— आशा चौधरी।
बच्चे मे पढ़ने रही मनुष्य एक सामाजिक प्राणी अछि जे समाज मे नै रहैत अछि से या त देव या फेर दानव।
हमरा लोकनि कोनो ने कोनो रुपे समाज सँ जुड़ल छी। आब पाबनि तिहार के लय लिय बिना समाजक योगदान स संभव नै छै।
हमरा सब छैठि करै छी त पूर्ण रूप स समाजक सहयोग रहैत अछि जेना कि कोशिया कुरवार ढाकन सरबा हाथी ई सब समान कुम्हार सँ प्राप्त होइत अछि। सूप कोनियां छिट्टा डोम स प्राप्त होइत अछि।
मिठाई हलुआई सँ और नारियल हरैदि सुथनी कुशियार मुरैइ भांटा ई सब कुजरनी सं लै छी।
कपड़ा साड़ी सब मारवाड़ी स
त एहि तरहें हम सब समाज स जुड़ल छी।
कोनो भी शुभ और अशुभ काज होइत अछि त बिना समाजक योगदान सँ संभव नै छै नौआ बिना बियाह कोना हैत धोबिन बिना सोहाग कोना पड़त। पटबा स गुआ माला लाबै छी टेन्ट के समान आइ काल्हि बिना कोनो काजे नै हैत।
पहिने के समय मे एखन संँ बेसी समाजिक सहयोग रहै छलै टोल मे ककरो बेटी के ब्याह भेल त समाजक लोक अप्पन जकाँ भीड़ जाइत छलथि सब अपन अपन घर स चद्दैरि डेबुल क्लौथ गुलदस्ता आनि कय सजा दै छलखिन आ खूब बढ़िया स स्वागत मे तत्पर रहत छलखिन लेकिन आब लोक अपना मे समेटि गेल छथि सब किछु रेडीमेड । बाहर सँ खाना वला सब समान पाई के बूते होइत अछि एना मे दिनों-दिन समाज स जुड़ाब कम होइत नजरि आबि रहल अछि ई आगू जा कय कोन रुप लेत से नहिं जानि 🤔 ई चिंता क विषय थिक।
पहिने की होइत छल जे समाज वंचित वर्ग छलै तकरो स काज परै छलै आ ओकरो सहयोग भेटै छलै।
एकर मूल कारण जे गाम छोड़ि परदेश बसलाक कारण अछि कतबो किछु हुए काज परोजन गामे मे करु आ छ मास साल भरि पर आबैत रहू धन्यवाद 🙏💐