रिपोर्ट साभार दिलीप कुमार झाजी के फेसबुक पोस्ट
काल्हि 10 जनवरी 2021 सीतामढ़ी जिलाक पुपरी में भव्य कवि सम्मेलन आयोजित कयल गेल छल। एकर रिपोर्ट सहभागी कवि एवं साहित्यकार अभियानी दिलीप कुमार झा फेसबुक पर एना पोस्ट कयने छथि –
जागृत मिथिला, सीतमढ़ीक तत्वावधानमे काल्हि१० जनवरी २०२१क’ पुपरी गाममे तिलक साह मध्य विद्यालयक प्रांगणमे दू सत्रमे संगोष्ठी कविगोष्ठीक आयोजन कयल गेल। पहिल सत्रक अध्यक्षता सीतामढ़ी जिलाक प्रसिद्ध मैथिली कवि श्री अरुण माया कयलनि। पहिल सत्रमे ‘मातृभाषाक माध्यमसँ शिक्षा ओ मिथिलामे रोजगारक संभावना’ बिषयपर वक्ता लोकनि फैलसँ अपन विचार रखलनि। बिषय प्रवर्तन करैत मैथिलीक वरिष्ठ साहित्यकार डा.विभूति आनन्द कहलनि जे सभसँ आवश्यक अछि परिवारक स्तरपर भाषा बचायब। परिवार पहिल पाठशाला छी त़ें पाठशालामे मैथिली अभियान तखने सार्थक हैत जखन हम सभ अपना परिवारक स्तरपर भाषाक अधिकसँ अधिक प्रयोग करब। अध्यक्षीय उद्वोधनमे कवि अरुण माया कहलनि मैथिली के पाठशाला धरि पहुँचेबामे जे अभियान आरंभ भेल अछि ताहिमे सीतामढ़ी पछुआ नहि रहत। हमसभ अपन भाषाकें उचित सम्मान अवश्य लेब।
सीतामढ़ीसँ आयल शिक्षक, साहित्यकार ज्ञानवर्द्धन कंठ कहलनि हमसब मिलि क’ संघर्ष करब, मैथिलीक उन्नति हेबेटा करतै। डा. पंकज प्रियांशु मैथिली पढलासँ कत’कत’ रोजगारक संभावना बनैत छैक ताहिपर विस्तारसँ प्रकाश देलनि। प्रो. प्रीतम निषाद कहलनि मैथिलीक जड़ि बहुत मजगुत छैक, मैथिलीकें नव शिक्षा नीतिमे मिथिला क्षेत्रमे प्राथमिक शिक्षाक माध्यम बनाओल जाय। मैथिली फ़िल्म अभिनेता अनिल मिश्र, कथाकार हीरेन्द्र कुमार झा, नवीन नवेन्दु सहित अनेक वक्ता अपन विचार रखलनि।
संगोष्ठीक आरंभ परिहार (सीतामढ़ी)सँ आयल मैथिलीक महत्वपूर्ण गीतकार प्रीति सुमन द्वारा विद्यापति रचित गोसाओनिक गीतसँ भेल। आगत अतिथिक स्वागत संयोजिका श्रीमती शालिनी झा कयलनि। ओ कहलनि जानकीक दोसर नाम मैथिली सेहो छनि ताहि मैथिली भाषाकें कमजोर कोना हैब’ देबै।
दोसर सत्रमे डा.विभूति आनन्दक अध्यक्षतामे एकटा भव्य कविगोष्ठी भेल। जाहिमे दू दर्जन कवि कविता पाठ कयलनि।सीतामढ़ी कतेक प्रतिभा जिनका हमसब नीकसँ नहि चिन्हैत छलियनि हुनका सभसँ परिचित भेलहुँ। हम मैथिली कविताक प्रसंग ई कहि सकैत छी जे मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौलक तुलनामे सीतामढ़ीक काव्य प्रतिभा गुणात्मक ओ परिमाणात्मक दुनू रुपें कनियो झूस नहि अछि।
