सहरसा मे राजकमल स्मृति उत्सवक तैयारी जोर पर

अपन अक्षरपुरुष केँ मोन पाड़त सहरसा

– रजनीश शेखर, सहरसा। जुन १४, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!

rajkamal choudhary sketchसहरसाक महिषीवासी फूल बाबू अर्थात बीसम शताब्दीक मैथिली आ हिन्दीक प्रखर लेखक राजकमल चौधरीक ४९म पुण्यतिथि पर राजकमल स्मृति उत्सवक आयोजन सहरसामे भऽ रहल अछि । मिथिलाक एहि युगपुरुषक स्मृतिमे आयोजित उक्त समारोहक उद्घाटन करताह मैथिली नाटकक शेक्सपीयर नामे प्रसिद्ध व्यक्तित्व महेन्द्र मलंगिया । मुख्य वक्ता सभमे प्रदीप बिहारी, मेनका मल्लिक, रुपम झा (सभ बेगूसराय सँ), डा०तारानन्द वियोगी (अररिया), प्रवीण नारायण चौधरी (विराटनगर), रिषी वशिष्ठ (मधुबनी), अरुणाभ सौरभ, अमरनाथ झा, विमलजी मिश्र, विमलकान्त झा (दिल्ली), गिरीन्द्रनाथ झा, चिन्मय एन सिंह (पुर्णिया), अरविन्द ठाकुर (सुपौल) आदि । राजकमलक सृजन आ जीवन प्रसंगमे अपन बात रखताह ।

आयोजनक तैयारी जोर पर अछि

विदित हो जे साहित्य सरोकार नामक संस्था जेकर गठन हालहि मे सहरसाक बुद्धिजीवी, विद्वान्, पत्रकार, साहित्यकार व फिल्मकार लोकनिक संङोर सँ भेल अछि आ अपन उद्देश्यप्राप्ति लेल ई प्रथम कार्यक्रमक आयोजन सहरसा मे कय रहल अछि। राजकमल चौधरी मैथिली भाषा मे लेखनीक संग हिन्दीक लेखनी सँ देश भरि मे अलगे प्रतिष्ठा कमौलनि। सहरसा जिलाक लाल राष्ट्रस्तर पर अपन अलग अन्दाज आ बेवाकीपन लेल प्रसिद्धि पेबाक प्रेरणा सँ एहि बेर ई कार्यक्रम विशाल स्तर पर मनेबाक योजना बनाओल गेल अछि, ई जानकारी संयोजक कन्हैयाजी करौलनि। खुलस्त विचार आ तीक्ष्ण शब्द प्रयोग सँ समाज मे व्याप्त द्वंद्वक अबस्था पर कठोर प्रहार सँ अनेको विवाद आ आलोचनाक शिकार होइतो स्व. राजकमल चौधरी अल्पायू मे एक सँ बढिकय एक मीलक पाथर समान कृति हमरा लोकनि लेल सौंपि देलनि। लोक जिबैतकाल धरि एहेन महान विभूति सबहक पहिचान मे भले चूक करैत अछि, मुदा कालान्तर मे यैह नाम सब अपन अमर कृति लेल प्रसिद्धिक संग अमर बनि जाइछ। एहि कार्यक्रमक परिकल्पनाकार किसलय कृष्ण अपन उद्गार किछु एहि शब्द मे रखलनि। साहित्य सरोकार संग जुड़ल आयोजन पक्ष मे डा. डी. एन. साह, अरविन्द मिश्र निरज सहित राम कुमार सिंह, कुमार आशीष, सुभाषचंद्र झा, श्वाति शाकम्भरी, रश्मि कुमर, आदि सक्रियता सँ संपूर्ण तैयारी मे लागल छथि। एहि अवसर पर स्मारिकाक प्रकाशन सेहो कैल जायत। कार्यक्रम भव्यतम् होयत तथा साल मे एहेन चारि ओजस्वी साहित्यकार केर स्मृति मे समारोहक आयोजन करबाक नियार अछि, इहो जानकारी किसलय कृष्ण करौलनि।