दहेज मुक्त मिथिला स्मारिका विमोचन आ समूह मिलन समारोह

विचार

– प्रवीण नारायण चौधरी

समूह मिलन के जरूरत

(सन्दर्भ: दहेज मुक्त मिथिला के विभिन्न स्थान केर समूह मिलन आ स्मारिका 2021 के विमोचन)

फेसबुक सँ परिचित व्यक्ति सब जखन प्रत्यक्ष भेंट करैत छथि त आपसी विश्वास आ प्रेम कइएक गुना बढ़ि जाइत अछि। आर दहेज मुक्त मिथिला के संकल्प जीवनक एक महत्वपूर्ण संस्कार विवाह सँ जुड़ल रहबाक कारण आपसी परिचय, प्रेम, परस्पर वार्तालाप व सहयोग, विश्वास आ सम्पर्क बढ़ले सँ सहजता संग पूर्ण भ सकैत अछि। खास कय वर्तमान समय जखन मिथिला समाज मूल खुट्टा सँ उखड़ल अवस्था मे, विभिन्न प्रवास क्षेत्र परदेस में छितरल अवस्था मे आ पूर्व समय के घटकैती परम्परा सँ दूर भ गेल अवस्था मे अछि, तखन हर शहर आ स्थान पर मौजूद मैथिल सब जँ आपस मे मिलन समारोह नहि करब, परिचय सभा आदि के आयोजन नहि करब त विवाह सम्बन्ध तय करयवला समस्या दिनानुदिन विकराल रूप धारण करैत चलि जायत, विवाह योग्य युवा युवती में भटकाव एबाक दुरावस्था प्रवेश कय जायत, एकर दूरगामी परिणाम केहेन भयावह होयत से सब कियो स्वयं मनन कय सकैत छी। अरे! स्मारिका त एकटा बहन्ना मात्र थिकैक, मूल साहित्य त गम्भीर समस्या के सहज निदान निकालय वास्ते सब केँ एकजुट करब छैक।

किनको ई लागि सकैत छन्हि जे एखन हमरा घर मे विवाह योग्य कियो अछिये नहि त हम कि करय जाउ…, कियो इहो सोचि सकैत छथि जे हमरा पास पैसा के कमी नहि, दहेज गानिकय विवाह करब त ई अनेरो के कार्यक्रम में कि जाउ, आदि। लेकिन अहाँ भ्रम दूर करू, समाज के संग रहले पर आ सभक एकजुटता बनेलाक संगहि अहाँ के सेहो समाधान भेटय वला अछि। समाज जँ प्रदूषित होयत त एकर दुष्प्रभाव सँ अहाँ सेहो नहि बचि सकब। तेँ हमरा सभक आह्वान केँ गम्भीरता सँ मनन करू आ स्वयंसेवक के रूप में आगू आबय जाउ। आइ ई मंच अछि तखन न हजारों घरक समाधान निकलि रहल अछि। एकरा आगू आर मजबूत करय जाउ। मुद्दा के महत्व बुझू। एहि में कोनो व्यक्ति के पूजा आ कि नेता बनेबाक मनसाय नहि, अपितु समाज, संस्कृति व सभ्यता केर चिन्तन समाहित अछि। बेर बेर अनुरोध यैह लेल करैत छी अपने सब सँ। बाकी अपनहि सब के विवेक जेना कहय तेना करब, धरि कनिकबे हमरो अनुरोध पर जरूर सोचब। ॐ तत्सत!💐💐

हरि हर!!