समाजसेविका नीतू झा एवं पिंकी भरद्वाजक अगुवाई मे दहेज मुक्त विवाहक शुभारम्भ मधुबनी मे

घरहि सँ दहेज मुक्त विवाहक शुरुआतः नीतू झा
 
मधुबनी, २१ जून २०२० । मैथिली जिन्दाबाद!!
 
घरहि सँ दहेज मुक्त विवाह आरम्भ करय पड़त। दहेज मुक्त मिथिला केर परिकल्पना सम्पूर्ण मिथिला लेल रहितो आरम्भ स्वयं सँ आ स्वयं केर परिधि सँ करबाक जरूरत अछि। देश सेहो व्यक्ति-व्यक्ति आ क्षेत्र-क्षेत्र केँ जोड़िकय बनैत छैक। आदर्श केर बात केवल बजला सँ नहि बल्कि व्यवहार मे उतारला सँ जनमानस धरि पहुँचतैक। – दहेज मुक्त मिथिला अभियान केर एहि सब नारा केँ व्यवहार मे उतारबाक कार्य कयलीह अछि चर्चित समाजसेविका श्रीमती नीतू झा। मात्र अपनहि टा नहि, बल्कि अपना संग ‘दहेज मुक्त मिथिला’ केर मधुबनी संयोजिका श्रीमती पिंकी भरद्वाज केर संग-सहयोग आ दहेज मुक्त विवाह आरम्भ करबाक पार्टीक रूप मे श्रेय दैत समाजसेविका नीतू झा कहली अछि –
 
“हम सब दहेजमुक्त मिथिला लेल घरहि सँ शुरुवात करबैक तँ जरूर अपन मिथिला दहेजमुक्त होयत। अहाँ सब संग एहने एकटा दहेजमुक्त पुर्णरूपेण आदर्श विवाहक छवि साझा कय रहल छी जे १७ जून केँ सम्पन्न भेल अछि। हम सब घरहि सँ एकर शुरुवात करब तँ अवश्य सम्भव अछि। वंदना जी, दहेज मुक्त मिथिलाक संचालिका केँ एहि मुहिम सँ प्रेरणा लय हम नीतू झा और पिंकी भारद्वाज एहि मुहिमक शुरुवात घरहि सँ केलहुँ अछि। अहाँ सब आशीर्वाद दी यैह कामना!”
 
विदित हो जे फेसबुक सँ प्रारम्भ ई अभियान क्रमशः माटि पकड़ैत बढि रहल अछि। वैचारिक सम्प्रेषण लेल आभासी पटल – सामाजिक संजाल काफी प्रभावशाली भूमिका निर्वाह करैत अछि। २०११ मे एहिना मधुबनी सँ मेलबोर्न धरिक युवा-युवती लोकनिक संकल्प आर सौराठ सभागाछी मे जानकी नवमी केर अवसर पर जुटानीक खबरि हिन्दुस्तान अखबारक मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित भेल छल। लाखों-करोड़ों मैथिलीभाषी एहि स्वच्छ-स्वस्थ आदर्श पद्धति केँ अपनाबैत विवाह केँ आगू बढेथिन तखनहि फेर सँ मिथिला मे ऋषि-मुनि महात्मा आ महाकवि विद्यापति समान प्रखर तेजस्वी सन्तान सब औथिन। मंडन-अयाची-वाचस्पति आ कि भारती-भामती-गार्गी-मैत्रेयी केर पुनर्आगमन एहि पवित्र भूमंडल मे विगत कइएको वर्ष मे नहि भेल, कारण सन्तानोत्पत्ति केर प्रथम प्रक्रिया विवाह सम्बन्ध मे आध्यात्मिकता हेरा गेल, आडम्बर, देखाबा, भौतिकतावादी सोच आ लोभपूर्ण, लालची मांग, आदिक अम्बार लागि गेल अछि। एहेन अवस्था मे नीतू झा, पिंकी भरद्वाज, वन्दना चौधरी सहित समस्त मिथिलानी मंडल धन्यवादक पात्र थिकीह जे स्वयं दहेज मुक्त मिथिलाक बागडोर अपना हाथ मे लय लेलनि अछि।