।। यौ लालबहादुर ।।
– मनोज शाण्डिल्य
छै घेंट जवानक कटा रहल
आ पेट किसानक टटा रहल
ककरा ले’ नारा उठा गेलहुँ
यौ लालबहादुर कतय गेलहुँ
देशक माटी अछि बिका रहल
सीमा भीतर दिस घिचा रहल
दुश्मन सँ तखन किए भिड़लहुँ
यौ लालबहादुर कतय गेलहुँ
देखू क्यो गाछ सँ लटकि रहल
क्यो भुखले माथा पटकि रहल
तँ ‘जय किसान’ ककरा कहलहुँ
यौ लालबहादुर कतय गेलहुँ
भारत केर सोनित बहा रहल
जनता केर हाड़हु चिबा रहल
ई ककरा सभकेँ छोड़ि गेलहुँ
यौ लालबहादुर कतय गेलहुँ
[९ जून: अजुके दिन १९६४ ई० मे लालबहादुर शास्त्री भारतक दोसर प्रधानमंत्रीक कार्यभार ग्रहण केने रहथि]