- – बेबी झा।
“गरीबक बेटी”
युग चाहे कोनो हुए गरीबी अभिशाप अछि ओहि में बेटी शब्द जुटि अर्थात “गरीबक बेटी ” पूर्ण अभिशाप |तखने त लोक कहैत अछि -बेटी के जन्म के समय धरती अढाई हाथ तर चली जाईत अछि |जखने जन्म लेल कोखि के मनका घटि गेल तखनहि धरती तर भय गेली |एकटा “गरीबक बेटी ” के गरीबी के सामना वूम्ब टू टुम्ब यानी *गर्भ स कब्र *तक करै परैत अछि |ओना त लोक कहैत अछि राजा बियाहने रानी |मुदा 90% एहने देखना जायत जाही में एकटा बेटी जे गरीब घर में जन्म लैत छथि हुनकर बिबाह सेहो ओहने सन परिवार में होईत छनि|संयोगवश यदि अमीर परिवार में ब्याहल गेली त जीवन भरि शायद ताना – बाना सुनीते?
गर्भ धारणे स देखी त एकटा अमीर के बार -बार चेक अप मुदा, गरीब माँ के कोनो तालत नहि |ने पोष्टिक आहार आने संयम |प्रसवकाल अमीर माँ के साफ – सुथरा नर्सिंग होम मुदा गरीब माँ के?उहे गंदा लेबर रुम |गरीबक बेटी के छठियार में कोनै भोज – भात कोनो उत्सव नहि |बाल्यकाले स कोनो एहन काज नहि जकर करबाक लेल हुनका स अपेक्षा नहि केल जाई |अमीरक बेटी के त जाड में ओछाने पर चाय विस्किट जलपनिया मुदा, गरीबक बेटी त भोरे – भोरे दूध लय आंगन में पहुँच जाईत छथि |शिक्षा के लेल कोनो नीक स्कूल नहि एबिलीटी रहितो हुनका पढबाक लेल अवसर नहि भेटैत छनि |बेचारी अप्पन संगी – सहेली हिनता के कारण मिलनाय -जुलनाय सेहो छोडि दैत छथि |कपडा -लत्ता, खान -पान सब में अंतर देखल जाईत अछि |कोनो रिश्तेदार जखन धीया – पूता के पोसबाक रहैत छनि तखन गरीबक बेटी बड मोन परैत छथिन |
जखन बिबाह होईत छनि तखन त पुछु नहि |कहल जाईत अछि – जतबे गुड देबै ओतबे ने मिठ होयत |एक त गरीबक बेटी के अमीर परिवार में बिबाह हट्ठे नहि होईत अछि आ यदि संयोग स भय गेल त जीवन भरि ताना |एकटा गीत अछि – निर्धन के बेटी बनि जग में सहब कतेक अपमान यौ |पति सेहो बातक लेल मोन बना कय रखैत छथि जे पत्नी केहन परिवार स बिलौग करैत छथि |गरीबक बेटीक लेल सब काज सहनीय अछि ओ चाहे भारी हुए चाहे हल्लूक |पुरनका जमाना के अनेको उदाहरण भेटत जाहि में गरीबक बेटीक संग जमीन्दार सब अत्यंत घिनौना काज करैत छलाह |आ ओ बेचारी सब के चुई शब्द बजबाक अधिकार नहि छल |हुनका सब में रंग – बिरंगक प्रतिभा जे अमीरक बेटी स बेसी कहि त अतिशियोक्ति नहि विद्मान रहैत छनि मुदा, ओकरा प्रदर्शन के लेल अवसर नहि भेटैत छनि |
यद्यपि एखुनका युग मे हुनका सबहक जीवन में सुधारात्मक कदम उठेल गेल अछि | सरकार सेहो शिक्षा आ हुनर के लेल जेन की – लोन, कम्प्यूटर शिक्षा इत्यादि के अवसर प्रदान केने अछि | लड़की में कमी होयबाक कारणे प्रतारणा में सेहो कमी देखना जाईत अछि तथापि एखनो बहुत रास सुधार के जरुरी अछि |ताहि के लेल हमरो सब के अग्रसर होयबाक जरुरी अछि |
जय मिथिला जय जानकी 🙏🙏