कविता पाठक आरंभ प्रीती सुमन (परिहार,सीतामढ़ी) क गीतसँ भेल। हिनक गीत सँ दर्शक सभ आनन्द विभोर भेलाह से हम अपन नीजी अनुभवक आधारपर कहि सकैत छी। कौशल झा (बनगाँव, बाजपट्टी, सीतामढ़ी) अपन हास्य रचनासँ लोटपोट क देलनि। युवा कवि साकेत ठाकुर (परिहार, सीतामढ़ी) नीक समाकालीन बोधक कविता प्रस्तुत कयलनि। नवीन नवेन्दु (भिट्ठामोड़ सीतामढ़ी) जीक कविता सेहो बहुत सराहल गेल, अरुण माया (भिट्ठामोड़, सीतामढ़ी) जीक सारगर्भित कवितासँ युवा लोकनि अनुप्राणित भेलाह। अनिल कुमार झा आओर युवा कवि उदित नारायण झा, दुनू खड़का बसंत,सीतामढ़ी क रचना बेस प्रभावी छलनि। ज्ञानवर्द्धन कंठ (सीतामढ़ी) जीक रचना सेहो सराहल गेलनि। नेपाल, जनकपुरसँ गायत्री झा ओ जलेश्वरसँ मनोज मुक्ति जी नेपालसँ आबि आओर कविता पढ़ि कवि गोष्ठीकें गरिमा प्रदान कयलनि। मधुबनीसँ आयल वरिष्ठ कवि प्रो. शुभ कुमार वर्णबाल जीक रचनापर स्रोतासभ बड़ीकाल धरि थपरी बजबैत रहलाह। नीक कविताक वाचन कयलनि। प्रीतम कुमार निषाद जी सेहो बहुत प्रभावशाली कविता पढ़लनि संगहि पाठशालामे मैथिली अभियान गीत सेहो।
बेनीपट्टी सँ आयल युवात्रयीमे मैथिली प्रशान्त ओ अक्षय आनन्द ‘सन्नी’ मैथिली गज़लक पाठ कयलनि । दुनू युवा कविक गज़लसँ दर्शक बहुत प्रभावित भेलाह। मनोज कामत जी अपन हास्य कवितासँ सभकें हँसबापर बाध्य क’ देलखिन। युवा कवि कृष्णकान्त मंडलक प्रेम कविता मैथिलीक प्रेम कवितामे बहुत दिन धरि मोन राखल जायबला कविता पढ़लनि। हमहुँ एकटा कविता पढ़लहुँ। अन्तमे अध्यक्ष डा.विभूति आनन्द अपन कविता पढ़लनि।
श्री अरुण माया जीक धन्यवाद ज्ञापनसँ कार्यक्रमक समापन भेल। पुपरी आ लगीच गामक गणमाण्य लोकनिक उपस्थिति सँ बहुत अह्लादिल छी। उल्लेखनीय उपस्थितिमे श्री जनार्दन प्रसाद कंठ, (सेवानिवृत शिक्षक, सिंगियाही), श्री कामेश्वर जायसबाल (प्रतिष्ठित व्यवसायी, पुपरी बजार), शंभू प्रसाद कर्ण, पूर्व सरपंच (झझिहट), कामेश्वर पासवान, शैलेन्द्र कुमार पाठक (हरदिया) केतन पाठक, सुमन सिंह, पल्लवी सिंह, पुपरी बजारक स्थानीय संस्कृतिसेवी लोकनि अल्प सूचनापर अपन उपस्थिति देलनि जकरा लेल युवा आ कर्मठ समाजसेवी आनन्द मोहन भारद्वाजक आभारी छी। ओ हमरा सभकें अपना संपादनमे प्रकाशित पुपरी डायरी सेहो भेट केलनि। वरिष्ठ कवि यू. एस. करुणाकर, स्वतंत्र शांडिल्य जीक उपस्थिति सेहो अह्लादित केलक।
अगिला गोष्ठी भिट्ठामे श्री अरुण मायाजीक संयोजकत्वमे अगिला मासमे आयोजित कयल जेबाक घोषणाक संग कार्यक्रमक समापन भेल।