मैथिली जिन्दाबाद केर ६ वर्ष
अप्रैल ११ – २०१५ केँ लोकार्पण कयल गेल मैथिलीक नागरिक संवाददाता व योगदानदाता आधारित एक संचार माध्यम “मैथिली जिन्दाबाद” – एखन सातम वर्ष मे छी हम सब।
मैथिली लेल अधिक सँ अधिक सामग्री (कन्टेन्ट्स) समेटल गेल अछि एहि ६ साल मे। लगभग ५००० आलेख आ समाचारमूलक पोस्ट्स आदि मौजूद अछि। लगभग १० लाख पाठक एकर लाभ उठेलनि अछि एखन धरि।
आब अहाँ गूगल पर सर्च करब अपन मैथिली केर कोनो बात, अहाँ केँ निश्चित ‘मैथिली जिन्दाबाद’ केर लिंक सजेशन लिस्ट (सुझाव सूची) मे देखाय पड़त।
हँ, एकरा हम चाहियोकय एखन धरि ‘कमर्सियल’ नहि बना सकलहुँ अछि। कियैक? कियैक त अपन मैथिल लोक मे सदाशयता आगू भऽ कय देखेबाक प्रवृत्तिक अभाव आ हमरा सनक अक्खड़ लोक बेर-बेर किनको सँ विज्ञापन उपलब्ध करेबाक लेल सेहो नहि अनुरोध कय सकैत छी। आ बिना मंगने त बच्चो केँ दूध नहि दैत छैक से बुझिते छियैक… तखन राम भरोसे हिन्दू होटल वला गति सँ जतेक पार लागि रहल अछि से चला रहल छी। २०२२ तक के सारा खर्च (हौस्टिंग, मेन्टिनेन्स, डोमेन शुल्क) आदि चुक्ता अछि।
बहुत जल्द एकर नव रूप सेहो लांचिंग कयल जायत। ताहि मे सेहो ५० हजार टका के बजट डिजाइनर द्वारा कहल गेल अछि। अत्याधुनिक सुविधा सहितक न्यूजपोर्टल रूप मे विकसित कय रहल अछि भाइ श्री कमल साह।
जरूरत त मासिक ५० हजार टका के आरो अछि। संवाददाता सब केँ किछु भुगतानी करबैक त विभिन्न स्थान सँ समाचार सब संकलन कय केँ पठाओत। लेकिन वैह बात – राधा केँ नौ मन घी हेतनि आ ओ नचती तेकर देरी अछि।
युवा पीढी सब केँ सेहो जोड़बाक यत्न करैत छी। मुदा खाली जेबी भरल मन! एहि सब लेल अहाँ सब मैथिलीप्रेमी केँ बढि-चढिकय हिस्सेदारी निभाबय पड़त। जेना जन्मदिन पर शुभकामना विज्ञापन यदि उपलब्ध करा देब आ ५०० टका मात्र एहि लेल दय देब त बुझू ५ टा आर्टिकल के १०० टका दर सँ रेमुनरेशन (पारिश्रमिक) भुगतान कयल जा सकैत छैक। अपन व्यवसायिक विज्ञापन यदि १००० टका सँ १०००० टका धरिक वार्षिक बजट के उपलब्ध करा देब त बुझू उपरोक्त सारा खर्च व्यवस्थापन मे अहाँक बेहतरीन योगदान होयत आ मैथिली संचारकर्म किछु डेग आगू बढि जायत।
संचारकर्म भाषाक प्राण होइत छैक। मैथिली सँ उमेर मे छोट छैक हिन्दी या नेपाली। लेकिन आइ एकर संचारकर्म एतेक बेसी मजबूत छैक जे ओ सब धनी भाषा भऽ गेल आ जन्मदात्री – आधारभूता मातृस्वरूपा मैथिली भऽ गेल ‘आउटडेटेड’। एहि जीर्णावस्था सँ निकालबाक लेल अहाँ सब मैथिलीभाषी सक्षम-सम्पन्न लोक स्वयं आगू नहि आयब त फेर दिन कहिया बदलतैक से सोचियौ स्वयं।
आर हँ – एकटा बात आर। अहाँ सब कम सँ कम समाचारो के लिंक, लेख केर लिंक आदि मैथिली जिन्दाबाद केर अपन फेसबुक स्टेटस व समूह आदि पर, व्हाट्सअप पर, एहि सब पर एक-दोसर सँ साझा करबैक सेहो बड पैघ जरूरत छैक। कारण हम असगरे कि कय सकबैक जँ नागरिक सहभागिता – नागरिक प्रचार एकरा नहि भेटतैक। अहाँ सब मैथिली जिन्दाबाद पर सेहो अपन कमेन्ट बेसी सँ बेसी दियौक, सुझाव राखू। ईहो जरूरी छैक। आशा करैत छी जे हमर भावना केँ बुझब।
हम त छीहे, अहाँ सेहो आयब त यात्रा सुगम आ सुन्दर होयत। मैथिली जिन्दाबाद केर अभिवादन सहित,
अहाँक विश्वासी,
प्रवीण नारायण चौधरी
सम्पादक, मैथिली जिन्दाबाद
व्हाट्सअप नम्बरः +9779801722981