अहाँक सम्मान समर्पण सीता लेल कियैक

लोकलेखिका नीलम झा केर कथा संग आरो लेखिका सभक रचना पढू मैथिली जिन्दाबाद पर

– नीलम झा

आइ हम अहाँ सब स किछु प्रश्न क रहल छी । हमरा त किछ नै बुझय आबैय य क्षमा करब 🙏🏻 हमरा त मैथिली भाषा नै लिखय आबैय, बहुत गलती करै छी हम, तैयो हमरा पूूूछय के मोन करैत अछि ।

त हमर प्रश्न ई अछि, विशेष करि के अपन सखी सब स, जे, मां जानकी अपन सबहक आदर्श कियै छैथ🤔?

1. ओ भगवान रामचन्द्र जी क पत्नी छलखिन तेँ🤔?

2. कि ओ शौर्य, पराक्रमी, तेजस्वी, राजा दशरथ क पुत्र वधू और राजा जनक के बेटी छलखिन तेँ🤔?

3. या ओ आठ साल के अवस्था मे बायां हाथ स शिव धनुष उठा क डेली नीपैत रहैथ तेँ🤔?

बहुत एहेन बात अछि जे हुनकर वर्णन म अछि, ओ देवियो मे सर्वश्रेष्ठ मानल जाय छथि, कियै 🤔?

हमरा हिसाब सं जतेक हम जानैछी, हुनका म धैर्य, आत्मसम्मान, स्वाबलंबी, अपना स पैघ क आदर, अपन कुल और अपन पति के मान मर्यादा, और खुद म सबल, सुशिक्षित और सुसंस्कारी छलैथ। छोट के लेल अथाह प्यार छलैन । गलतीयो पर सब क क्षमा करैत छलि । अथाह प्यार छलैन हुनकर दिल म अपन प्रजा के लेल जे बार बार हुनका मरमाहित करैत छल।

जखन ओ मुनि आश्रम म गर्भावस्था म छलैथ ओ समय स्त्री क कष्टदायी, आराम करै क समय होइ य । जै समय म भारी उठेनाय अपना सब क मना रहैया, ओहि समय म ओ जंगल सं लकड़ी अपना हाथ सं काटिकय आनय छलि। अपना हाथ सं कुटिया पिसिया करैथ, तखन भानस बना क खाय छलि । ओ ककरो सं मदद नै लै छलि, सब हुनकर मदद करैलेल लालायित रहैथ, मुदा ओ बहुत खुद्दार और स्वाभिमानी छलि।

अपन कोखि म सूर्यकुल शिरोमणि क असगर पालि रहल छलि । ओ त्याग क देवि छलि । निश्छल रैहितो, निष्कलंक रैहितो, बार बार अग्नि परीक्षा दैत एलि।

कियै? ऐ दुवारे जे हुनका पर कियो कहियो उंगली नै उठावैथ और नै कहियो नारी सम्मान पर कोनो कटु बात कहैथ या उंगली उठाबैथ।

ओ नारि समाज के मान सम्मान छैथ और रहती हरदम । सब किछु रहैत हुनकर ऐशो आराम के लेकिन ओ कष्टक रस्ता अपनेलैथ। ओ एहन संघर्षमयी देवी छलि और नारी जाति के सम्मानित करैत रहलि।

हुनकर नखो बराबर जे अपना सब संघर्ष करब त तुरन्त उबिया जाय छी, कियै?

हुनकर अंश सब म अछि मुदा अपना सब खुद क पहचानि नै पाबय छी । ओ संघर्ष के अवसर आबैय, मुदा घवराय जाय छी । नै घबरेबाक चाही।

अपना सब आसान रास्ता हरदम अपनाबय चाहैत छी और जे कियो अनुशरण करैय ओकरा बेबकुफ बुझैय छी। एना नै बुझबाक चाही। अपन मान मर्यादा क रक्षा करैत आइ नारी जाति के लेल मिशाल, और सबहक पूजनीय छैथ। तै दुवारे मोस्ट जरूरी बात ई अछि जे सब कियो अपन कर्तव्य पर ध्यान दियौ और मां जानकी क सम्मान क रक्षा करू।

जय मिथिला जय मां जानकी 🙏🙏