राष्ट्रीय जनगणना २०७८ मे मैथिली भाषी बढि-चढिकय लिखेता अपन मातृभाषाक नाम

विराटनगर, ७ जनवरी, २०२१ । मैथिली जिन्दाबाद!!

विराटनगरक सर्वथा प्राचीन आ सक्रिय मैथिली भाषा-संस्कृति व मिथिला समाजक संस्था मैथिली सेवा समिति द्वारा नेपालक जनगणना २०७८ प्रति आवश्यक संज्ञान लैत जनगणना मे अपन भाषा लिखेबाक लेल आ संगहि साहित्य एवं कला-संस्कृति संरक्षण-संवर्धन लेल जनजागरण संग विचार-विमर्श कार्यक्रम शुरू कय देल गेल अछि। एहि क्रम मे काल्हि मैथिली सेवा समितिक तरफ सँ विराटनगर – ९ स्थित जानकी सेवा सदन मे राष्ट्रीय जनगणना २०७८ लेल भाषिक जनजागरण अभियान अन्तर्गत मैथिली भाषा–भाषी विद्वान्, बुद्धिजीवी, समाजसेवी, संस्था प्रमुख, भाषा–संस्कृति अभियानी लोकनिक सहभागिता मे वृहत् विचार विमर्श कार्यक्रमक आयोजन कयल गेल छल।

एहि कार्यक्रमक संयोजक डा. योगेन्द्र प्रसाद यादवक अध्यक्षता आर मैथिली सेवा समितिक अध्यक्ष डा. एस. एन. झाक सान्निध्यता मे सम्पन्न एहि विचार–विमर्श कार्यक्रम मे जनगणनाक महत्व, भाषिक पहिचानक वर्तमान अवस्था आर भविष्य, भाषा केर विभिन्न बोली सभक नाम मे विखंडन करबाक लेल सक्रिय तत्त्व सभक क्रियाकलाप व मनसाय आदि जेहेन महत्वपूर्ण विषय सभ पर सहभागी वक्ता लोकनि अपन-अपन विचार तथा सुझाव सब रखने छलाह।

नेपाल मे नेपाली पछाति सर्वाधिक बाजल जायवला राष्ट्रीय भाषा मैथिली रहल अछि आर ताहि अनुसार भविष्य मे मैथिली भाषी लोकनि केँ कम सँ कम प्राथमिक स्तर धरिक अनिवार्य शिक्षा मैथिली माध्यम सँ तथा प्रदेश व संघ लोक सेवा आयोगक परीक्षा सभ मे वैकल्पिक विषयक रूपमे मैथिली केँ मान्यता देबाक माँग कयल गेल छल। संगहि मैथिलीभाषी लोकनिक बहुल्यता रहल प्रदेश २ केर अतिरिक्त प्रदेश १ आर ३ मे सेहो प्रदेश स्तर पर मैथिली अकादमीक स्थापना आर भाषा–साहित्य संरक्षण–संवर्धन निमित्त सृजनकर्म केँ प्रोत्साहित करबाक लेल सम्बन्धित निकाय सभ संग सम्पर्क व समनवय करैत आगामी दिन मे अभियान सब संचालन करबाक सुझाव सेहो देल गेल छल।

कार्यक्रमक संचालन संस्थाक महासचिव विपुलेन्द्र झा, विचार–विमर्शक मुख्य विषय ऊपर प्रकाश पाड़बाक कार्य संस्थाक सलाहकार प्रवीण नारायण चौधरी, संयोजकीय मन्तव्य डा. योगेन्द्र प्रसाद यादव आ समितिक अध्यक्ष डा. एस.एन. झा निष्कर्षात्मक मन्तव्य राखने रहथि। उक्त कार्यक्रम मे मैथिली भाषा–भाषी अभियानी लोकनि संग संस्थाक संस्थापक अध्यक्ष डा. एस. एन. मिश्र, जय प्रकाश महतो (भाषा संस्कृत प्रतिष्ठान), वसुन्धारा झा (अप्पन विराटगढ परोपकार समाज), श्रीमति राधा मण्डल (पुर्वाञ्चल मैथिली जन संस्कृति मञ्च), मो. ईमाम हैदर (नेपाल मुस्लीम यूथ कमिटि), अरविन्द मेहता (पुर्वाञ्चल मैथिली युवा सञ्जाल), शिवनारायण पण्डित सिंगल (साहित्यकार एवं अभियन्ता), बैजु कुमार यादव (जन जागरण केन्द्र नेपाल), कुमुद मोहन झा (अपन ब्राह्मण समाज), आभा अनुपमा (आभा फाउन्डेसन), ई. फुलकुमार देव (उपाध्यक्ष मैथिली सेवा समिति), प्रकाश प्रेमी (सञ्चारकर्मी), बिरेन्द्र कुमार झा (समाज सेवी तथा वरिष्ठ गायक), राजेश झा (मैथिली एसोसिएसन अफ नेपाल), पंकज बर्मा (मैथिली विकास अभियान), वरुण मिश्र (वरिष्ठ पत्रकार), ममता यदाव (जागृत महिला समाज), नित्यानन्द मण्डल (जन जागरण उत्थान केन्द्र), महेश साह (स्वर्णकार संघ), उत्तम पासवान (दलित समाज विकाश केन्द्र), राजेश कुमार भुजेल (मैथिली अभियानी), कर्ण संजय (साहित्यकार), कुमार पृथु (कवि-चिन्तक), प्रेम नारायण झा (साहित्यकार), प्रीति झा (समाजसेवीका) आदि दर्जनों विमर्शी द्वारा विचार तथा सुझाव देल गेल छल।

संस्थाक सचिव मनोज मिश्रा एवं सह-सचिव विपीन झा केर लगनशीलता आ भाषा-संस्कृति प्रति समर्पण सँ काल्हि कार्यक्रम अपूर्व सफलता प्राप्त कयलक एहि मे दुइ मत नहि। निष्कर्षात्मक मन्तव्य मे संस्थाक अध्यक्ष डा. एस. एन. झा द्वारा मैथिली लेल संस्था हर स्तर पर संघर्ष लेल तैयार अछि तथा वांछित जनजागरण अभियान हर स्तर पर आयोजित करबाक लेल प्रतिबद्ध अछि से कहलनि। सब संस्था आ अभियानी सँ एकजुटताक भावना मे निकट भविष्य मे जन-जन केँ जगेबाक काज लेल सजग रहबाक आह्वान सेहो ओ कयलनि।