एहेन मृत्यु सँ शिक्षा लेब जरूरी

एखनहि सविस्तार सब समाचार बीबीसी पर पढलहुँ आ हमरा मन मे जे प्रतिक्रिया आयल से ट्विट कयलहुँ –
“केकरो धर्मक विरूद्ध हास्य-विनोद करब हमरा नजरि मे सही मानवता नहि थिक। आलोचना तर्कक आधार पर करब या नास्तिकता धारण करब ओहि सँ बरु नीक छैक, लेकिन केकरो धार्मिक आस्थाक विरूद्ध चोटिल करयवला अभिव्यक्ति… एहि तरहक स्वतंत्रता कदापि स्वीकार्य नहि। लार्स विल्क्स केर दुखद मृत्यु सँ शिक्षा!”
हम अपन समस्त परिचित स्वजन-परिजन सँ आ हमर अपन हजारों अनुगामी-अनुशरणकर्ता सँ करबद्ध प्रार्थना करब जे केकरो धर्म आ ओहि धर्मक महापुरुष प्रति सदिखन श्रद्धाक भाव राखू, कदापि केकरो प्रति गलत विचार मन मे नहि एबाक चाही। आ जँ एहेन कुविचार केकरो मोन मे अबैत अछि आ एकरा अभिव्यक्तिक स्वतंत्रता कहल जाइछ, जे दोसर कतेको लोक लेल आहतकारी अछि त निश्चित एकर गलत प्रारब्ध निर्माण होय, एकर भोग गलते भेटत। ॐ तत्सत्!!
विल्क्स केर कलाकारिता केँ नमन आ श्रद्धाञ्जलि! ईश्वर सद्गति प्रदान करथि!!
हरिः हरः!!