सभक आँखि मे नोर छोड़ि चलि गेलाह गायक पवन नारायण

22 नवम्बर 2022, मैथिली जिन्दाबाद।

– किसलय कृष्ण

हँसैत-गाबैत विदा भ’ गेलाह पवन नारायण

किसलय कृष्ण

…आ पंचतत्व मे विलीन भ’ गेल प्रसिद्ध गायक पवन नारायण’क नश्वर देह, मुदा सैकड़ों रेकार्डेड गीत मे हुनक स्वर गूँजैत रहत सदिखन ।

विगत शनि’क राति लछमिनियाँ (सहरसा)क विद्यापति स्मृति पर्व मे मिथिला विभूति सम्मान ग्रहण आ प्रस्तुतिक अगिले दिन मैथिली संगीताकाशक मखमली स्वर आ बेछप नक्षत्रक असामयिक अस्त भ’ गेल मिथिलाक सांस्कृतिक परिदृश्य मे एकटा अन्तहीन उदासी जकाँ पसरि गेल अछि ।

१ मार्च १९७३ केँ हिनक जन्म मधुबनी शहर सँ सटले भच्छी गाम मे भेल छल । सात बहिनक मध्य एसगर दुलरूआ भाय छलाह पवन । उमेरक चौदहम बरिस मे पहुँचिते गायन मे सक्रिय भ’ गेल छलाह । भारत आ नेपालक साइते कोनो मैथिली मंच बचल हो जतय हिनक प्रस्तुति नहि भेल हो । हिनक पहिल आडियो कैसेट सजनाक प्रेम आरोही कम्पनी सँ आएल छल, जकर बाद हिनक यात्रा कहियो ठमकल नहि । मातृभाषा मैथिली सहित हिन्दी, भोजपुरी , राजस्थानी, गढ़वाली, कुमाऊंनी आदि भाषा लेल सैकड़ों गीत रेकार्डिंग करबौलनि ।

मैथिली फिल्म अहाँ छी हमरा लेल, जेहने सासु तेहने पुतौह, खुरलुच्ची, हमर सौतीन, घोघ मे चान, छौड़ा अगत्ती… आदि फिल्मक संगीत निर्देशकक रूप मे अआज कयलन्हि । मंचीय प्रस्तुतिक बेताज बादशाह पवन एसगर मंच सँ घण्टों धरि दर्शक केँ बान्हिकय रखैत छलाह ।

पवन नारायण मिथिलाक निजताक प्रबल पक्षधर छलाह आ तेँ गायन मे पैरोडी संगीत आ फूहड़ता कहियो नै अपनौलनि । मैथिलीक दर्जन भरि सिनेमाक संगीत निर्देशन सेहो कयलन्हि । सैकड़ों गीत मे अपन मखमली स्वर प्रदान कयलन्हि ।मिथिलाक मध्य जूनियर उदितनारायण नाम सँ चर्चित पवन नारायण अनेकों कलाकार केँ अवसर आ सहयोग दैत मंजिल धरि पहुँचेबाक काज कयलन्हि ।

स्वभाव सँ हरफनमौला आ हँसमुख स्वभावक गायक पावन नारायण अपन जीवनकालो मे अनेको दन्तकथाक नायक बना देल गेल छलाह । मंच पयबा लेल, सम्मान पयबा ले ओ कहियो ककरो चमचागिरी नहि कयलन्हि आ अलमस्त अंदाज मे हँसैत गाबैत जीबैत रहलाह । हिनक अलमस्त आ बेपरवाह स्वभाव हिनक स्वास्थ्य लेल अंततः घातक सिद्ध भेल आ हृदयगति अवरुद्ध होइते संसार छोड़िकय चलि गेलाह ।

मिथिलाक एहि सपूतक असामयिक अवसान सँ सोशल मिडिया’क पटल शोक संवेदना सँ भरल अछि आ घर घर उदासी पसरल अछि । जीवनक अंतिम पहर मे सेहो विद्यापति मंच पर हँसैत गाबैत रहलाह आ चोट्टहि अपन लाखों प्रश़सकक आँखि मे नोर देने अनन्तयात्रा पर पवन बनि उड़ि गेलाह ।