काठमांडु, जुन २५, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
भारतीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज एखन नेपालक दौरा पर आयल छथि। महाभुकम्प उपरान्त नेपालक पुनर्निर्माण हेतु अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा कैल गेल सहयोग केँ कोन तरहें व्यवस्थित रूप सँ पीड़ित पक्ष तक पहुँचायल जाय, नेपालक ध्वस्त आ भूकम्प सँ त्रस्त विभिन्न भौगोलिक विश्व धरोहर, सड़क, सरकारी मकान आदि केँ कोना फेर सँ निर्माण कैल जाय, विश्व बैंक द्वारा मान्य राशि तथा सहयोग राशिक व्यवस्थापन सेहो कोन रूप मे आ केकरा सबहक रेख-देख मे सम्पन्न हो, यैह महत्त्वपूर्ण बुँदा संग चलि रहल अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन मे भाग लेबाक मूल उद्देश्य सँ श्रीमती स्वराज वर्तमान समय नेपालक यात्रा पर छथि।
आइ श्रीमती स्वराज नेपालक राष्ट्रपति महामहिम डा. राम बरण यादव संग भेंट करैत भारतक सहयोग सदैब बनल रहबाक बात दोहरेली। राष्ट्रपतिक आभार व्यक्त केलापर ओ प्रतिक्रिया स्वरूप अपन चीर-परिचित मुस्कानक संग जबाब देली जे ‘बिपत्ति मे सबसँ पहिने पड़ोसिये काज अबैत छैक’। पुन: श्रीमती स्वराज नार्वे देशक विदेश मंत्री श्री बोर्ज ब्रेन्द संग सेहो औपचारिक भेंटवार्ता केली। संभवत: नेपालक पुनर्निर्माण मे भारतीय निर्माण व व्यवस्थापन कंपनीक योगदान सँ युरोपीय अनुदान राशि खर्च कैल जेबाक मंत्रणा सेहो केने हेती। उम्मीद इहो कैल जा रहल अछि जे वर्तमान चुनौतीपूर्ण निर्माणकार्य मे अधिकांश प्रोजेक्ट पर भारतीय कंपनी द्वारा निर्माण कार्य कैल जायत। चूँकि नेपाल मे हैवी अर्थमूवर व अन्य निर्माण उपकरणक अभाव आ निर्माण सामग्रीक सेहो अभाव रहबाक कारणे भारतक उदार सहयोग एहि दिशा मे बेसी होयत।