अखिलेश कुमार मिश्रा।
🌹अप्पन गाम: भोजपंडौल🌹
कहल गेल अछि ‘जननी-जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’ अर्थात जन्मभूमि जे अछि से स्वर्गो सँ नीक अछि। हमर जन्मभूमि हमर गाम भोजपंडौल (बोल चाल भाषा में भोजपरौल) कपिलेश्वर स्थान सँ करीब चारि किलोमीटर पश्चिम आ औंसी-जीरो माइल सँ चारि किलोमीटर उत्तर में अवस्थित अछि। अहि गामक उत्तर में (करीब दू किलोमीटर) सिमरी आ ओतबहि दूर पश्चिम में दूलहा गाम अछि। ई मधुबनी जिला आ विस्फी प्रखण्ड में पड़ैत अछि। ई गाम कहिया बसल तकर तs कुनो प्रमाणिकता नै अछि, मुदा किवदंती जे अछि ताहि में अहि स्थान कें राजा भोज सँ जोड़ि कs देखल जाइत अछि। इतिहास तेहने विलक्षण जे हमर गाम में एक पोखड़ि अछि प्रेमसारि (प्रेमसागर) जेकरा बारे में कहल जाइत अछि जे जखन भगवान राम महर्षि विश्वामित्र सँग जनकपुर जा रहल छलाह तs अहिल्या स्थान सँ पहिले एक राति ऐह सरोवर के महार पर रुकलैथि आ भोर में ऐह सरोवर स्नान केलाक बाद आगा बढलाह। हमर गाम सँ अहिल्यास्थान मात्र आठ किलोमीटर दूर अछि। मंदिर निर्माण लेल जेखन खुदाई भेल तs एक एक हाथ कें पैघ पैघ इट सभ निकलल छल। हम्मर गामक मुख्य धरोहर हम्मर सभक दुर्गा स्थान अछि।अहि दुर्गा स्थान में चारि कारी पाथर केँगोट पवित्र प्रतिमा छैथि। ई चारु प्रतिमा स्वयं अँकुरित छैथि जे कि बगल के विशाल पीपल के तना सँ 1950 ई. में निकललैथि। पहिले तs एक मूर्ति के कनि हिस्सा देखाइत छल त सभ ग्रामीण वृक्ष समेत हुनकर पूजा करैत छलाह। तत्पश्चात गहन ताक झाँक केला सँ आओर मूर्ति भेलैन्ह। सभ मूर्ति के धीरे धीरे निकालि क ओतय मंदिर के स्थापना कैल गेल। अहि मूर्ति में प्रथम सिंह वाहिनी माँ भगवती दुर्गा जी के छैन्ह जे उच्चैठ आ डोकहर में स्थापित माँ भगवती के मूर्ति सँ मिलैत अछि। दोसर मूर्ति आदित्य भगवान (सूर्यदेव) के छैन्ह जे मूर्ति कोणार्क के सूर्य मन्दिर के ऊपर विराजमान तीन मूर्ति में सँ एक मूर्ति सँ मिलैत अछि। तेसर मूर्ति गौरी-शंकर के छैन्ह। अहि मूर्ति में माँ पार्वती संग महादेव स्वयं छैथि। चारिम मूर्ति विघ्नहर्ता श्री गणेश जी के छैन्ह। आई हम अपने सभक समक्ष अहि सभ विलक्षण मूर्ति के दर्शन कराबs में हर्ष के अनुभव कs रहल छी।
अहि गामक आबादी लगभग चारि हजार अछि। गाम में सभ वर्ण, जाति आ धर्म के लोक रहै छैथि। गाम में सभ सँ बेसी पोखड़ि ग्यारह टा अछि। हमर गाम किछु राजनीतिक कारण सँ उपेक्षित रहि सड़क मामला में बढ़ पिछड़ल रहल। मुदा आब ठीक भs रहल अछि। पढ़ाई लिखाई में बड्ड आगाँ मुदा जीविकोपार्जन लेल पलायन के चलते पिछड़ल ही अछि। गाम सँ दरभंगा हवाई अड्डा मात्र 24 किलोमीटर पर अछि जे 45 मिनट के यात्रा सँ पूरा भ सकैत अछि। मधुबनी स्टेशन 14 किलोमीटर आ दरभंगा 27 किलोमीटर कें दूरी पर अछि। मुदा मुख्य मार्ग सँ 4 किलोमीटर दूर रहलाह कारण आवागमन में एखनो किछु दिक्कत अछि।
अहि निबन्ध माध्यम सँ ही हम समस्त मैथिल सँ करबद्ध निवेदन करै छी जे एकबेर हम्मर गाम आ दुर्गा स्थान कें दर्शन लेल जरूर आबी।🙏🙏🙏