काठमांडू मे भारत आ चीन केर खेल पर हमर कमेन्टरी
नेपालक सम्बन्ध चीन सँ नजदीक बनि रहल अछि – ई पंक्ति एखन नेपालक पहाड़ व पहाड़ी मूलक निवासी मे बहुत अधिक लोकप्रियता हासिल कय रहल अछि। देखल जाय त वर्तमान नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी केर सरकार सेहो भारत सँ खुलिकय बिना कोनो तरहक संकोच या सहमपन अपन अस्मिता केँ समान स्तर पर राखिकय बात करबाक मूड मे अछि। भारतक कूटनीति मे किंकर्तव्यविमूढताक स्थिति देखल जा रहल अछि, डिफेन्सिव मोड मे नेपालक लगायल आरोप केँ भारत खेपि रहल अछि, सेहो कहि सकैत छी। जखन कि नेपाल खुलिकय बल्ला भाँजि रहल अछि, बौउलिंग मे सेहो गुगली, स्पिन आ बाउन्सर सँ भारतक कूटनीतिक बल्लेबाजी केँ शन्ट कएने अछि। एक दिश जतय भारतक रणनीतिकार चीन संग सीमा-विवाद आ विभिन्न स्थानक स्टैन्डअफ मे फँसल छथि, ओतहि नेपालक बैटिंग-बौउलिंग देखि क्षुब्ध भेल एहि नवका भारत-विरोधी क्रिकेट टीम केर खेल देखि रहल छथि। नेपालक कमेन्टेटर मे बड़का-बड़का टर्मिनोलौजी आ क्लासिकल पोलिटिकल खेल केँ याद करैत अचानक १८१६ केर सुगौली सन्धि सँ लैत ब्रिटिश भारत कालक भू-सर्वेक्षण आ नक्शा निर्धारणक बात-कथा सँ लैत समय-समय पर भेल अनेकों सन्धि-समझौता आ सीमा-निर्धारण सभक दस्तावेज सब पर लम्बा-लम्बा कमेन्टरी सुना रहला अछि, दोसर दिश भारतक गावस्कर-कपिलदेव-मांजरेकर जेहेन दिग्गज सब सेहो एक्के टा विश्लेषण कय रहला अछि जे नेपालक खेल मे उत्कृष्टता चीन केर पोक केला सँ आयल अछि… ई नहि जे भारतक प्रदर्शन केँ सुधार करबाक लेल खेलाड़ी (कूटनीति-रणनीति) केँ नेपाल समान मित्रराष्ट्र संग कोन तरहें वार्ता आ समाधान केर प्रयास करबाक चाही… ई दिग्गज लोकनि सेहो विस्मय केर अवस्था मे नेपालक परिवर्तित राजनीतिक रूप सँ चकित भेल छथि।
भारतीय मीडिया पर विश्लेषण कम आ फिल्मी पटकथा केँ फिल्मी स्टाइल मे कहब-सुनब बेसी होइत देखल एहि बीच मे। मुदा सभक एक्के रटान ‘चीन-चीन’।
नेपाल मे चीनी हस्तक्षेपक खुलेआम दृश्य सेहो देखायल। चीनी राजदूत पिछला किछु मास सँ नेपाल मे राजनीतिक परिवर्तन केँ रोकबाक लेल डिफेन्स शिल्ड स्वयं बनिकय गज्जब फिल्डिंग कय रहली अछि। एहेन-एहेन कैच पकड़ि रहली अछि जे नहि सिर्फ राजनीतिक छक्का केँ रोकि दैत छथिन, बल्कि असंभव रूप सँ छलांग मारिकय पकड़ल कैच सँ बड़का-बड़का धुरंधर राजनेता केँ चित्त (आउट) सेहो कय रहली अछि।
कहबी पर चलब त एहने आलराउन्डर राजनीतिक क्रिकेट नेपालक इतिहास मे भारत खेलाइत छल। भारतक खेल मे लेकिन दर्शक केँ एना खुलेआम क्षेत्ररक्षण करैत शायदे कहियो कोनो खेलाड़ी देखायल हेतनि, लेकिन चीनी फिल्डर त हम्पिंग-जम्पिंग करैत बालुवाटार-खुमलटार-भैंसेपाटी आ कोन-कोन थाती-छाती-भाती – सब ठाम गज्जब स्फुरणा संग खुलिकय प्रदर्शन कय रहली अछि।
एहि प्रदर्शन पर कोनो भारतीय मीडिया द्वारा ‘ओली की इश्कियाँ’ कहिकय कोनो न्यूज धारावाहिक मसाला सहित देखायल गेलैक। भारत मे ओहुना क्रिकेट केर दीवानगी केँ आईपीएल मैच मे चौका-छक्का पर छौंड़ी-नाच आ फिल्मी-ग्लैमर आदिक प्रयोग सँ पुरना पैटर्न मैच केर स्वाद बेस्वाद सिद्ध भऽ चुकल छैक। आब समाचार मे ‘सनसनी पैटर्न’ आबि गेलैक अछि। बालीवुड फिल्म मे जतेक थ्रिल नहि रहैत छैक से भेटैत छैक ‘विकास दुबे एन्काउन्टर’ मे। लोक सब बताह भेल रहैत अछि। दूरदर्शन बेचारी शान्त आ सरकारी धीमापन मे जकड़ल एखनहुँ एहि प्राइवेट चैनल सब लग निरीह बकरी जेकाँ देखाइत अछि, ताहि सँ नेपाल एखन आन सब चैनल बन्द कय भारतीय बकरी चैनल टा केँ एलाउ कएने अछि। चीनी राजदूत केर शानदार फिल्डिंग आ आफ-टाइम मे टीम कोच बनिकय काज करबाक चर्चा एखन काफी जोर पर अछि नेपाल मे।
