व्यक्ति विशेष
– प्रवीण नारायण चौधरी
आदरणीय स्रष्टा कालीकान्त झा तृषित केर जन्मदिन पर प्रवीण शुभकामना
2069 साल केर भव्यतम विद्यापति स्मृति पर्व समारोह केर विद्वत गोष्ठी, विषय मिथिलाक सम्पन्न इतिहास व विपन्न वर्तमान, नेपाल आ भारत सहित कुल 21 गोट विद्वानक सहभागिता, सुप्रसिद्ध गीतकार कालीकान्त झा तृषित सर संग प्रथम साक्षात्कार केर ओ अविस्मरणीय दिवस – वाणी में ओजस्विता एहेन जे सहस केकरो ध्यान अपना दिश आकर्षित कय लेत, ताहि परम् विद्वानक आइ जन्मदिन छन्हि, हम हृदय सँ शुभकामना प्रेषित कय रहल छी।
सामाजिक संजाल में कतेको तरहक चर्चित लेखनी, विशेष रूप सँ ‘दुलत्ती’, राजनीतिक अवस्था पर विलक्षण आ विशिष्ट व्यंग्यात्मक लेख, भक्ति गीतक कतेको प्रकाशित अप्रकाशित रचना आ पोथी, एक सँ बढिकय एक गायक द्वारा हिनक गीत गेबाक रेकर्ड, आर अपन शालीनता, मृदुलता आ केहनो विपरीत स्थिति परिस्थिति में गम्भीरता, बहुत तरहक गुण लेल हम हिनका बेर बेर प्रणाम करैत छी।
हमरा मिथिला पर गर्व होइत अछि से एहि तरहक अप्रतिम विद्वान लोकनिक एहि विशिष्ट भूभाग में निरंतर अवतार लैत रहबाक कारण। धन्य हमरा लोकनिक पुरुखाजन जे अपन तपबल सँ एहि तरहक उत्तमोत्तम कोटिक सन्तान सभ एहि धराधाम में अनैत छथि। ओहि माटि केँ प्रणाम, जल, अग्नि, पवन, आकाश सभ केँ प्रणाम जतय तृषित समान सपूत जन्म लैत छथि। हमरो अहोभाग्य जे ओहि स्थल केँ लगभग हरेक साल दर्शन करबाक अवसर प्राप्त होइत अछि।
एहि वर्ष 2019 केर अंतर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में यथोचित सहयोग सेहो कयलनि, उपस्थित नहि भ पेलाह परन्तु आध्यात्मिक उपस्थिति एहि तरहक अभिभावक लोकनिक रहैत अछि तखनहि प्रवीण केर कार्य सफल होइत अछि। पराम्बा जानकी सँ हमर एतेक महत्वपूर्ण अभिभावक केर जन्मदिन पर सुख, स्वास्थ्य, समृद्धि आ सब तरहक मनोकामना पूर्ण करबाक प्रार्थना करैत छी। अपने आ अपनेक धर्मपत्नी दुनू गोटा केँ गोर लगैत बस वैह अनमोल आशीर्वाद माँगैत छी जे सदिखन अपने दैत रहलहुँ।
अपनेक सब कृति मिथिला केर नाम बढेलक, चाहे साहित्य, चाहे सन्तान, चाहे सोच, चाहे सामर्थ्य, चाहे समग्रता – हम सब कृतकृत्य भेल छी। मिथिला जे चौजुगी जियैत अछि से बिल्कुल अहाँ समान सुझबुझ भरल सपूत सभक कारण, अहाँक कनिकबो गुण हमरा भेटि जायत त हमरो जीवन साफल होयत। अपने दीर्घायु होइ आ निरन्तर सृजनयात्रा जारी रहय। पुनः प्रणाम, सब चीज शुभम् अस्तु!💐💐💐🎂🎂🎂
हरि हर!!