मैथिली कविताक अलग-अलग रूपसँ भरल रहल काव्य संध्या: राजकमल स्मृति उत्सव सहरसामे

किसलय कृष्ण, जुन २१, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद! सहरसा।

kavi goshthi१९ जून केँ राजकमल स्मृति उत्सव केर अवसर पर सहरसा जिला परिषद स्थित रेनबो मैरेज रिसोर्ट मे दोसर सत्र केर प्रथम चरण मे कवि सम्मलेन केर आयोजन राजकमल प्रति श्रद्धांजलि स्वरुप आयोजित कैल गेल। नारी विमर्श केर सजग कवि कथाकार राजकमल चौधरी केर ४८म पुण्य तिथि पर आयोजित एहि कवि गोष्ठीक अध्यक्षता मैथिली कवियित्री और अनुवादक मेनका मल्लिक (बेगुसराय) केलनि। युवा कवि अरुणाभ सौरभ और राम कुमार सिंह, रूपम झा केर कविता मे समकालीन मैथिली कविताक तेवर समाहित छल तऽ प्रवीण नारायण चौधरी द्वारा आधुनिक छौंक मे लोक गीत केर मनोरंजनक प्रस्तुति देल गेल। विमल जी मिश्र केर गीत मे वर्त्तमान मिथिलाक चित्रण जायजे छल, ओतहि रश्मि रमन द्वारा मधुर स्वर मे हालहि संपन्न विराटनगर मे menka mallikअन्तर्राष्ट्रीय मैथिली कवि सम्मेलन सँ प्रेरणा पाओल आ जानल-बुझल बात जे समकालीन मैथिली गतिविधि कि सब आ कतय-कतय चलि रहल अछि, ताहि सबटा केँ शब्द मे गूथिकय सुनौलनि। नीरस झा का उद्बोध सहित करुणा झा, मनोज झा केर मैथिली कविता हुनक भाव केर चित्रण, सहरसा महाविद्यालय केर मैथिली विभागाध्यक्ष डा देव नारायण साह द्वारा अपन एकटा हिंदी कविताक माध्यम सँ दिवंगत कवि केँ श्रद्धांजलि अर्पित केलनि। डा. राम चैतन्य धीरज केर जनगीत कतेको सवाल केँ एक साथ उपस्थित करबा मे सक्षम रहल। संचालन किसलय कृष्ण के द्वारा कैल गेल। दर्शक दीर्घा आ रिसोर्टक सुन्दर अंगनाक झिलिमिलि बत्तीक मद्धिम प्रकाश मे संपन्न ई कवि गोष्ठी निश्चित रूप सँ स्वर्ग केँ ओतबा काल लेल सहरसाक ओहि स्थल पर उतारि देने छल। आयोजक लोकनि केँ श्रोता आ प्रस्तोता हृदय सँ खूब धन्यवाद देलनि। मैथिलीक इतिहास मे अपना तरहक अनुपम आयोजन छल।