८ अप्रैल, २०२१ । मैथिली जिन्दाबाद!!
एसोसिएशन अफ नेपाली तराइयन इन अमेरिका – एन्टा प्रेसिडेन्ट एवं वैज्ञानिक डा. इन्द्रदेव साहु केँ संयुक्त राज्य अमेरिकाक सर्वथा प्रसिद्ध आ प्रतिष्ठित नेशनल साइंस फाउन्डेशन (एनएसएफ) द्वारा अमेरिकी डलर २,९७,०००.०० केर पुरस्कार देल गेलनि अछि। ई पुरस्कार हुनका द्वारा ‘पोटाशियम चैनल एसेसरी प्रोटीन’ (केसीएनई३) केर संरचना आ गतिशीलता (गतिशील गुण) केर सम्बन्ध मे विशेष वैज्ञानिक अनुसन्धान लेल प्रदान कयल गेलनि अछि। उपरोक्त विषय मे १ मार्च २०२१ सँ २९ फरवरी २०२४ धरिक अवधि (३ वर्ष) मे अध्ययन-अनुसन्धान पूरा करबाक लेल देल गेलनि अछि। विदित हो जे डा. साहु अमेरिका मे वैज्ञानिक छथि आर विज्ञानक आविष्कार क्षेत्र मे निरन्तर शोध तथा अध्यापन कार्यक संग निज मातृभाषा मैथिली संग निज मातृभूमि मिथिला मधेश व समस्त नेपालदेश केर मान-सम्मानक संरक्षण-संवर्धन आ प्रवर्धनक दिशा मे विभिन्न संघ-संस्था सँ आबद्ध रहैत सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र मे सेहो महत्वपूर्ण योगदान दैत आबि रहल छथि। एन्टाक अध्यक्षक रूप मे निरन्तर मैथिली भाषा आ मिथिला संस्कृति प्रति केन्द्रित अनेकन कार्यक आयोजन करब आ अपन मूल मातृभूमि संग जुड़िकय काज करबाक कतेको रास उदाहरण बनौलनि अछि जे मैथिली जिन्दाबाद पर डकुमेन्टेड अछि।
एन्टा स्पोक्सपर्सन मोहन यादव मैथिली जिन्दाबाद केँ जानकारी दैत कहलनि जे ई सम्मान नहि केवल डा. साहु व एन्टा लेल खुशीक खबरि थिक बल्कि एहि सँ नेपाल आ भारत दुनू दिशक मिथिला आ समस्त मैथिल जनसमुदाय केँ गर्वक बोध होयब सुनिश्चित अछि। श्री यादव अपन सन्देश मे ईहो कहलनि जे डा. इन्द्रदेव साहु मे सदिखन उच्च शिक्षा लेल बढि रहल स्वदेशी छात्र प्रति पैघ सोच रहलनि अछि, जाहि अनुसार नेपालक मिथिला-मधेशक छात्र सभ लेल ओ पूर्वहि सँ वेबिनारक आयोजन कय उचित प्रोत्साहन आ मार्गदर्शन करबाक वचनबद्धता सेहो जनौने छथि।
विदित हो जे डा. साहु नेपालक सप्तरी जिलाक महादेव-२ स्थित अकबरपुर गाम सँ छथि। प्रारम्भिक शिक्षा गामहि सँ कयला उपरान्त त्रिभुवन विश्वविद्यालय सँ एमएस्सी बायोमेडिकल (फिजिक्स) डिग्री हासिल कयलनि। पुनः न्युयोर्क स्टेट युनिवर्सिटी सँ बायोमेडिकल (फिजिक्स) मे पीएचडी कयलनि। पुनः मियामी विश्वविद्यालय सँ पोस्ट-डौक्टरल रिसर्च फेलो तथा रिसर्च साइंटिस्ट केर रूप मे सेहो कार्य कयलनि। हाल ओ कैम्पबेलस्विले युनिवर्सिटी मे फिजिक्स केर सहायक प्रोफेसर पद पर कार्यरत छथि। हिनक लगभग ६० गोट रिसर्च आर्टिकल विभिन्न रिसर्च पत्रिका सब मे प्रकाशित भेल छन्हि। हिनक कार्य मुख्यतया इलेक्ट्रोन पैराग्मेटिक अनुनाद (ईपीआर) स्पेक्ट्रोस्कोपी प्रयोग झिल्ली प्रोटीन केर अध्ययन पर केन्द्रित छन्हि।