नेपालक मधेशी विश्लेषक सब सेहो साइड कमेन्टरी करैत देखाइत छथि। हुनका लोकनिक कमेन्टरी मे एखन किछु बेसिये इम्पार्शियलिटी देखाइत अछि। लेकिन छवि पूर्ण निरपेक्ष राखय लेल ओ सब स्कोरबोर्ड पर केम्हर सँ कोन, केकर कतेक गोल भेल से टा गानि रहला अछि। जेना, सरिता गिरी केँ जनता समाजवादी पार्टी संसद सँ बाहर कय देलक, पार्टीक प्राथमिक सदस्य सँ सेहो बाहर कय देलक, तऽ मधेशवादी स्कोरकीपर लिखैत छथि, चीन-भारत केर स्कोर १-०, यानि चीन १ गोल सँ आगू अछि। बुझि सकैत छी। ई कोरोना आ लौकडाउन मे एतेक शानदार खेल शायदे दोसर कतहु देखायत।
इतिहासक पन्ना सँ एहि खेल केर संभावित परिणाम
बुझले होयत जे पहिने एहि क्षेत्र मे चीन सँ कतेको विद्वान आयल छलाह। ओ लोकनि बहुत रास बौद्धिक सामग्री मिथिला सँ सेहो लय गेल छलाह।
हुएनसांग बहुत पहिने आयल छलाह। नालन्दा विश्विवद्यालय मे पढाई सेहो कयलनि।
आदित्यसेन केर समय मे चीन संग घनिष्ठता आरो बढि गेल। बौद्धसाहित्य आर दर्शन केर अतिरिक्त वेद, शब्दविद्या, हेतुविद्या, तंत्र एवं सांख्य – एहि सभक पढाई केर केन्द्र रहल उत्तर भारतवर्ष। मिथिला एहि मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहल छल। काठमांडू वैली जे औझका अछि ओतहु राजा जे कियो होइथ, विधान वर्णन मिथिलहि केर चलय। करीब दस हजार केर संख्या मे हुएनसांगक समकालीन छात्र लोकनि अध्ययन कय रहल छलाह। ई सब ३० विद्या मे महारत हासिल कएने रहथि। शीलभद्र हुनक गुरु छलखिन। चीन वापस चलि गेलाक बादो ओ पत्राचार मार्फत जुड़ल रहलाह। बुझि सकैत छी।
हुएन ची, ताओ ही, सिन चिक, ची हिंग, तांग, हुइ लुन – ई सब प्रसिद्ध अध्येता-यात्री लोकनि एहि ठाम आयल रहथि। हिनका लोकनिक स्थानीय नाम छन्हि – प्रकाशमति, श्रीदेव, चरित्रवर्मा, प्रज्ञादेव, प्रज्ञावर्मा आदि।
ईहो कथा इतिहास कहैत अछि जे राहुल संस्कृत्यायन बाद मे चीन पहुँचि कोना-कोना भारतवर्षक किछु अनमोल बौद्धिक सम्पदा खच्चर पर लादि वापस अनलनि।
आर-त-आर, स्वयं नेपालक शाहवंशीय राजा जखन काठमांडू घाटी मे अपन राज्य स्थापित करबाक काज आरम्भ कयलाह आर ओहि ठामक पूर्व राजा लोकनिक तिब्बती-चीनी राजा सभक संग अन्तर्सम्बन्ध केँ बुझलनि-गमलनि आर १७८८ सँ १७९२ केर साइनो-नेपाली युद्ध भेल, फेर बैतरावती नदीक महार पर दुइपक्षीय समझौता, ताहि सब बात केँ सन्दर्भ-संज्ञान मे लैत कालान्तर मे जतेक घटनाक्रम भेल – विगत केर ७० वर्षक बदलैत राजनीतिक परिवेश मे चीन संग नेपालक सम्बन्ध आ समझौता आदि जे-जतेक भेल – ताहि सब मे हमरा एतबे लिखबाक अछि जे मैच फिक्स्ड अछि। जीत भारतहि केर होयत। चीनक खेलाड़ी सब एहि ठामक कंडिशन मे अपन ऊर्जा पूरा खेल अवधि धरि बरकरार नहि राखि सकत। भारतीय खेलाड़ीक दाँव – पेंच तरे-तरे असर देखबैत रहल अछि आर एक्के बेर भूमगोल करैत पिनाल्टी किक केर मार्फत जीत हासिल करैत अछि। यैह होयत। अस्तु, लेख लम्बा भेल होयत। केहेन लागल से कहब।
हरिः हरः!!