विचार
– प्रवीण नारायण चौधरी
विज्ञापन सँ जुड़ल उद्यम आ रोजगारक अवसर
हिन्दी भाषाक एकटा बहुत पोपुलर कहिनी छैक – ‘दिखता है सो बिकता है’। यथार्थो यैह छैक। कोनो प्रोडक्ट बहुत उच्चकोटिक रहितो यदि ओकर विज्ञापन अर्थात् ओहि उत्पादनक नाम, खासियत, आ लोक कियैक कीनय, ओकरा कि लाभ छैक, से सब बातक समग्र आ एकदम छोट जानकारी जँ विभिन्न माध्यम सँ नहि करायल जेतैक त ओ उत्पादन गुमनामीक अन्हरिया मे हेरायल जेकाँ रहत, अपन वजूद लेल संघर्ष करैत रहत, ओकर मालिक सब दिन माथे हाथ धेने रहता। आ ओतहि जँ कोनो उत्पादन ओहि उच्चकोटिक उत्पादनक तुलना मे कमजोरे सही मुदा विज्ञापन जँ जन-जन धरि पहुँचल रहैत छैक त ग्राहक-माँग मे वैह वस्तुक बिक्री खूब जोर-शोर सँ भेल करैत छैक, ओकर मालिक खिलखिलाइते भेटत आ व्यापार-उद्यम मे नित्य बढ़ोत्तरी करैत भेटत।
हम मिथिलावासी बेकारी-बेरोजगारीक नीक समाधान एहि तरहक विज्ञापन एजेन्सी चलाकय सेहो कय सकैत छी। मिथिलाक्षेत्रक अपन उत्पाद बड बेसी नहियो रहैत बाहरी आपूर्तिकर्ता आ मार्केटियर सभक संग सहकार्य कय केँ एहि क्षेत्र मे वाल पोस्टरिंग, बैनर, होर्डिंग बोर्ड संग कलात्मक प्रस्तुति सँ सीधे जन-जन धरि कोनो उत्पाद केर विज्ञापन कय केँ हम सब समुचित आयार्जन कय सकैत छी। एहि लेल बस संगठित स्तर पर बहुत कम मेनपावर के इंगेज कय केँ कोनो निश्चित क्षेत्रक प्रसार धरि विज्ञापन एजेन्सी द्वारा कार्य कयल जा सकैत अछि। आजुक युवातुर सँ हमर अनुरोध रहत जे ओ सब एहि तरहक अवसर सब पर नजरि बनबैथ आ बाहरी कम्पनी सभक संग पत्राचार करैत अपन-अपन बाजार क्षेत्र लेल विज्ञापन करबाक और्डर लय लाभार्जन करथि।
मिथिलाक्षेत्रक लगभग सब जिला मे हम घुमल छी आ एहिठामक अर्थतंत्र सम्बन्ध मे सब दिन गहींर दृष्टि सँ आत्मबोध करैत आबि रहल छी। चूँकि मिथिलाक लोक नौकरीजिवी बेसी अछि, ओकर स्वयं केर उद्यमशीलता एहि कारण काफी नीचाँ खसि पड़ल छैक, तेँ एहि क्षेत्र मे उत्पादनक मात्रा नगण्य छैक। विगत किछु वर्ष मे नव औद्योगिक नीति आ उद्योग केँ बढावा देबाक लेल बिहार मे जेना एनडीए सरकार काफी प्रयास करबो कयलक, लेकिन लोकक मानसिकता मे परिवर्तन नहि एबाक कारण निवेश ताहि अनुसारे नहि भ’ सकल अछि। संगहि सरकारहु द्वारा सिर्फ जमीन आबन्टित कयल गेल, प्रोडक्शन के मात्रा आ रोजगारक मात्रा कियैक नहि बढ़ल, कियैक नहि बढ़ि रहल अछि, ताहि पर कड़ा अनुशंसात्मक कार्रबाई नहि करबाक आ प्रशासकीय भ्रष्टाचारक कारण गाड़ी ओतहि रुकल बुझाइत अछि। लेकिन बाजार मे उत्कर्ष खूब बढ़ल छैक विगत १५-२० वर्ष मे। आर कनेक चुस्त-दुरुस्त लोक रहय त मिथिलाक्षेत्र मे सेहो जमीनी विज्ञापन, बिक्री-वितरण, आदिक कारोबार खूब नीक सँ संचालित कय सकैत अछि।
आइ मैथिली पत्र-पत्रिका संग यूट्यूब चैनल के भरमार लागि गेल अछि। नीक आ उल्लेख्य संख्याक व्युअर्स उपलब्ध छैक मैथिली मीडियाक पास। एहि तरहक विज्ञापन एजेन्सी जखन मिथिला क्षेत्र मे बेसी कार्य करत तखनहि मैथिली मीडिया केँ सेहो विज्ञापनक समुचित और्डर आ रेवेन्यू भेटतैक। बड़का-बड़का अखबार हो आ कि टेलिविजन चैनल, सबटा विज्ञापनहि बले संचालित होइत अछि। अतः हम मैथिल जागब तखनहि मैथिली मीडिया संग-संग रोजगारक अवसर एहि विज्ञापन एजेन्सी मार्फत बढा सकब। मैथिली जिन्दाबाद डट कम पर किनको विज्ञापन करबाक हो त हमरा पठा सकैत छी, टोटल रेवेन्यू के ४०% तक कमीशन एजेन्सी लेल देल जायत। लाभार्जनक प्रत्येक वैध अवसर केर लाभ हम सब उठा सकैत छी।
हरिः हरः!!