लेख
– चेतना झा
#दहेजखौका भाईजी सब के समर्पित
त भाईजी सब, की समाचार छै?? बियाह ठीक भेल की नै? कतेक रेट तय भेल अपनेक?? अरे! मतलब दहेज कते ल रहल छी?? की कहलियैक? नै सोचलियै अखन?
अरे त जल्दी सोचु। अरे मजाक नै करै छी। आब बियाह क रहल छी त स्वभाविक छै लड़की के नखरा त उठेबे करब आ मन होयत त नखरावाली के भी उठाएब। त दहेज त चाहि न ओहि के लेल।
लेकिन एक बात याद राखब इ नखरा 10 गुना बैढ जाएत दहेज लेब त। केना?? अरे भाइजी सब की कहु?? आब ओ जमाना त छै नै जे एक मोटा दहेजो ल लेब आ घरवाली पर हुकुमो चलायब। या कुनो बात पर दुगो थापडो माइर देब। अरे मारनाय त दूर आँखियो उठा देख लेब कहिओ। काली, दुर्गा, रणचण्डी सब अवतार के दर्शन एके दिन नै भ जाइ त कहब।अरे आबक नारी अबला नै अलबेली छै से याद राखब।
हमरा कहिओ काल बड्ड हँसी लागै य ओइ गधहा पर जे दहेज लै छै।अरे अरे, भकभकाइ स पहिने पुरा बात त सुनि लिय। अरे गधहा नै त और कि कहियै। एक त बियाह क के ओनाही आजीवन घरवाली के नखरा मोल ल रहल छी ऊपर स दहेज ल’ के और भाव बढा रहल छी कनिया के। धन्य छी अहाँ।लेकिन अहु सब लेल बहुत बहादुरी चाहि। तै गधहा त छी लेकिन बहादुर गधहा!
आब अहाँ कहबै जे दहेज नै लेब त कनिया के नखरा नै सहय पड़त की?? आब इ गारंटी त ब्रह्माजी भी नै देता!
लेकिन दहेज लेब त कनिया माथ पर चैढ के ता-ता-धिन्ना-ता-ता-थैया जरूर करत अइ बात के 100% गारंटी।
तेँ भाईजी सब! बेर बेर कहैत छी, चेत जाउ आ अपन भविष्य नै बिगाड़ू। बियाह मे मिठाई के जगह पोपकोर्न (मकई के लावा)खाके काम चला लेब लेकिन दहेज गलती से भी नै लेब। आब एतेक बड़का ज्ञान दै लेल हमरा धन्यवाद नै कहब। ई त हमर फर्ज छलै।