजनक रूप मे वैदेही सम्मानक वितरण करैत मैथिली मातृभाषा व मिथिला संस्कृति लेल सेहो महिला शक्ति केँ आगू अनबाक आ नेतृत्व करैत मिथिला-मैथिली केँ आगू बढेबाक सुसंगठित प्रयास कयल जा रहल अछि जाहि मे सभक सहयोग अपेक्षित अछि।