हाइ के जवाब बाइ?

‘हाइ’ के जवाब ‘बाइ’

(निजी विचार)

– प्रवीण नारायण चौधरी

सच बात ई छैक जे हमरो कियो ‘हाइ’ कहिते ओकरा तुरन्त हम ‘बाइ’ कहि देल करी, आइयो कहि दैत छी। कियैक? कारण पता अछि?

‘हाइ’ शब्द आधुनिक युग मे वार्तारम्भक अभिवादन थिकैक, लेकिन एहि शब्दक छाप हमर मन-मस्तिष्क मे फिल्मी अभिवादन जेकाँ पड़ि गेल। एहेन अभिवादन बेसीकाल बनावटी-देखाबटी फेक या ओरिजनल लड़की सभक आईडी सँ बेसी अबैत देखल। आ हाइ के जवाब किछु देलाक बाद आगू फेर किछु फरेबपूर्ण बातचीत टा होइत अनुभव भेल। बाद मे ई ‘हाइ’ कहयवाली सबटा नकली आ कोनो न कोनो शब्दजाल पसारि ओहि मे फँसेबाक कुचेष्टा करैत बुझायल।

बाद मे मैथिली भाषाक काज केँ प्राथमिकता दैत स्वयं केर छवि मे मैथिली समर्थक होयबाक परिचिति लागि गेलाक बाद जखन कियो ‘हाइ’ कहलक त ओकरा अपन पब्लिक स्टेटस सब सँ बुझेलियैक, जे don’t say ‘hi’ to me, or I will be saying ‘bye’ to you. Say Namaste or Namaskaar rather and before asking anything further introduce yourself first. – अर्थात् हमरा कियो ‘हाइ’ नहि कहे, नहि त हम तोरा ‘बाइ’ कहि देबौक। बरु नमस्ते या नमस्कार कहे आ आगू किछुओ पुछय सँ पहिने स्वयं के परिचय दे। आर, एहि तरहें हाइ के जवाब बाइ बनि गेल।

एकटा आर गहींर कारण ई छैक जे हमरा बहुत पहिनहि पता चलि गेल छल जे हमर कनियाँ मोबाइल के मैसेन्जर, व्हाट्सअप आदि सबटा खोलि-खोलि चेक करैत रहैत छथि नुका-नुकाकय। आब हाइ कहयवाली कियो रहती आ कनियाँ के नजरि ओहि पर पड़तनि, हम बाइ कहने रहबय त हुनका बेस खुशी प्राप्त हेतनि। आ से भेबो केलनि। जहिया-जहिया एहि तरहक ‘हाइ-बाइ’ के घटना घटल, ई एकदम चहचहाइत मीठ चाह तेजपत्ता दय कय पियेलीह, नहि त तेजपत्ता गायब आ वाहियात चाह जे मुंह मे जाइत देरी थुकैर देबाक मोन होयत तेहेन…! माने जे अर्धांगिनीक प्रसन्नता लेल सेहो हाइ के बेस्ट जवाब बाइ छैक एहि मे दुइ मत नहि।

हम सब जाहि संस्कार के छी ताहि मे ‘हाइ’ वला अभिवादन बिल्कुल नहि छैक। ‘यौ’, ‘यै’, ‘हय’, ‘गय’, ‘रौ’, ‘अरे’, ‘रे’, ‘हरौ’, ‘हे एम्हर’, ‘हे कनी सुनब त’…. आदि सामान्य पुकारू शब्द केर प्रयोग होइत छैक, ताहि मे ‘हाइ’ कहबाक परम्परा हमरा नव आ अटपटा लागल करैत अछि। ताहि पर सँ १९९८ ई सँ लगातार इन्टरनेट यूजर रहि अलग-अलग चरण के अलग-अलग सोशल मीडिया के अनुभव मे फौरनर्स सँ देशी बाला धरिक कतेको रंग-रूप मे ई ‘हाइ’ शब्द हमरा नजरि मे नीक स्थान नहि बना सकल कहियो। आशा करैत छी जे अपने सब सेहो हमर समस्या बुझि आगू ई खतरनाक ‘हाइ’ केर प्रयोग नहि करब। ॐ तत्सत्!!

हरिः हरः!!